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लखनऊ में बनेगी दूसरी एलिवेटेड रोड, सवा घंटे का सफर मात्र 15 मिनट में होगा पूरा

UP News: लखनऊ में यातायात को और सुगम बनाने के लिए गयासुद्दीन हैदर कैनाल (GH Canal) पर एलिवेटेड रोड बनाने की योजना तैयार की गई है। जिस तरह Lucknow Green Corridor गोमती नदी के दोनों ओर से शहर को जोड़ रहा है, उसी तरह यह नया एलिवेटेड रोड भी शहर के एक कोने से दूसरे कोने को बेहतर कनेक्टिविटी देगा।

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लखनऊ में बनेगी दूसरी एलिवेटेड रोड, सवा घंटे का सफर मात्र 15 मिनट में होगा पूरा

Uttar Pradesh News : लखनऊ ग्रीन कॉरिडोर (Lucknow Green Corridor) शहर के एक कोने को गोमती के दोनों ओर से जोड़ रहा है, उसी तरह गयासुद्दीन हैदर कैनाल से एलिवेटेड रोड का निर्माण जल्द ही शुरू होगा। राजाजीपुरम को समता मूलक चौराहे से यह सड़क जोड़ेगी। इस सड़क का कुल व्यास लगभग 16 किलोमीटर होगा। इस सड़क का निर्माण करीब 500 करोड़ रुपये का होगा। इससे मध्य शहर से आगरा एक्सप्रेस वे तक पहुंचना भी आसानी से होगा। इस सड़क को बनाने की भी घोषणा की गई है। लोक निर्माण विभाग और नगर निगम ने इसके लिए काम शुरू कर दिया है।

कहाँ नई सड़क बनाई जाएगी?

नाला मोहान रोड से शुरू होता है। फिलहाल, 1090 के पास गोमती में सीधे मिल रहा है। यहां सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट कुछ दिन बाद शुरू हो जाएगा। इससे GH कैनाल का पानी साफ हो जाएगा और गोमती में छोड़ा जाएगा। राजाजीपुरम से 1090 चौराहे तक एक पूरी सड़क इस कैनाल के सहारे जाएगी। इससे लोहिया जाने का एक अतिरिक्त उपाय मिलेगा। इसके परिणामस्वरूप, अब तक निर्धारित रास्ता लगभग सवा घंटे में पूरा होता है। 15 मिनट में पूरा हो जाएगा।

क्या तैयारी जारी है?

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी ने कहा कि नगर निगम और लोक निर्माण विभाग मिलकर इस काम पर काम करेंगे। यहां सड़क बाधाओं को नगर निगम हटाएगा और लोक निर्माण विभाग सड़क बनाएगा। शुरुआती इस्टीमेट लगभग पांच सौ करोड़ रुपये का बनाया जा रहा है।

नाले के किनारे अवैध अधिग्रहण सूचीबद्ध

1090 चौराहे तक बहने वाले हैदर कैनाल नाले का ड्रोन सर्वे शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, पारा में हुआ है। इससे 16 किलोमीटर लंबे नाले के मार्ग पर अवैध कब्जे चिह्नित किए गए हैं। इसके अलावा, इस क्षेत्र में हैदर कैनाल में गिरने वाले नालों की स्थिति का अध्ययन भी किया जाएगा। सर्वे के बाद इन नालों को टैप किया जाता है। इसके अलावा, हैदर कैनाल में अतिक्रमण को दूर करने के लिए भी योजना बनाई जाएगी। 16 किलोमीटर हैदर कैनाल नाला है। 40 से 70 मीटर चौड़ा होता है। राजाजीपुरम से गोल चौराहे तक 8.26 किलोमीटर क्षेत्र में लोग नाले के किनारे रहते हैं। 243 नाले से पानी इसमें गिरता है। 1090 चौराहे के पास हैदर कैनाल में एसटीपी शुरू होने से उनका पानी सीधे गोमती में नहीं गिरेगा।

आगरा एक्सप्रेसवे आसान है

यह सड़क बनने के बाद लोग शहर के बीच से 15 से 20 मिनट में आगरा एक्सप्रेसवे तक पहुंच जाएंगे। अभी इसमें लगभग डेढ़ घंटे लगते हैं। यह सड़क भी एक हाईवे से सीधे जुड़ेगी। इससे आगरा से लखनऊ की दूरी काफी कम हो जाएगी।