UP के 56 गांवों से गुजरेगा 118 किलोमीटर लंबा हाईवे, कई इलाकों की बदलेगी तस्वीर
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर बेहतरीन काम हो रहे हैं। सड़कों के मामले में उत्तर प्रदेश देश में नंबर वन राज्य बना हुआ है। उत्तर प्रदेश में एक और 118 किलोमीटर लंबा फोरलेन हाईवे बनाने की तैयारी चल रही है जिससे 56 गांवों के लोगों की किस्मत बदलने वाली है। जहां से फौरन हाईवे गुजरने वाला है वहां के आसपास की जमीनों की बिक्री और निर्माण कामों पर रोक लगाई जाने को लेकर प्रशासन को लेटर भेज दिया गया है।

UP News : उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर जो तेजी से काम हो रहे हैं, वो राज्य को देश का ट्रांसपोर्ट हब बना रहे हैं। अब जिस 118 किलोमीटर लंबे फोरलेन हाईवे की बात हो रही है, वो कई मायनों में बेहद खास है। यह फोरलेन राजमार्ग 138 किमी लंबा होगा और हमीरपुर और महोबा के छप्पन गांवों से गुजरेगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर इन क्षेत्रों में जमीन खरीदने और निर्माण कार्यों पर रोक लगाने की मांग की है। NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने जिलाधिकारी से कहा है कि धारा 143 (80) के तहत भूमि पर प्रकृति परिवर्तन और निर्माण पर रोक लगा दी जाए।
NHAI ने उत्तर प्रदेश के कानपुर रिंग रोड से कबरई फोरलेन ग्रीन फील्ड हाइवे बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। हमीरपुर और महोबा के छप्पन गांवों की सीमाओं से एक सौ अठारह किमी लंबी फोरलेन राजमार्ग बनेगा। NHAI ने अब फोरलेन हाइवे के आसपास की जमीन की बिक्री और निर्माण कार्यों पर रोक लगाने के लिए प्रशासन को पत्र भेजा है। साथ ही, डीएम ने एडीएम फाइनेंस के नेतृत्व में एक कमेटी भी गठित की है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने परिवर्तन
पिछले कुछ सालों में, कानपुर-कबरई नेशनल हाईवे 34 को ग्रीन फील्ड हाईवे बनाने का मुद्दा चर्चा में रहा है। यह पहले कानपुर, फतेहपुर, हमीरपुर और महोबा के गांवों से होगा, लेकिन अब राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इसे बदल दिया है। अब नेशनल हाईवे 34 पूर्व से नहीं गुजरेगा, बल्कि पश्चिम से, बेतवा और यमुना को जोड़ने वाले पुलों से गुजरेगा। 13 मार्च को NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने जिलाधिकारी को एक पत्र में इसकी पुष्टि की है। NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि वह धारा 143 (80) जारी करके भूमि की प्रकृति में बदलाव, निर्माण और अन्य कार्यों को रोकने का आदेश दें।
भारतमाला परियोजना का फोरलेन रोड बनेगा
1 अप्रैल को जिलाधिकारी ने एक पत्र जारी करके जिलाधिकारी राजस्व एवं वित्त, एसडीएम सदर एवं मौदहा, प्रभागीय वनाधिकारी और अधिशासी अभियंता लोक निर्माण को आदेश का पालन करने के लिए कहा है। कमेटी में जिलाधिकारी राजस्व एवं वित्त, एसडीएम हमीरपुर मौदहा, प्रभागीय वनाधिकारी, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण और अधिशासी अधिकारी शामिल हैं। NHAI की डीपीआर रिपोर्ट के अनुसार, यह फोरलेन हाईवे भारतमाला परियोजना के अंतर्गत बनाया जाएगा। यह कानपुर से कबरई के बीच 118 किलोमीटर की दूरी पर बनाकर तैयार होगा। निर्माण के बाद नेशनल हाईवे 34 में दिन-प्रतिदिन होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आएगी और लखनऊ से भोपाल तक की यात्रा आसान होगी।
फोरलेन ग्रीन फील्ड हाइवे के निर्माण से छप्पन गांव की तस्वीर बदल जाएगी
फोरलेन हाइवे बनने से छप्पन मौजो की छवि ही बदल जाएगी। हमीरपुर तहसील का फोरलेन हाईवे चंदौली तीर, मंझूपुर दरिया, कलौली तीर, मंझूपुर दरिया, कलौली तीर डांडा, बदनपुर, चंदौखी, हमीरपुर, मंझूपुर डांडा, रमेडी डांडा, बिदोखर पुरई, बिदोखर मेदनी, भकौल मौजा, रगौरा, बांकी, महमूदपुर, पौथिया खुर्द, अमिरता, कीरत यह मार्ग मौदहा तहसील के रीवन, छिरका, रागौल, मकरांव, नरायच, कुसमेला, गहबरा, भवानी, चमरखन्ना, रतौली, सिलौली, रतवा, लरौंद, भमौरा, सिचौली, पिपरौंदा, अछरेला, किशुनपुर, बहरेला, रोहारी, चकदहा, गडरिया खेड़ा से होकर महोबा जिले की सीमा पार करेगा।