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राजस्थान के इन जिलों में बिछेगी 140 किमी. लंबी नई रेल लाइन, बनाए जाएंगे 14 स्टेशन

Rajasthan News : राजस्थान में रेलवे तंत्र को मजबूत बनाने के लिए सरकार की तरफ से बड़ा कदम उठाया गया है। राज्य के लिए रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर की बढ़ोतरी होना बहुत आवश्यक कदम भी है। रेलवे के जरिए लोगों को आरामदायक और पॉकेट फ्रेंडली में सफर तय होता है। प्रदेश में अब 143 किलोमीटर लंबा रेलवे ट्रैक बिछाया जाना है।

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राजस्थान के इन जिलों में बिछेगी 140 किमी. लंबी नई रेल लाइन, बनाए जाएंगे 14 स्टेशन

Rajasthan Dungarpur-Ratlam Rail Project : राजस्थान में रेलवे नेटवर्क को और मजबूत करने के लिए 143 किलोमीटर लंबा नया रेलवे ट्रैक बिछाने की योजना पर काम शुरू किया गया है। यह कदम राज्य में परिवहन सुविधाओं को बेहतर बनाने और यात्रियों को आरामदायक व किफायती सफर देने के उद्देश्य से उठाया गया है। राजस्थान में बनाया गया 143 किलोमीटर का नया रेलवे मार्ग कब पूरा होगा? वास्तव में, वर्षों बाद भी आदिवासी क्षेत्र के डूंगरपुर-बांसवाड़ा जिले को शेष भारत से रेलवे द्वारा जोड़ने का सपना पूरा नहीं हुआ है।  हालाँकि, अब उम्मीद जगने लगी है कि नए रेलवे रूट पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।

रेलवे परियोजना की जल्दी पूर्ति की मांग

बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत ने हाल ही में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की थी। इस दौरान सांसद ने डूंगरपुर-रतलाम वाया बांसवाड़ा रेलवे परियोजना की जल्दी पूर्ति की मांग की। जिस पर रेल मंत्री ने सांसद को आश्वस्त किया कि रेलवे का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। ऐसे में वांगड़ अंचल एक बार फिर आस बंधी है। सांसद राजकुमार रोत ने भी उदयपुर-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को डूंगरपुर में स्टेशन देने की मांग की, उदयपुर-दिल्ली मेवाड़ एक्सप्रेस को डूंगरपुर तक बढ़ाने की मांग की और असारवा एक्सप्रेस को बिछीवाड़ा में स्टेशन देने की मांग की।

डूंगरपुर-रतलाम रेल परियोजना का विश्लेषण

2010-11 के रेल बजट में डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम रेलवे परियोजना की घोषणा की गई थी। भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में देरी के कारण, हालांकि, परियोजना की गति धीमी रही है। योजना 2031 तक पूरी होनी चाहिए।

इस परियोजना का उद्देश्य डूंगरपुर से रतलाम के बीच 191 किमी का रेलवे ट्रैक बनाना है। इसमें से 143 किमी राजस्थान से गुजरेंगे, जबकि 48 किमी मध्य प्रदेश से गुजरेंगे। उत्तर-पश्चिम रेलवे ने परियोजना की शुरुआत में 2100 करोड़ रुपए की लागत बताई थी। लेकिन काम में देरी के कारण लागत हर साल 10-12 % बढ़ती जाती है।  ऐसे में परियोजना की वर्तमान लागत चार हजार करोड़ से अधिक हो चुकी है।

19 रेलवे स्टेशन बनेंगे

रतलाम से डूंगरपुर के बीच 19 स्टेशन हैं। जिनमें से राजस्थान में 14 और मध्यप्रदेश में 5 रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे।  डूंगरपुर, मनपुर, नवागांव, टामटिया, जोधपुरा, सागवाड़ा, भीलूडा, गढ़ीपरतापुर, वजवाना, मतीरा, बांसवाड़ा, कुंडला खुरडा, अरभितखाटुम्बी और छोटी सरवन राजस्थान में कई स्टेशन हैं।  वहीं, सेवारा अलका खेरा, चांदीरा बेरदा, शिवगढ़, पालसोरीत और रतलाम रेलवे स्टेशन मध्यप्रदेश में हैं। साथ ही, 7.40 किमी की लंबाई वाले सात सुरंग भी बनेंगे। इस मार्ग पर चार दर्जन घुमाव होंगे।