MP के गांव और शहर सीधे रेलवे से जुड़ेंगे, राजस्थान तक कम होगा 100 किलोमीटर का सफर
MP News: मध्य प्रदेश से राजस्थान के बीच रेलवे कनेक्टिविटी और ज्यादा आसान होने वाली है। मध्य प्रदेश को राजस्थान से जोड़ने वाली रेल लाइन पर तेजी से काम चल रहा है। मध्यप्रदेश के कई शहर और गांव जल्द ही रेल लाइन के जरिए एमपी और राजस्थान के बड़े शहरों से सीधे जुड़ने जा रहे हैं.

Rajasthan News: रेलवे जल्द ही मध्यप्रदेश के कई गांवों को राजस्थान और मध्य प्रदेश के बड़े शहरों से सीधे जोड़ देगा। भोपाल रेल मंडल एक नई रेल परियोजना पर तेजी से काम कर रहा है। इसके कार्यान्वयन से भोपाल और मालवा क्षेत्र में रहने वाले बहुत से लोगों को राजस्थान के बड़े शहरों तक जाना आसान होगा। दोनों राज्यों के बड़े शहरों के बीच आवागमन आसान होगा। व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। ग्रामीण इलाकों को भी सीधा रेल नेटवर्क से जोड़ा जाएगा।
नई भोपाल-ब्यावरा-रामगंजमंडी रेल लाइन, जो मध्यप्रदेश को राजस्थान से जोड़ती है, लगभग 80 प्रतिशत पूरी हो चुकी है। 9 अक्टूबर 2004 से इस परियोजना पर काम चल रहा है, जो अब अंतिम चरण में है। रेलवे लाइन की निर्माण कार्य पूरा होने पर भोपाल से कोटा की दूरी 100 किलोमीटर कम हो जाएगी।
रेलवे ट्रैक कार्य अंतिम चरण में
भोपाल ब्यावरा रामगंजमंडी रेल लाइन परियोजना वर्ष 2000-2001 में मंजूर हुई थी और 9 अक्टूबर 2004 से इसका निर्माण शुरू हुआ। इस प्रकार, इस रेल परियोजना के दो दशक पूरे हो गए हैं। यह काम शुरू होते ही लंबे समय तक अटक गया। 3032.46 करोड़ रुपये की इस परियोजना में 276.50 किलोमीटर की नई रेल लाइन बनाई जा रही है। डिप्टी चीफ इंजीनियर गौरव मिश्रा ने कहा, "इस नई रेल लाइन पर रामगंज मंडी से नया गांव तक रेल लाइन का काम पूरा हो चुका है। बता दे की नयागांव से राजगढ़ खिलचीपुर के बीच अभी कुछ काम करना बाकी है। अगले वर्ष यह पूरा होने की उम्मीद है।
इस रेल लाइन पर चार मुख्य ब्रिज, चौबीस छोटे ब्रिज और दो रेलवे ओवर ब्रिज का काम पूरा हो चुका है। इस रेल लाइन परियोजना में राजस्थान की सीमा में लगभग 128 किलोमीटर और मध्य प्रदेश में लगभग 148 किलोमीटर की रेल लाइन बनाने का काम चल रहा है।
पहली बार इन क्षेत्रों में ट्रेन चलेगी
यह रेल लाइन भोपाल के रानी कमलापति रेल्वे स्टेशन से निशातपुरा होकर मुबारकपुर जंक्शन, श्यामपुर दोराहा, झरखेड़ा, इमलिया, बैरागढ़ खुमा, बमूनिया, कुरावर, नरसिंहगढ़, सोनकच्छ, पीपलहेल, ब्यावरा, राजगढ़, खिलचीपुर, भोजपुर से घाटोली राजस्थान सीमा पर पहुंचेगी। इस रेलवे लाइन के निर्माण से भोपाल से कोटा तक की दूरी कम हो जाएगी। इससे इस मार्ग पर सीधा रास्ता मिलेगा। यात्रियों को समय बचेगा। इस रेल लाइन पर ट्रेनें 110 km/h की रफ्तार से चल सकती हैं।
भोपाल से कोटा आधा घंटे में
वर्तमान में भोपाल से राजस्थान के कोटा तक ट्रेन से 442 किलोमीटर का सफर करना लगभग साढ़े आठ घंटे का समय लेता है क्योंकि कोटा से भोपाल का सीधा रास्ता नहीं है। अहिले भोपाल से उज्जैन, नागदा होकर कोटा जाना होगा। भोपाल से कोटा की सड़क दूरी लगभग 100 किलोमीटर कम है। सड़क यात्रा लगभग साढ़े छह घंटे में पूरी होती है। इस ट्रेन रूट के शुरू होने पर यात्रा लगभग पांच घंटे में पूरी हो जाएगी।