बरेली की ये 32.5 किमी. सड़क का होगा चौड़ीकरण, आसपास के गांवों और शहर को फायदा
UP News: उत्तर प्रदेश सरकार सड़क तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रही है, जिससे आम जनता का आवागमन सुगम होगा और कई गांवों को सीधा लाभ मिलेगा।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश सरकार सड़क तंत्र को मजबूत बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएँ लागू कर रही है। इन प्रयासों से न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी। सरकार इस तरह की सड़क विस्तार योजनाओं पर तेजी से काम कर रही है ताकि उत्तर प्रदेश के बुनियादी ढांचे को और मजबूत किया जा सके।
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी
उत्तर प्रदेश के इस जिले में बड़े बाइपास से लेकर बीसलपुर तक 32.5 किलोमीटर का रास्ता चौड़ा किया जाना है। चौड़ीकरण की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट जून तक बनाई जाएगी। इन परियोजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी स्थापित करना है, जिससे स्थानीय निवासियों को आवागमन में सुविधा होगी और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। बरेली के बड़े बाइपास से बीसलपुर तक 32.5 किलोमीटर का रास्ता चौड़ा किया जाना है। चार जनवरी से सर्वे शुरू हो गया है।
बरेली-बीसलपुर रोड की चौड़ीकरण की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट जून तक बनाई जाएगी। चार जनवरी से भोपाल में मंगलम इंफ्रास्ट्रक्चर के अभियंताओं ने सर्वेक्षण शुरू किया है। मार्ग सात से दस मीटर होना चाहिए।
चौड़ीकरण में क्या चुनौती है? कितने छोटे-बड़े पुल बनेंगे? डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट में ये बातें बताई गई हैं कि क्या जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता होगी या नहीं। बरेली के बड़े बाइपास से भुता, कुआंडांडा, चुर्रा सकतपुर, रिछोला शेखापुर होते हुए बीसलपुर तक एक मार्ग की चौड़ीकरण की योजना है।
राष्ट्रीय राजमार्ग खंड, लोक निर्माण विभाग, के अधिशासी अभियंता शशांक भार्गव ने बताया कि सर्वेक्षण पिछले दो महीने से चल रहा है। चौड़ीकरण से बरेली और आसपास के गांवों के लोगों को लाभ मिलेगा। पुल के बिना सड़क दस मीटर चौड़ी होगी। डीपीआर पहले चौड़ीकरण के लिए लखनऊ जाएगा। इसे वहां से केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय भेजा जाएगा। बजट मंजूर होने पर काम शुरू हो सकेगा।