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UP में कटेंगे एक लाख घरेलू गैस कनेक्शन, इन उपभोक्ताओं पर होगी बड़ी कार्यवाही

UP News : उत्तर प्रदेश के घरेलू गैस कनेक्शन उपभोक्ताओं के लिए बड़ी अपडेट सामने आई। घरेलू गैस कनेक्शन के खिलाफ अब तेल कंपनियां कड़ा रवैया अपनाने जा रही है। अगर आप उत्तर प्रदेश के निवासी हैं तो आपको यह खबर जरूर पढ़नी चाहिए। उत्तर प्रदेश में अब इन ग्राहकों के गैस कनेक्शन काटे जाएंगे। पढ़ें पूरी खबर

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UP में कटेंगे एक लाख घरेलू गैस कनेक्शन, इन उपभोक्ताओं पर होगी बड़ी कार्यवाही 

Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश के घरेलू गैस कनेक्शन उपभोक्ताओं के लिए बड़ी अपडेट सामने आई। घरेलू गैस कनेक्शन के खिलाफ अब तेल कंपनियां कड़ा रवैया अपनाने जा रही है। अगर आप उत्तर प्रदेश के निवासी हैं तो आपको यह खबर जरूर पढ़नी चाहिए। तेल कंपनियां अब घरेलू गैस कनेक्शन पर कठोर होने जा रही हैं। निर्देश प्रत्येक कंपनी ने अपने वितरकों को भेजे हैं कि प्रत्येक कनेक्शन को ई-केवाईसी बनाया जाए। फिलहाल, इस प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने के निर्देश हैं। समय भी अंतिम तिथि घोषित कर सकता है। या फिर ग्राहक ई-केवाईसी नहीं देंगे तो उनकी आपूर्ति रोकी जा सकती है।

आगरा में एचपी, इंडेन और भारत गैस के नौ लाख से अधिक उपभोक्ता हैं। इनमें से अधिकांश को घरेलू सिलेंडर की रीफिल 815.5 रुपये में मिल रही है। उज्ज्वला कनेक्शन धारकों को इससे भी अधिक धन मिलता है। तेल कंपनियों का मानना है कि सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी का लाभ वास्तविक उपभोक्ता ही उठाएंगे। घरेलू सिलेंडर के लिए फिलहाल कोई चेक नहीं बनाया गया है।

वितरक बताते हैं कि ई-केवाईसी से जनपद में 15% उपभोक्ता प्रभावित हो सकते हैं। कुछ कनेक्शन धारक मर चुके हैं, लेकिन उनके नाम उनके उत्तराधिकारियों को नहीं दिए गए हैं। वहीं, कुछ ग्राहक अन्यत्र स्थानांतरित हो गए हैं। वहां अपने नए नाम से जुड़ गया। उनके पहले वाले पते पर ही पुराना कनेक्शन चल रहा है।

सुरक्षा पर विशेष ध्यान

आगरा संभाग के इंडेन एलपीजी वितरक संघ के अध्यक्ष विपुल पुरोहित ने कहा कि उपभोक्ताओं को सुरक्षित रखने के लिए कंपनी ने इस बार कुछ खास उपाय किए हैं। इसके बाद तेल कंपनियां वितरकों के माध्यम से हर ग्राहक तक पहुंचेंगे। हर ग्राहक की रसोई में कनेक्शन सुरक्षा की जांच की जाएगी। नौ बिंदु इस जांच का आधार होंगे। इसके लिए कंपनियों ने भी अभियान चलाया है। इसका नाम है जांच एवं जागरूकता। उपभोक्ता को इसमें कुछ नहीं करना है। वितरक से उनका मकेनिक पहुंचेगा और कनेक्शन की स्थिति को देखेगा, फिर उपभोक्ता से आवश्यकतानुसार बदलाव करेगा।

रबर पाइप पर मिलेगी सब्सिडी

तेल कंपनियों ने सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए सुरक्षा पाइप को सब्सिडी पर देने का फैसला किया है। सुरक्षा रबर पाइप (190 रुपये) प्रत्येक ग्राहक को 150 रुपये में मिलेगा। जबकि मूल्य 190 रुपये है। लीकेज होने पर ग्राहक 1906 पर फोन कर सकते हैं। कंपनी ने सभी वितरकों को आगाह किया है कि वे ग्राहकों को गैस न होने पर रेग्युलेटर को बंद करने की आदत बनाने पर जोर दें। सुरक्षा के लिए अभियान वितरक स्तर से शुरू होगा।

ऐसे होगी ई-केवाईसी

कनेक्शन धारकों को वितरक कार्यालय में जाना होगा। यहां पर, इस आधार नंबर पर एकमात्र व्यक्ति पंजीकृत है, यह उनके आधार से पुष्टि होगी। वितरक के रिकार्ड में दर्ज आधार नंबर से मेल खाने पर हर पहचान अपलोड कर रखी जाएगी। ई-केवाईसी होने पर उपभोक्ता की आपूर्ति आसानी से होगी। अन्यथा इसे एक निश्चित सीमा के बाद रोक दिया जाएगा।

बोगस उपभोक्ताओं को हटाना है मकसद

तेल कंपनियों का लक्ष्य रिकार्ड से बोगस ग्राहकों को बाहर निकालना है। ई-केवाईसी उपलब्ध है। यह लक्ष्य है कि सिर्फ वास्तविक उपभोक्ता सरकारी सब्सिडी का लाभ उठा सकें।