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राजस्थान में शेखावाटी वासियों की बल्ले-बल्ले, बनेगी कई फोरलेन सड़कें और बाईपास

Rajasthan New Roads : राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र में कई योजनाओं और विकास परियोजनाओं का कार्यान्वयन किया जा रहा है जिसका परिणाम परिवर्तन होगा। यह जगह, जो अपनी ऐतिहासिक हवेलियों, सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, अब एक नए युग में प्रवेश कर रही है। शेखावाटी की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए उसे आधुनिक सुविधाओं और बेहतर अवसरों से जोड़ने का लक्ष्य इन परियोजनाओं का है।

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राजस्थान में शेखावाटी वासियों की बल्ले-बल्ले, बनेगी कई फोरलेन सड़कें और बाईपास

Jhunjhunu-Chidawa-Singhana-Pacheri road construction : अब राजस्थान का "ओपन आर्ट गैलरी" शेखावाटी बड़े बदलावों की ओर बढ़ रहा है। झुंझुनू, सीकर और चूरू जिलों के इस ऐतिहासिक और सांस्कृतिक क्षेत्र को पर्यटन, आधारभूत संरचना और आर्थिक विकास के क्षेत्र में एक नए स्तर पर ले जाने की योजना बनाई जा रही है, जो केवल अपनी हवेलियों और चित्रों के लिए प्रसिद्ध है। अगले साल तक शेखावाटी, जो देश भर में शिक्षा और धार्मिक पर्यटन का एक महानगर बन जाएगी, में 2500 करोड़ से अधिक रास्ते बदल जाएंगे। 

2500 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं का ऐलान 

केन्द्रीय सड़क व परिवहन मंत्रालय ने इसके लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जयपुर में राज्यस्तरीय निवेशक सम्मेलन में शेखावाटी में 2500 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं का ऐलान किया है। नए परियोजनाओं से सीकर, झुंझुनूं, चूरू और नीमकाथाना जिले के लोगों को लाभ मिल सकेगा। 500 करोड़ से सीकर-लक्ष्मणगढ़-फतेहपुर में बनेगा बाइपास, 1400 करोड़ की लागत से झुंझनूं-चिड़ावा-सिंघाना-पचेरी सड़क निर्माण, 600 करोड़ से सिंघाना-खेतड़ी-जसरापुर-नगलीसलेदी-भाटीवाड़ सड़क निर्माण किया जाएगा। 

सीकर-लक्ष्मणगढ़-फतेहपुर बाईपास

500 करोड़ रुपये की लागत से सीकर-लक्ष्मणगढ़-फतेहपुर बाईपास बनाया जाएगा। इससे सीकर, लक्ष्मणगढ़ और फतेहपुर में जाम से राहत भी मिल सकेगी। वहीं, सीकर से सटे झुंझुनूं जिले में 1400 करोड़ रुपये की लागत से झुंझुनूं-चिड़ावा-सिंघाना-पचेरी सड़क बनाई जाएगी। इसके अलावा, 600 करोड़ रुपये की लागत से सिंघाना-खेतड़ी-जसरापुर-नंगली सलेदी-भाटीवाड़ राजमार्ग का निर्माण भी मंजूर किया गया है।

फोरलेन सड़क होगी, पांच पुलिया भी बनेंगे

रामूका बास से भढ़ाडर रोड पर वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस रोड पर यात्रियों को कई बार जाम भी रहता है। ऐसे में अब सड़क रामू का बास से भढ़ाडर तक फोरलेन होगी। इस मार्ग पर सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए डिवाइडर भी बनाए जाएंगे। इसमें रामू का बास से भढ़ाडर तक पांच पुलिया भी बनाना होगा।

फतेहपुर-लक्ष्मणगढ़ राजमार्ग को फोरलेन बनाया जाएगा

सालासर और खाटू के श्रद्धालुओं की वजह से लक्ष्मणगढ़ और फतेहपुर में भी बढ़ा हुआ है। ऐसे में राजमार्ग लक्ष्मणगढ़ और फतेहपुर को फोरलेन करेगा। फोरलेन बनाने से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सकेगी।

धार्मिक और शिक्षण कॉरिडोर

शेखावाटी एक धार्मिक और शैक्षणिक कॉरिडोर है, जो लगातार मजबूत हो रहा है। हर साल खाटूश्यामजी, सालासर, जीणमाता व शाकम्भरी आने वाले भक्तों की संख्या बढ़ती जाती है। दिल्ली, पंजाब और हरियाणा से हजारों विद्यार्थी स्कूल जा रहे हैं। भक्तों को भी बेहतर संपर्क मिलेगा।

कस्बों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी

600 करोड़ रुपये की लागत से सिंघाना-खेतड़ी-जसरापुर-नगलीसलेदी-भाटीवाड़ सड़क बनाने से कस्बों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इस मार्ग की स्थापना से शेखावाटी के हजारों लोगों को प्रत्यक्ष लाभ होगा। यह मार्ग अभी भी उपलब्ध है, लेकिन वह जर्जर है। इसके बाद खेतड़ी से भाटीवाड़ की सीधी सड़क होगी। फिर गुढ़ागौड़जी की ओर जाएगा।  इससे क्षेत्र का विकास होगा।

परिवहन सुविधा में सुधार

नई सड़कें बनाने और शेखावाटी में NH के तीन मार्गों का विस्तार करने से परिवहन सुविधा और बेहतर हो सकेगी। हालाँकि, दिल्ली जाने वाले परिवहन साधनों को एनएच की कमी से न सिर्फ अधिक ईधन बर्बाद हो रहा है, बल्कि धन भी बर्बाद हो रहा है।

दिल्ली जाना समय बचाएगा

1400 करोड़ रुपये की लागत से झुंझनूं-चिड़ावा-सिंघाना-पचेरी सड़क का निर्माण दिल्ली तक की दूरी को कम करेगा। नारनौल से पचेरी सीमा तक फोन लेन सड़क अभी बनाई जा रही है, लेकिन झुंझुनूं की सीमा पर पहुंचते ही काम रुक गया है। अब कार्य इस राशि से पचेरी से चिड़ावा तक होगा। फतेहपुर से मंडावा तक झुंझुनूं में भी काम तेजी से चल रहा है। इसके बाद यह राजमार्ग सीधे दिल्ली जाता है।

नवीन व्यवसायों की शुरुआत

दिल्ली और जयपुर के बहुत करीब होने के बावजूद औद्योगिक क्षेत्र को बूस्टर डोज नहीं मिल रहा है। परिवहन की सुविधा मिलने से स्थानीय उद्योग जीवित रह सकेंगे। यह भी नए उद्यमों को जन्म देगा।

एक्सपर्ट रिपोर्ट: विकास को गति मिलेगी

धार्मिक पर्यटन के लिए सीकर एक आर्थिक हब बन गया है। किसी भी क्षेत्र के विकास में रोल कनेक्टीविटी सबसे महत्वपूर्ण है। सड़क परिवहन मंत्रालय ने 2500 करोड़ रुपये के प्रोजेक्टों को मंजूरी दी, जिससे शेखावाटी में विकास और तेजी से हो सकेगा।