UP के सरकारी दफ्तरों हटाई जाएगी PM मोदी व CM योगी की फोटो, सभी DM-कमिश्नर को आदेश जारी
UP News : UP के सभी सरकारी कार्यालयों में प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री योगी के चित्रों को हटा दिया जाएगा। राष्ट्रपति और राज्यपाल के चित्र ही दिखाई देंगे। इसके लिए मार्गदर्शन जारी किया गया है।
Uttar Pradesh News : राज्य में आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुए, सभी सरकारी कार्यालयों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चित्रों को हटाया जाएगा। राष्ट्रपति और राज्यपाल के चित्र ही दिखाई देंगे। यूपी सरकार ने मंगलवार को चुनाव आयोग से इस संबंध में आदेश दिया। सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव जितेन्द्र कुमार ने सभी विभागों के अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों, सचिवों, मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को इस बारे में एक पत्र भेजा है। इसमें राष्ट्रपति और राज्यपाल के अलावा सभी राजनेताओं के चित्रों को हटाया जाएगा।
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पत्र में बताया गया है कि भारत निर्वाचन आयोग ने लोकसभा सामान्य चुनाव की प्रक्रिया शुरू की है और 16 मार्च से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। निर्वाचन की अवधि में आदर्श आचार संहिता लागू होनी चाहिए और राष्ट्रपति और राज्यपाल के अलावा अन्य सभी राजनेताओं के चित्रों को सभी सरकारी कार्यालयों से हटाना चाहिए। निर्वाचन की अवधि में कृपया सभी सरकारी कार्यालयों से राजनेताओं की फोटो हटवा दें।
नामांकन दाखिल होने की तारीख से होगा पेड न्यूज़ का संज्ञान
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने कहा कि राजनैतिक विज्ञापनों का पूर्व प्रमाणन, पेड न्यूज़ की निगरानी और रिपोर्टिंग तथा मीडिया उल्लंघनों की निगरानी एमसीएमसी द्वारा की जाएगी। एमसीएमसी द्वारा प्रमाणित किए जाने के बाद ही सभी विज्ञापन इलेक्ट्रानिक मीडिया पर दिखाए जाएंगे। नामांकन की तिथि से पेड न्यूज़ मामलों को देखा जाएगा।
मंगलवार को लोकभवन के मीडिया सेन्टर में, वे मीडियाकर्मियों से लोकसभा चुनावों पर चर्चा की। संवाद के दौरान, उन्होंने मीडिया प्रतिनिधियों को केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा लागू की गई आदर्श आचार संहिता के बारे में विस्तार से बताया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने इस दौरान मीडिया प्रतिनिधियों को फेक न्यूज और उससे होने वाली समस्याओं के बारे में सचेत करते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने एक एसओपी बनाया है जो किसी भी समाचार या गलत सूचना को पहचानने और उस पर तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए बनाया गया है।
विशेष समाचार पत्रों के एक ही पृष्ठ पर, प्रतिस्पर्धी उम्मीदवारों की प्रशंसा करते हुए एक के ही चुनाव जीतने की संभावना का दावा किया गया लेख, पेड न्यूज़ की श्रेणी में आ जाएगा, अगर उम्मीदवार को समाज के हर वर्ग का समर्थन मिला है और वह उस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीतेगा। पेड न्यूज़ का प्रकरण सत्यापित होने पर, डीआईपीआर-डीएवीपी दरों के आधार पर उम्मीदवार के चुनाव व्यय खातों में इसका वास्तविक या अनुमानित खर्च जोड़ा जाएगा।
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