Toll tax rule : टोल टैक्स भुगतान का बदल गया तरीका, NHAI का बड़ा अपडेट
NHAI Dwarka Expressway Bank Driven Toll Tax : सभी को पता है कि सड़कों पर सफर करते समय टोल टैक्स देना होता है। 60 किलोमीटर की दूरी पर एक टोल प्लाजा है। लेकिन टोल टैक्स के बारे में हाल ही में एक महत्वपूर्ण खबर आई है। Dwarka Expressway जल्द बनकर तैयार हो जाएगा। इस हाईवे पर टोल टैक्स अब नए तरीके से कटेगा। नीचे खबर में जानें:
The Chopal, NHAI Dwarka Expressway Bank Driven Toll Tax : टोल टैक्स के लिए अक्सर लंबी लाइनें होती हैं, जिससे लोगों को काफी देर इंतजार करना पड़ता है। लेकिन NHAI ने अब इसका हल निकाला है। आपको अब टोल बूथ पर रुकने की जरूरत नहीं होगी। टोल अपने आप आपके खाते से कट जाएगा जैसे ही आप रोड पर चलेंगे।
NHAI पहलेद्वारका एक्सप्रेसवे पर इस सेवा को शुरू करने जा रहा है। द्वारका एक्सप्रेसवे देश का पहला मल्टी-लेन फ्री फ्लो (MLFF) हाइवे बन जाएगा, इस नए प्रणाली के साथ।
कैसे टोल टैक्स कटेगा?
Dwarka Expressway पर कोई टोल प्लाजा नहीं होगा, इसलिए टोल टैक्स काटने का तरीका आम टोल प्लाजा से अलग होगा। रोड पर कुछ विशिष्ट स्थानों पर टोल सेंसर लगाए जाएंगे. ये सेंसर सभी गाड़ियों की जानकारी रिकॉर्ड करेंगे। आपके टोल की रकम आपके बैंक खाते या फास्टैग से कट जाएगी, क्योंकि ये डेटा इलेक्ट्रॉनिक टोल पेमेंट सिस्टम में सेव हो जाएगा।
यह प्रक्रिया पूरी तरह ऑटोमेटिक और सुविधाजनक होगी, क्योंकि इसमें किसी टोल कलेक्टर या ऑपरेटर की जरूरत नहीं होगी। इस सिस्टम से समय बचेगा और गाड़ी बिना रुके हाइवे पर चलेगी। एनएचएआई (NHAI) इस सिस्टम का अनुबंध उसी बैंक को देगा जो सबसे अधिक आय का हिस्सा रखेगा। इस नए इलेक्ट्रॉनिक टोल सिस्टम से ट्रैफिक जाम कम होगा और सफर में रुकावटें कम होंगी, जिससे यात्रा तेज और सुविधाजनक होगी।
पूरे मार्ग पर एकमात्र टोलिंग पॉइंट
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार द्वारका एक्सप्रेसवे 28 किलोमीटर लंबा होगा। इस सड़क पर एकमात्र टोल पॉइंट होगा। दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर के पास राजधानी दिल्ली से नौ किलोमीटर की दूरी पर यह टोलिंग पॉइंट होगा। यहां यात्रियों को रुककर टोल देना होगा। इसके बाद, पूरे सड़क पर टोल सेंसर होंगे, और यात्रियों को फैस्टैग से टोल टैक्स देना होगा।
बैंक को अनुबंध मिलेगा
द्वारका एक्सप्रेसवे टोल टैक्स सरकार ने अभी तक नहीं बताया है। टोल टैक्स का मूल्य क्या होगा? अभी घोषणा नहीं हुई है। लेकिन टोल टैक्स के लिए बैंकों को तीन वर्ष का अनुबंध मिलेगा।
वाहन पोर्टल पर चित्र अपलोड किया जाएगा
अब प्रश्न उठता है कि द्वारका एक्सप्रेसवे पर चलने वाले यात्री के बैंक खाते या फास्टैग में पैसे नहीं हैं तो क्या होगा? ऐसे हालात में, यात्री की गाड़ी की तस्वीरें और अन्य विवरण वाहन पोर्टल पर अपलोड किए जाएंगे। यात्रियों को पेंडिंग टोल की पूरी जानकारी मिल जाएगी।
यात्रियों को इस सिस्टम से टोल भुगतान करने में बाद में भी सुविधा मिलेगी और उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी। यात्रियों को इससे सफर में आसानी होगी और कोई बाधा नहीं होगी। द्वारका एक्सप्रेसवे पर यात्रा करना इस तरह और भी आसान हो जाएगा।