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NCR के इस शहर में पालतू जानवर रखने वालों को करवाना होगा रजिस्ट्रेशन, वरना कटेगा 15 हजार का चालान

घर में डॉग पालने वालों को नगर निगम में पंजीकृत करना अनिवार्य है। 30 सितंबर तक पालतू डॉग को पंजीकृत नहीं करने पर 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
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NCR के इस शहर में पालतू जानवर रखने वालों को करवाना होगा रजिस्ट्रेशन, वरना कटेगा 15 हजार का चालान

फ़रिदाबाद: घर में डॉग पालने वालों को नगर निगम में पंजीकृत करना अनिवार्य है। 30 सितंबर तक पालतू डॉग को पंजीकृत नहीं करने पर 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। लोगों को आवेदन करने के लिए निगम मुख्यालय में MOH ऑफिस में आना चाहिए। निगम ने रजिस्ट्रेशन शुल्क 1500 रुपये रखा है। सर्टिफिकेट आवेदन के 15 से 30 दिन में जांच पड़ताल के बाद दिया जाता है। शहर में अभी तक सिर्फ 95 लोग रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.प्रभजोत का कहना है कि डॉग मालिक हर साल रजिस्ट्रेशन नवीनीकरण करता है। रिन्यू एक हजार रुपये का है। रिन्यू के लिए सरल पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। डॉग पालक को रजिस्ट्रेशन के दौरान सभी नियमों का पालन करने का शपथपत्र देना होगा।

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किसी भी नस्ल पर प्रतिबंध नहीं है

शहर में किसी भी नस्ल का कुत्ता पालने पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है, डॉ. प्रभाजोत ने बताया। ऐसे में अब लोग रजिस्ट्रेशन कराकर किसी भी नस्ल का डॉग पाल सकते हैं। पड़ोसी जिले गुड़गांव में अमेरिकन पिटबुल टेरियर, डोगो अर्जेंटीनो, रॉटविलर, नेपोलियन मास्टिफ, बोईर बोइर, प्रेसा केनारिया, वॉल्फ डॉग, बेनडॉग, अमेरिकन बुलडॉग, फिला ब्रेसेलिरियो और केन कोरसो नस्ल के डॉगों को पालना वर्जित है। वर्तमान में 20 लाख से अधिक लोगों की आबादी वाले फरीदाबाद में लगभग 50 हजार से अधिक लोग अपने घरों में डॉग्स पाल रहे हैं। नगर निगम में इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है।

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सोसायटियों में सबसे अधिक डॉग काटने की घटना

मार्च में राजीव कॉलोनी में एक 3 वर्षीय बच्ची को कुत्ते ने नोच-नोचकर गंभीर घायल कर दिया था। ग्रेटर फरीदाबाद में भी एक बच्चे को कुत्ता ने मारा था। स्थानीय लोगों का कहना है कि लोग अपने पालतू कुत्ते को सही से नहीं देखते हैं। यही कारण है कि कुत्ता मालिक की लापरवाही से दूसरों को परेशानी होती है। ग्रेटर फरीदाबाद की एक सोसाइटी में रहने वाले लोगों ने कहा कि आसपास बेसहारा डॉग्स का आतंक बढ़ रहा है। इससे भी लोगों को समाज से बाहर निकलना कठिन हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने 2022 में JAN में 2093, FEB में 2427, MARCH में 413, APRIL में 1099, MAY में 1445, JUNE में 1372, JULY में 560, OCT में 1358, NOV में 2033 और दिसंबर में 2208 लोगों को कुत्तों ने काटा खाया है। । इसमें बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं।

मरीजों का इलाज नहीं हो रहा, इंजेक्शन खत्म

2022 के अगस्त और सितंबर में, कोई भी व्यक्ति बीके अस्पताल में एंटी रेबीज के इंजेक्शन की कमी के कारण उपचार के लिए नहीं आया, लेकिन मरीज निजी अस्पताल में उपचार के लिए गए। इसके अलावा, इस साल तीन हजार से अधिक लोगों को कुत्ते ने मार डाला है। फरवरी से सरकारी अस्पतालों में एंटी रैबीज इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं।

हाल ही में हुई घटनाएं

- आगमन सोसायटी में पिछले दिनों एक आवरा कुत्ता एक स्कूटी सवार युवक को काटने के लिए दौड़ा, लेकिन बचने के चक्कर में युवक स्कूटी से गिर गया, जिसके परिणामस्वरूप उसका पैर चोट लगी।
- सेहतपुर में एक कुत्ते ने हाल ही में छह लोगों को बुरी तरह काट लिया, जिन्हें सफदरजंग में उपचार के लिए भेजा गया।
- सेक्टर 15ए में एक आवारा कुत्ते ने एक व्यक्ति को काटकर घायल कर दिया था।
- सेक्टर 55 में हर महीने पांच सौ लोगों को डॉग बाइट ने मार डाला है।