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UP वालों की हुई मौज ये हाईवे होगा 4 लेन, कई गावों की जमीन पर बनाएं जाएंगे बाईपास

UP News : यूपी के इस हाईवे को टू लेन से फोरलेन किए जाने का रास्ता साफ हो गया है। जिसके चलते यहां जल्द ही बाईपास बनाए जाएंगे.
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UP Update: बरेली-सितारगंज हाईवे को टू लेन से फोरलेन किए जाने का रास्ता साफ हो गया है। वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने सहमति दे दी है। अब पेड़ काटे जा सकेंगे और सड़क भी बनेगी। फिलहाल सड़क दस मीटर चौड़ी है, जो फोर लेन होने पर 18 मीटर चौड़ी हो जाएगी।

बता दें कि मार्ग बनने से उत्तराखंड से भी जुड़ाव बढ़ेगा तो बरेली, पीलीभीत और ऊधमसिंह नगर को भी फायदा होगा, क्योंकि 70.8 किलोमीटर लंबे हाईवे में 27.75 किलोमीटर हिस्सा बरेली में, 12.40 किलोमीटर हिस्सा ऊधमसिंह नगर में और 30.650 किलोमीटर हिस्सा पीलीभीत में है।

पेड़ काटने की मंजूरी मिली-

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की कार्ययोजना को वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने दो दिन पहले नई दिल्ली में हुई बैठक में हरी झंडी दी। इसमें सड़क चौड़ीकरण के लिए पेड़ काटने और दूसरे स्थान पर भरपाई के लिए पौधे लगाने पर सहमति बनी।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्रोजेक्ट डायरेक्टर बीपी पाठक ने बताया कि जमीन अधिग्रहण होते ही मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य शुरू हो जाएगा। अगर कोई बाधा नहीं पड़ी तो बरेली-सितारगंज हाईवे अगस्त 2025 तक फोरलेन हो जाएगा। मार्ग पर आठ बाईपास बनेंगे। बरेली और आसपास के लोगों को नैनीताल के साथ पूरे उत्तराखंड के लिए बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।

हल्द्वानी में घुसे बगैर पहुंच जाएंगे नैनीताल-

बरेली से किच्छा, हल्द्वानी होते हुए लोग नैनीताल का सफर कर रहे हैं, लेकिन हाईवे फोरलेन होने के बाद लोग बरेली से सितारगंज होते हुए हल्द्वानी तक पहुंचेंगे। हल्द्वानी शहर के भीतर जाए बगैर बाईपास से काठगोदाम होते हुए नैनीताल पहुंच जाएंगे। पूरे मार्ग में आठ स्थानों पर आबादी के बीच से बाईपास बनाकर वाहनों को रफ्तार दी जाएगी। नानकमत्ता का सफर भी आसान हो जाएगा।
आंकड़ों की नजर से-

- 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार भर सकेंगे वाहन
- 71 किलोमीटर लंबा है मार्ग
- 2857 करोड़ रुपये होंगे खर्च
- बरेली-पीलीभीत-ऊधमसिंह नगर सीधे जुड़ेंगे

यहां बनेंगे बाईपास-

बरेली से मुड़िया अहमनदगर के निकट रिठौरा में पहला बाईपास (4.4 किलोमीटर), सेंथल में हाफिजगंज-नवाबगंज बाईपास (12.3 किलोमीटर), पीलीभीत जिले में जहानाबाद बाईपास (13.92 किलोमीटर), पीलीभीत जिले में अमरिया बाईपास (3.90 किलोमीटर), बढ़ेरिया बाईपास (2.6 किलोमीटर), नकटपुरा बाईपास (1.2 किलोमीटर), मलपुरी बाईपास (2.7 किलोमीटर), सितारगंज बाईपास (6 किलोमीटर)

एनएचएआई के परियोजना निदेशक बीपी पाठक ने बताया कि फोरलेन हाईवे के लिए टेंडर हो गए हैं। निर्माण पूरा होने पर यातायात को रफ्तार मिलेगी। कारोबार को फायदा मिलेगा। यूपी और उत्तराखंड के लोग लाभान्वित होंगे।

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