UP में 4940 करोड़ से बिछेगी नई रेल लाइन, 85 गांवों से गुजरेगी रेलवे पटरी
UP News : उत्तर प्रदेश में नई रेलवे लाइनों का काम सरकार ने तेजी से पूरा किया है। प्रदेश में एक अतिरिक्त रेलवे लाइन बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। इस नई रेल लाइन पर दो स्टेशन बनाए जा रहे हैं। 32 प्रस्तावित स्टेशन, जिनमें 4 जंक्शन, 16 क्रॉसिंग, और 12 हाल्ट शामिल हैं

Uttar Pradesh News: रेलवे अधिकारियों के अनुसार, लाइन बिछाने के लिए 40 मीटर चौड़ी भूमि की आवश्यकता होगी, जबकि स्टेशनों के निर्माण के लिए 100 मीटर चौड़ी भूमि की जरूरत होगी उत्तर प्रदेश में रेलवे नेटवर्क का विस्तार एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार की कोशिशों से उत्तर प्रदेश में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर तेजी से बढ़ रहा है। अक्टूबर 2018 में उत्तर प्रदेश में 240 किलोमीटर की एक रेलवे लाइन बनाने की अनुमति दी गई। इस रेलवे लाइन को बनाने के लिए दो तहसीलों के 85 गांवों के किसानों से जमीन मिलनी चाहिए।
तेजी से मिट्टी पटाई का कार्य चालू
खलीलाबाद-बहराइच रेलवे लाइन का काम अब तेज हो गया है। इस रेलवे परियोजना में बांसी और खेसरहा में स्टेशन बनाने का टेंडर कार्य पूरा हो चुका है। वर्तमान में रेल लाइन बिछाने और खेसरहा स्टेशन निर्माण स्थल पर तेजी से मिट्टी पटाई का कार्य चल रहा है। रेलवे लाइन को बतसा और भलुहा गांव के पास बिछाने के लिए गिट्टी और पटरी बिछाने के लिए क्रास बोल्डर भी मौजूद हैं। स्थानीय ग्रामीण क्षेत्रों में रेल लाइन निर्माण कार्य की तेजी देखकर उत्साह है।
रेलवे ट्रैक बांसी और डुमरियागंज क्षेत्र से गुजरेगा
2018 अक्टूबर में, खलीलाबाद से बहराइच तक 240 किमी की एक नई रेलवे लाइन को मंजूरी दी गई। इस परियोजना का बजट 4940 करोड़ रुपये है। लक्ष्य 2026 तक पूरा होना चाहिए। नई रेल लाइन बांसी और डुमरियागंज जिलों से गुजरेगी, इसके लिए 85 गांवों के किसानों से जमीन अधिग्रहण किया जाएगा। इसमें बांसी तहसील के अधिकांश गांवों के किसानों की जमीन है। कुछ गांवों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
इसमें बांसी स्टेशन को छितौना और कोल्हुआ चकवा ग्रामसभाओं के मध्य बनाया जाएगा, जो गौरी गांव के पास होगा। बतसा और पीढि़या गांव के बीच एक रेलवे स्टेशन बनाया जा रहा है। खेत खाली होने से रेलवे लाइन और स्टेशन बनाने के लिए मिट्टी पटाई का काम तेजी से चल रहा है। स्टेशन निर्माण स्थल और रेल लाइन बिछाने पर दस से बारह फीट की ऊंचाई पर मिट्टी पाटी जा रही है। रेलवे लाइन बनाने के लिए बत्सा, औसानगाढ़ा और भलुहा गांवों में भी बोल्डर गिराए गए हैं।