MP में 3 जिलों से निकलेगी नई रेल लाइन, बनेंगे 17 नए रेलवे स्टेशन, 77 गांवों से गुजरेगा रूट
MP News : मध्य प्रदेश में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने की दिशा में सरकार की तरफ से एक और कदम उठाया गया है। रेलवे में यात्रा करना सहूलियत के अलावा आपकी जेब के लिए भी सस्ता पड़ता हैं। रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर की इसी कड़ी में एक और रेलवे लाइन मध्य प्रदेश के तीन जिलों के 77 गांवों होकर गुजरने वाली है। इस प्रोजेक्ट के लिए 18 गांव की सूची तैयार की है जहां जमीन अधिग्रहण किया जाना है।

Madhya Pradesh : मध्य प्रदेश में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर यह एक अहम और दूरगामी असर डालने वाला प्रोजेक्ट है। रेलवे लाइन का विस्तार न सिर्फ आवागमन को आसान बनाएगा, बल्कि आर्थिक विकास, रोजगार और ग्रामीण संपर्क को भी जबरदस्त गति देगा।
मध्य प्रदेश में बहुत लंबे समय से प्रतीक्षित इंदौर-मनमाड़ नई रेल लाइन परियोजना का काम शुरू हो गया है। अब इंदौर जिले के महू तहसील क्षेत्र के 18 गांवों को जमीन दी जाएगी। रेल मंत्रालय ने इसके बारे में सूचना दी है। एमपी में नई रेल लाइन से 17 नए स्टेशन बनेंगे। मुंबई से इंदौर की दूरी 830 किमी से 568 किमी कम हो जाएगी। आइये इस रेलवे लाइन के बारे में सब कुछ जानें...
नई रेल लाइन परियोजना पर जमीन पर काम शुरू
लंबे समय से प्रतीक्षित इंदौर-मनमाड़ नई रेल लाइन परियोजना पर जमीन पर काम शुरू हो गया है। रेल लाइन एमपी के तीन जिलों के 77 गांव से गुजरेगी। नवंबर 2024 में रेल मंत्रालय ने इन 77 गांव की जमीन अधिग्रहण करने के लिए गजट नोटिफकेशन भी जारी कर दिया था. मंत्रालय ने इसके बाद इंदौर जिले की महू तहसील के 18 गांवों की सूची जारी की है। रेलवे लाइन के लिए इन गांवों की जमीन दी जाएगी।
एक हजार गांव और 30 लाख लोगों का सीधा रेल संपर्क
धार, खरगोन और बड़वानी जिले के आदिवासी क्षेत्रों से पहली बार इस नई रेल लाइन गुजरेगी। परियोजना से लगभग एक हजार गांव और 30 लाख लोगों का सीधा रेल संपर्क होगा। योजना पूरी होने पर 16 जोड़ी पैसेंजर ट्रेन चलेंगे। शुरुआती वर्षों में इसमें 50 लाख यात्री सफर करेंगे। रेलवे को इस परियोजना से हर साल 900 करोड़ से अधिक का राजस्व मिलेगा। मुंबई से इंदौर की दूरी भी 830 किमी से 568 किमी कम हो जाएगी। प्रोजेक्ट पूरा होने पर इस मार्ग पर 16 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनें चलेंगे।
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इंदौर और मनमाड़ के बीच एक बहुप्रतीक्षित रेलवे लाइन बनाई जाएगी। इसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अब तेजी से शुरू होगी। इसके लिए रेल मंत्रालय ने एक अधिकारी को नियुक्त किया है। साथ ही, आगामी बजट में इस परियोजना के लिए भारी धनराशि की व्यवस्था की जाएगी। 14 जनवरी को रेल मंत्रालय ने घोषणा की कि महू तहसील के खेड़ी, चैनपुरा, कमदपुर, खुदालपुरा, कुराड़ाखेड़ी, अहिल्यापुर, नांदेड़, जामली, केलोद, बेरछा, गवली पलासिया, आशापुरा, मलेंडी, कोदरिया, बोरखेड़ी, चौरड़िया, न्यू गुराडिया और महू केंटोमेंट एरिया में रेल प्रोजेक्ट के लिए जमीन दी जाएगी। साथ ही धुले और शिंदखेड़ा में जमीन अधिग्रहण की सूचना भी दी गई है।
रेलवे लाइन पर कुल 34 स्टेशन
एमपी में 17 नए स्टेशन बनाए जाएंगे. यह रेलवे लाइन महू से शुरू होकर धरमपुरी, ठीकरी, राजपुर, सेंधवा, सिरपुर, शिखंडी, धुले, मालेगांव और मनमाड़ तक जाएगी। इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन पर कुल 34 स्टेशन होंगे। 30 नए बनेंगे जबकि चार पहले से हैं. मध्य प्रदेश में कुल 18 रेलवे स्टेशन होंगे, जिनमें 17 नए होंगे। महाराष्ट्र की सीमा पर इंदौर से महू के अलावा कैलोद, कमदपुर, झाड़ी बरोदा, सराय तालाब, नीमगढ़, चिक्त्या बड़, ग्यासपुरखेड़ी, कोठड़ा, जरवाह, अजंदी, बघाड़ी, कुसमारी, जुलवानिया, सली कलां, वनिहार, बवादड़ और मालवा स्टेशन बनेगा।