UP एक्सप्रेसवे के मामले में नंबर वन, जान लीजिए 8 नए सड़कों के जाल पर कब दौड़ेंगे वाहन

The Chopal, UP Expressway List : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगामी महाकुंभ 2025 से पहले उत्तर प्रदेश को एक और बड़ी सौगात देने की तैयारी में हैं. देश के दूसरे सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे को साल के अंत तक संचालित करने के लिए बड़े स्तर पर कार्य करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने यूपीडा के अधिकारियों को दिये हैं. उत्तर प्रदेश फिलहाल देश में सर्वाधिक एक्सप्रेस-वे वाला राज्य है. यहां 6 एक्सप्रेस-वे संचालित हैं, जबकि 7 निर्माणाधीन हैं. इनमें गंगा एक्सप्रेस-वे सीएम योगी की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना है.
यूपी में एक्सप्रेसवे का जाल बिछाकर शहरों और अन्य राज्यों के साथ कनेक्टीविटी को बेहतर किया जा रहा है। मौजूदा समय में प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन है। उसे कुंभ मेले से पहले लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। राज्य के पूर्वांचल से लेकर पश्चिम तक और बुंदेलखंड तक एक्सप्रेसवे की सौगात मिल चुकी है। इनमें यातायात सुचारू रूप से चालू है। लोग कम समय में अन्य राज्यों और प्रदेश के शहरों के बीच सफर कर रहे हैं। तो आइये जानते हैं और कितने और एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जारी है और कितने बनकर तैयार हैं। इतना ही नहीं इनमें लंबाई के लिहाज से कौन सबसे लंबा हैं ये भी हम आपको बताने वाले हैं।
उत्तर प्रदेश को सड़क नेटवर्क के लिहाज से मजबूत किया जा रहा है। यूपी में बनने वाले सभी एक्सप्रेसवे राज्य के आर्थिक विकास को पहिया लगाएंगे। इनके पास औद्योगिक शहर भी बसाये जा रहे हैं, जिससे बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन होगा। इतना ही नहीं इससे रियल स्टेट सेक्टर को भी बढ़ावा मिलेगा। ये सभी प्रोजेक्ट भारत माला परियोजना (Bharat Mala Project) के तहत विकसित किए जा रहे हैं। गौर करें तो राज्य में पहले से ही कई एक्सप्रेसवे संचालित हैं और शेष पर कार्य जारी है जो नियत समय में जनता को समर्पित कर दिए जाएंगे।
आपको बताते चलें कि यूपी को देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे पाने का गौरव प्राप्त है। यहां कुल 14 एक्सप्रेसवे हैं। इनमें से कई पर यातायात जारी है और कई आने वाले दिनों में बनकर तैयार हो जाएंगे।
यमुना एक्सप्रेसवे
उत्तर प्रदेश का यमुना एक्सप्रेस वे राजधानी दिल्ली से आगरा को जोड़ता है। इसे ताज एक्सप्रेसवे भी कहा जाता है। इसके निर्माण से दिल्ली और आगरा के बीच महज ढाई घंटे का सफर तय करना पड़ता है।
एक्सप्रेसवे की लंबाई 165.5 KM
लेन संख्या 6 (8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है)
शुरुआत परी चौक (ग्रेटर नोएडा)
आखिरी कुबेरपुर (आगरा)
उद्घाटन तिथि अगस्त 2012
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे ताज एक्सप्रेसवे का एक्सटेंशन है। इससे फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद एक्सप्रेसवे भी जुडे़गा।
एक्सप्रेसवे की लंबाई 24.53KM
लेन संख्या 6
शुरुआत महामाया फ्लाईओवर (नोएडा)
अंतिम परी चौक (ग्रेटर नोएडा)
लागत 400 करोड़
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से राजधानी लखनऊ और ताजनगरी आगरा के बीच दूरी कम हो गई है। पहले यात्रा में 6 घंटे से अधिक समय लगता था, लेकिन अब साढ़े तीन घंटे में सफर पूरा हो जाता है। यह यमुना एक्सप्रेसवे से भी जुड़ा है।
एक्सप्रेसवे की लंबाई 302 KM
लेन संख्या 6
शुरुआत एत्मादपुर मडरा गांव (आगरा)
आखिरी सरोसा भरोसा गांव, मोहान रोड लखनऊ
उद्घाटन नवंबर2016
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे ब्राउन फील्ड और ग्रीन फील्ड का मिश्रण है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे राष्ट्रीय राजमार्ग NH-3 के रूप में बनाया गया है।
एक्सप्रेसवे 96 KM
लेन संख्या 6
शुरुआत निजामुद्दीन पुल (दिल्ली)
आखिरी बिंदु मेरठ बाईपास
उद्घाटन मार्च 2021
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का निर्माण का कार्य साल 2021 में पूरा हुआ था। यह एक्सप्रेसवे यूपी के 9 जिलों को कवर करता है। इन जिलों में गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, अंबेडकर नगर, अयोध्या, सुलतानपुर, अमेठी, बाराबंकी और लखनऊ शामिल हैं। पहले गाजीपुर से लखनऊ की यात्रा 15 घंटे में पूरी होती थी, लेकिन इसके निर्माण से महज 10 घंटे में सफर पूरा हो जाता है।
एक्सप्रेसवे 380. 82 KM
लेन संख्या 6
शुरुआत चांद सराय गांव (लखनऊ)
आखिरी बिंदु हैदरिया गांव NH-31 गाजीपुर
उद्घाटन नवंबर 2021
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण UPEIDA ने किया था। इसे अबतक के सबसे कम समय यानी 28 महीने में बनाकर तैयार किया गया था। यह बुंदेलखंड के सात जिले चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, महोबा, जालौन, औरैया और इटावा से होकर गुजरता है। यह दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे से भी जुड़ा है। इस एक्प्रेसवे के किनारे डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण होना है। इसे भारत के पहले सोलर एक्सप्रेसवे के तौर पर विकसित किया जाएगा।
एक्सप्रेसवे 296.7 KM
लेन संख्या 4
शुरुआत चित्रकूट
आखिरी बिंदु इटावा
उद्घाटन जुलाई 2022
गोरखपुर एक्सप्रेसवे
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का 91 फीसदी निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके बनने से लखनऊ से गोरखपुर जाने में 4 घंटे से भी कम समय लगेगा। इस एक्सप्रेसवे से गोरखपुर से दिल्ली और आगरा जाना भी आसान हो जाएगा। यह लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर, संत कबीर नगर, अंबेडकर नगर और आजमगढ़ से होकर गुजरेगा।
एक्सप्रेसवे 91 KM
लेन 4
शुरुआत जैतपुर गोरखपुर
आखिरी बिंदु सलारपुर, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे
पूरा होने की तारीख जल्द हो सकता है उद्घाटन
गंगा एक्सप्रेसवे
गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण से मेरठ से प्रयागराज महज 8 घंटे में पहुंच जाएंगे। इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि गाड़ियां 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकें। इसके अलावा बीच-बीच में भी टोल प्लाजा होंगे, ताकि बीच में कहीं एक्सप्रेसवे पर चढ़ने वाली गाड़ियों से टोल लिया जा सके। ऐसे कुल 12 रैम्प टोल प्लाजा बनेंगे। इसके अलावा शाहजहांपुर के पास एयरस्ट्रीप भी बनाई जाएगी ताकि आपातकालीन परिस्थिति में हेलिकॉप्टर या प्लेन उतारा जा सके। गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ-बुलंदशहर (एनएच 334) पर बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज में (एनएच 19) पर जूडापुर दादू गांव के समीप पर समाप्त होगा। गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ के बाद ये हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ से होता हुआ प्रयागराज तक जाएगा। गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण भी
12 चरणों में ही किया जा रहा है।
एक्सप्रेसवे 594 KM
लेन संख्या 6 (8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है)
शुरुआत मेरठ
आखिरी बिंदु प्रयागराज
कार्य पूरा होने की तारीख अप्रैल 2024
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे
लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे NHIA द्वारा शुरू की गई परियोजना है। एक्सप्रेसवे का अभी निर्माण कार्य जारी है। इस एक्सप्रेसवे की मदद से यात्री लखनऊ से कानपुर की दूरी 45-50 मिनट में तय कर सकते हैं।
एक्सप्रेसवे 62.67 KM
लेन संख्या 6
शुरुआत शहीद पथ (लखनऊ)
आखिरी बिंदु कानपुर
कार्य पूरा होने का समय दिसंबर 2024
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