UP News: लखनऊ में बनेगें 46 नए ओवरब्रिज, बदल जाएगी ट्रैफिक व्यवस्था की तस्वीर
UP News: शहर में आवागमन को सुगम और सुविधाजनक बनाने के लिए करीब 40 नए फ्लाईओवर (या अंडरपास/ओवरब्रिज) बनाए जाएंगे। इस परियोजना पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इन निर्माण कार्यों के पूरा होने से लखनऊवासियों को जाम से राहत मिलेगी और यात्रा में समय की बचत होगी।

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अब आवागमन बिना ट्रैफिक जाम के समस्या गया आसानी से किया जा सकेगा. राजस्थानी लखनऊ में 40 नई अब अंग्रेजों का निर्माण हजार करोड रुपए खर्च किए जाएंगे. राज्य सरकार ने 1000 करोड़ रुपये की लागत से 46 नए ओवरब्रिजों का निर्माण करके लखनऊ में ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या को हल करने का प्रयास किया है। इस परियोजना से जाम कम होगा और शहर का बुनियादी ढांचा मजबूत होगा, जो आठ विधानसभा क्षेत्रों में लागू होगा।
अब राज्य सरकार उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए बड़े कदम उठाने जा रही है। उत्तर प्रदेश सेतु निगम ने शहर को जाममुक्त बनाने के लिए 46 नए ओवरब्रिजों के निर्माण का विस्तृत प्रस्ताव बनाया है, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 1000 करोड़ रुपये है। लखनऊ में सबसे अधिक यातायात वाले आठ विधानसभा क्षेत्रों को यह परियोजना कवर करेगी।
ट्रैफिक दबाव वाले क्षेत्रों को निर्धारित करके योजना बनाई गई
सेतु निगम द्वारा तैयार किए गए प्रस्ताव में राजधानी के उन इलाकों को प्राथमिकता दी गई है, जहां दिन-प्रतिदिन जाम की समस्या विकराल होती है। विधानसभा क्षेत्रों में सरोजनीनगर, मलिहाबाद, बख्शी तालाब, लखनऊ पश्चिम, लखनऊ पूर्व, लखनऊ मध्य, लखनऊ उत्तर और मोहनलालगंज शामिल हैं। इनमें से सबसे अधिक 10 ओवरब्रिज सरोजनी नगर क्षेत्र में हैं, जहां कानपुर रोड से हर दिन हजारों वाहन गुजरते हैं और अत्यधिक ट्रैफिक है।
विधानसभा क्षेत्र के अतिरिक्त क्षेत्रों में प्रस्तावित ओवरब्रिजों का विवरण
मलिहाबाद में सात ओवर ब्रिज हैं. बख्शी तालाब में सात ओवर ब्रिज हैं. लखनऊ पश्चिम में छह ओवर ब्रिज हैं. लखनऊ पूर्व में पांच ओवर ब्रिज हैं. लखनऊ मध्य में पांच ओवर ब्रिज हैं. मोहनलालगंज में चार ओवर ब्रिज हैं. लखनऊ उत्तर में तीन ओवर ब्रिज हैं।
बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के प्रयास
सेतु निगम के अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ में ट्रैफिक लोड, आबादी की घनता और दैनिक यातायात की आवश्यकताओं को देखते हुए यह योजना बनाई गई है। दैनिक रूप से शहर के कई क्षेत्रों में संकरी सड़कों और भारी ट्रैफिक की वजह से दुर्घटनाएं होती हैं। इन इलाकों में ओवरब्रिज बनाए जाएंगे, जिससे यातायात व्यवस्था आसान होगी और आम जनता को राहत मिलेगी।
परियोजना और इसकी स्वीकृति की स्थिति
वर्तमान में यह प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है और उम्मीद है कि यह जल्द ही स्वीकृत होगा। Proposal को हरी झंडी मिलने के बाद चरणबद्ध तरीके से निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। जिन क्षेत्रों में अधिक ट्रैफिक दबाव या सड़क दुर्घटनाओं की दर है, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
जाम मुक्त राजधानी की ओर एक बड़ा कदम
लखनऊ की राजधानी में पिछले कुछ वर्षों में वाहनों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। शहरों के विस्तार और व्यावसायिक गतिविधियों के बढ़ने से ट्रैफिक दबाव दोगुना बढ़ा है। ऐसे में ओवरब्रिजों का निर्माण न केवल यातायात को सुधारेगा, बल्कि शहर की योजना और लोगों की जीवनशैली को भी सुधारेगा।
ओवरब्रिज निर्माण का फायदा
मुख्य मार्गों और चौराहों पर जाम को कम करना
आपातकालीन सेवाओं, जैसे एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड, की त्वरित आवाजाही
ईंधन बचाना और प्रदूषण कम करना
सड़क दुर्घटनाओं की दर में कमी
निवेश और बेहतर शहरी बुनियादी ढांचा के अवसरों में वृद्धि
स्थानीय जनप्रतिनिधियों, पार्षदों और नागरिकों की सक्रिय भागीदारी भी महत्वपूर्ण होगी। निर्माण कार्य के दौरान लोगों को समय रहते ट्रैफिक डायवर्जन और मार्ग परिवर्तन की जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही लोगों से सहयोग और धैर्य की भी अपील की जाएगी।