UP के इस जिले में बनेगा विश्व स्तर का आधुनिक बस अड्डा, हर जिलों की मिलेगी बसें
UP News : उत्तर प्रदेश में एक और बस स्टैंड इंटरनेशनल तर्ज पर बनाया जाएगा। आपको इस बस स्टेशन पर फाइव स्टार होटल जैसी सुविधा मिलने वाली है। इस बस स्टेशन पर 16 प्लेट फार्म बनने के साथ होटल व माल भी बनेंगे। 16 प्लेटफार्म होंगे ताकि बसों की आवाजाही सुचारु रूप से हो सके। स्टेशन परिसर में स्मार्ट वाई-फाई, कैफे, फूड कोर्ट, एस्केलेटर और स्वच्छ वेटिंग लाउंज जैसी सुविधाएं होंगी।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में एक और बड़ी छलांग है। इंटरनेशनल स्तर का यह नया बस स्टैंड वास्तव में आने-जाने वालों के अनुभव को बिल्कुल बदल देगा। यह खबर कानपुर के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें बहुत व्यस्त झकरकटी बस अड्डे पर महत्वपूर्ण सुधार हैं ये खबर आपके लिए है अगर आप कानपुर में रहते हैं और झकरकटी बस अड्डे से आते जाते हैं। जून से झकरकटी बस स्टेशन दो से तीन वर्ष के लिए बंद हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट को PPP मॉडल (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) के तहत बनाया जाएगा। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यह बस स्टेशन न सिर्फ यात्रियों की सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि स्थानीय व्यापार और रोजगार को भी बढ़ावा देगा।
वास्तव में, इस पुराने बस अड्डे को पूरी तरह से नया और आधुनिक बनाया जाएगा। झकरकटी बस अड्डा की सूरत तीन महीने में बदल जाएगी। नया बस अड्डा पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर बनाया जाएगा। नया झकरकटी बस स्टेशन कानपुर और पूरे उत्तर प्रदेश में सबसे आधुनिक और आरामदायक बस स्टेशन बन जाएगा। । यदि आप इस बस स्टेशन से गुजर रहे हैं तो इस काम की खबर को पढ़ें।
कहाँ से बसें चलेंगी?
जब तक नया बस अड्डा पूरा नहीं हो जाता, झकरकटी से चलने वाली सभी बसें दूसरे स्थानों से चलाई जाएंगी। इसके लिए टेंपरेरी बस अड्डे रावतपुर, सिंहनेर शहर, पैपर्स फैक्ट्री के पास और कुछ अन्य स्थानों पर बनाए जाएंगे।
झकरकटी बस अड्डा व्यस्त है
झकरकटी बस अड्डा कानपुर का सबसे बड़ा और व्यस्त बस अड्डा है। हर दिन यहां से लगभग 1050 बसें चलती हैं। यहां से बसें दूसरे जिलों और राज्यों में नहीं जाती हैं। नए जमाने की आवश्यकताओं के अनुरूप अब इस अड्डे को तैयार किया जा रहा है। नया बस अड्डा पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर बनाया जाएगा। इसके लिए भी टेंडर मिल गया है और मई के आखिरी हफ्ते या जून से निर्माण कार्य शुरू होगा।
PPP मॉडल पर बस अड्डा
यहां से बसें बांदा, चित्रकूट, उरई, झांसी, कानपुर देहात, गोरखपुर, गोंडा, बहराइच, वाराणसी, जौनपुर, आजमगढ़, मऊ, लखनऊ, दिल्ली और प्रयागराज तक जाती हैं। महाराष्ट्र और राजस्थान से रोडवेज बसें भी आती हैं। बस अड्डे पर मेट्रो सेवा के लिए पहले से ही कुछ जगह दी गई है। इसलिए बसों को पार्किंग करना यहां एक समस्या बन गया है। AC बस अड्डे को पीपीपी मॉडल पर विकसित करने की योजना है
क्या-क्या सुविधाएं होंगी?
अन्य सुविधाओं में मॉल, होटल, रेस्टोरेंट, मल्टीप्लेक्स, सुपर स्पेशियलिटी, यात्रियों के लिए वेटिंग रूम, खाना और किड्स जोन शामिल होंगे। एक भाग में मॉल में विकसित होगा। यात्रियों को सुविधा देने के लिए, बड़ी स्क्रीनों पर बसों के आने-जाने का समय और प्लेटफार्म भी दिखाया जाएगा। यहां 16 प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे, जिन पर AC और non-AC बसों का संचालन होगा। इसके अलावा, कर्मचारियों के लिए विशेष भवन भी बनाए जाएंगे। रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब सौ कर्मचारियों के लिए कार्यालय भी बनाया जाएगा।
खर्च और रणनीति
पूरी परियोजना पर लगभग 143 करोड़ रुपये खर्च होंगे। झकरकटी को एक मॉडर्न ट्रांसपोर्ट हब बनाया जाएगा, जो भविष्य में मेट्रो स्टेशन से जुड़ा जाएगा। अड्डे के किनारे बस शेड होंगे। यहां कई मार्गों की बसें आकर खड़ी होंगी। लंबी दूरी की बसों को अलग शेड मिलेगा, जबकि नजदीकी दूरी की बसों को अलग शेड मिलेगा।