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UP, बिहार और बंगाल तक 37000 करोड़ लागत से बनेगा 568 कि.मी लंबा एक्सप्रेसवे, फरार्टेदार बनेगा सफर

UP News : उत्तर प्रदेश का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में कोई भी राज्य मुकाबला नहीं कर सकता है. देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेस वाला राज्य उत्तर प्रदेश है. उत्तर प्रदेश में 17 एक्सप्रेसवे है और 6 एक्सप्रेस वे अभी कार्यशील है और 7 का निर्माण चल रहा है. प्रदेश में 3700 करोड रुपए की लागत से 568 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है जो तीन राज्यों के आगमन को जबर्दस्त फायदा पहुंचाएगा.

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UP, बिहार और बंगाल तक 37000 करोड़ लागत से बनेगा 568 कि.मी लंबा एक्सप्रेसवे,  फरार्टेदार बनेगा सफर 

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश अब रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में पूरे देश में सबसे आगे निकल गया है। राज्य में 17 एक्सप्रेसवे मौजूद हैं, जो देश में किसी भी अन्य राज्य से ज्यादा हैं। यही नहीं, उत्तर प्रदेश में 6 एक्सप्रेसवे पूरी तरह से चालू हैं और 7 एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से जारी है। अब उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी तक 568 किमी लंबी राजमार्ग बनाया जा रहा है। 37,000 करोड़ रुपये की लागत वाला यह राजमार्ग बिहार होते हुए सिलीगुड़ी पहुंचेगा। इस राजमार्ग से उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल तीनों राज्यों को बहुत फायदा होगा।

उत्तर प्रदेश में 17 एक्सप्रेसवे

उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेस वे वाला राज्य है। उत्तर प्रदेश में 17 एक्सप्रेसवे हैं। 4 एक्सप्रेसवे पाइप लाइन में हैं, जबकि छह कार्यशील हैं और सात का निर्माण चल रहा है। 594 किलोमीटर की लंबाई से गंगा एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा राजमार्ग है। यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ से पूर्वी उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद तक फैला हुआ है।  यह देश का पहला एक्सप्रेसवे है जहां रात में भी विमान उतर सकते हैं। 

गोरखपुर-सिलीगुड़ी राजमार्ग

गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे के निर्माण से तीनों राज्यों में आर्थिक और औद्योगिक विकास के साथ-साथ रोजगार के बड़े अवसर पैदा होंगे. यह राजमार्ग यूपी से पश्चिम बंगाल तक आसानी से चलेगा। यूपी के गोरखपुर से शुरू होने वाले इस एक्सप्रेसवे को बिहार के आठ जिलों (पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज) से होकर गुजरता हैं, जिससे इसका सबसे अधिक लाभ बिहार में मिलेगा। इस एक्सप्रेसवे से उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के बीच सड़क संपर्क बेहतर होगा ही, यात्रा भी आसान होगी।   

एक्सप्रेसवे का खर्च और विस्तार

यह एक्सप्रेस यूपी के गोरखपुर से बिहार होकर पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी तक जाता है. इसकी लंबाई 568 किलोमीटर है। जबकि इसकी अनुमानित लागत 37,000 करोड़ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे का 73% हिस्सा बिहार में चालू रहता है। और इसकी सौगात जनता को इस साल यानी 2025 के आखिर तक मिल सकती है.