UP में रोडवेज बसों में लगेगा ज्यादा किराया, गर्मियों में ज्यादा जलेगी आम आदमी की जेब
UP News : उत्तर प्रदेश में परिवहन विभाग की तरफ से रोडवेज की इन बसों में 10 फीसदी किराए में बढ़ोतरी कर दी है। प्रदेश में बढ़ती गर्मी के बीच बस यात्रियों की जेब को झटका लगा है। बस किराए में बढ़ोतरी के बाद गर्मियों में आम आदमी की जेब जलने वाली है।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में परिवहन विभाग द्वारा रोडवेज बसों के किराए में 10% की बढ़ोतरी कर दी गई है, जिससे आम यात्रियों को गर्मी के मौसम में अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ेगा। यह बढ़ोतरी खासतौर पर नॉन-एसी और एसी दोनों तरह की बसों पर लागू होगी। गर्मियों में बढ़ती गर्मी से बचने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की एयरकंडीशनर एसी बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों के सामने एक नई चुनौती आई है। हाल ही में परिवहन निगम ने एसी बसों का किराया बढ़ा दिया है। जिससे यात्रियों का खर्च बढ़ेगा।
यात्रियों को असुविधा
इस वृद्धि से यात्रियों को असुविधा हो सकती है। लेकिन परिवहन निगम का कहना है कि यह कार्रवाई परिचालन खर्चों को संतुलित करने के लिए की गई थी। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे इन परिवर्तनों को अपनी यात्रा की योजना बनाते समय ध्यान में रखें। गर्मियों के आते ही रोडवेज ने यात्रियों को बहुत परेशान किया है। यूपी रोडवेज की एयरकंडीशनर बसों में सफर करना अब महंगा हो गया है क्योंकि गर्मी बढ़ी है। यूपी परिवहन निगम ने एसी बसों का किराया 10 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है।
आम आदमी की जेब को ज्यादा झटकाआम आदमी की जेब को ज्यादा झटका
नई दरें मई से प्रभावी होंगी। इसका अर्थ है कि गर्मियों में इन बसों का किराया भी आम आदमी की जेब को ज्यादा झटका देने वाला हैं। प्रदेश में जनरथ एसी बसों का किराया 1.45 रुपये प्रति किमी था, जबकि टू एंड टू बस 1.60 रुपये प्रति किमी, वॉल्वो बस 2.30 रुपये प्रति किमी और एसी स्लीपर बस 2.10 रुपये प्रति किमी था। इन सभी बसों के किराये में 1 मई से 10% की बढ़ोतरी होगी। जैसे गर्मियों का तापमान बढ़ता जाता है। उत्तर प्रदेश में एयरकंडीशनर बसों में सफर करने वालों की जेब और भी गर्म होने लगी है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने एसी बसों का किराया बढ़ा दिया है। यात्रियों को अब अधिक भुगतान करना होगा।
यात्रियों पर अधिक बोझ
ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी ने किराया बढ़ाया। टोल टैक्स में बढ़ोतरी और बसों की देखभाल की बढ़ी कीमतें बताई गई हैं। AC बसों की मांग गर्मियों में बढ़ जाती है। जो यात्रियों की जेब पर सीधा प्रभाव डालता है। इससे पहले, परिवहन विभाग ने एसी बसों के किराये में 10% की कटौती की थी। सर्दियों में एयर कंडील बसों में कम लोग सफर करते हैं, इसलिए बसें खाली हो जाती हैं। ताकि लोग सर्दियों में भी इस बस में सफर कर सकें, परिवहन विभाग ने ऐसी बसों का किराया कम किया। ये किराया पहले मार्च तक कम किया गया था, लेकिन फिर 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया। परिवहन विभाग का कहना है कि दिसंबर से फरवरी के दौरान सर्दियों में किराया 10 प्रतिशत तक कम होगा।
जिससे यात्रा करने वालों को कुछ राहत मिलेगी। अब ठंडी राहत के साथ AC बसें गर्मियों में महंगी हो गई हैं। जिन यात्रियों की जेबों में पहले से ही महंगाई का बोझ है उन्हें अब चलने से पहले विचार करना होगा। परिवहन विभाग का मानना है कि ऑपरेशनल खर्चों को संतुलित करने के लिए यह निर्णय आवश्यक था। लेकिन यात्रियों को यह समय मुश्किल हो सकता है। यूपी रोडवेज ने AC बसों के किराये में 10% की बढ़ोतरी की है। आप इसे इस तरह समझ सकते हैं कि एक मई से ऐसी बसों को 100 रुपये प्रति घंटे किराया देना होगा। परिवहन निगम ने यह बढ़ोतरी ऑपरेशनल खर्च और ईंधन की कीमतों के कारण की है। जनरथ, शताब्दी, स्कैनिया और वॉल्वो जैसे सभी एसी बसों पर बढ़ा हुआ किराया लागू होगा।