National Highway पर दाईं तरफ गाड़ी चालने वाले सावधान, समझ लें तीन बात काम आएगी
The Chopal : नेशनल हाईवे पर अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि कुछ वाहन गलत दिशा में चल रहे होते हैं. रॉन्ग साईड में चलने की वजह चाहे कुछ भी हो, लेकिन ऐसे वाहन चालक खुद के साथ औरों के लिए भी कई बार खतरा बन जाते हैं. एक आंकड़े के मुताबिक देश में हर तीन दिन पर रॉन्ग साईड में चलने के कारण एक हादसा होता है .
सड़क पर चलना जिम्मेदारी भरा काम है, फिर चाहे आप पैदल चल रहे हो या किसी मोटर व्हीकल से चल रहे हों. आपकी गलती से हादसे होने की संभावना बढ़ जाती है. खासकर अगर आप मोटर व्हीकल से चल रहे हों तो यह संभावना और ज्यादा बढ़ जाती है. इसके अलावा, अगर आप हाईवे पर चलते हैं तो आप ज्यादा स्पीड पर क्रूज कर रहे होते हैं, जहां जरा सी गलती से होने वाले हादसे जान तक ले सकते हैं.
इसीलिए, हाईवे पर ड्राइव करते हुए हमेशा ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए. हाईवे की राइट लेन को केवल ओवरटेकिंग के लिए ही इस्तेमाल करें. अगर आप ओवरटेकिंग के बाद भी राइट लेन बने रहते हैं तो इससे हादसे का जोखिम बढ़ सकते है. चलिए, बताते हैं कैसे.
अन्य व्हीकल्स को परेशानी
जब आप राइट लेन में ड्राइव करते रहते हैं, तो इससे आप अन्य व्हीकल्स के लिए ओवरटेकिंग में परेशानी पैदा करते हैं. ऐसे में या तो उन्हें स्पीड कम करके आपके पीछे चलना होगा या फिर वह गलत तरीके से दूसरी लेन में जाकर ओवरटेकिंग करेंगे. दोनों ही स्थिति में उन्हें परेशानी होगी.
दुर्घटना का जोखिम
ऊपर बताई गई स्थिति में दुर्घटना का जोखिम बढ़ जाता है क्योंकि गलत तरीसे से ओवरटेकिंग हादसे का कारण बन सकती है. इससे व्हीकल्स के आपस में टक्कराने का खतरा रहता है क्योंकि व्हीकल्स अपनी तय लेन (नियमों के अनुसार) से बाहर जाकर इधर-उधर से ओवरटेक करेंगे.
वैसे तो पुलिस आमतौर पर लेन चेंजिंग को लेकर चालान नहीं काटती है लेकिन इसे लेकर नियम है, जिसका उल्लंघन करने पर चालान कट सकता है. नियमों के अनुसार, हाईवे की राइट लेन को ओवरटेकिंग लेन के तौर पर परिभाषित किया गया है और इसे ओवरटेकिंग के लिए ही इस्तेमाल करना चाहिए.
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