राजस्थान में लगी दुनिया की सबसे महंगी प्रॉपर्टी बोली, 2232 करोड़ में बिका एक प्लॉट
Most Expensive Land : राजस्थान के अलवर में देखन को मिला। जहां कमर्शियल लैंड खरीदने के लिए 2,232 करोड़ रुपये के बोली लगी। ये देश में अब तक की सबसे महंगी बोली जमीन के लिए लगाई गई है। हाल ही में अलवर में आवासन मंडल की अरावली विहार योजना के तहत कमर्शियल लैंड की नीलामी की गई, जिसमें बोली लगाने वालों ने सभी को हैरान कर दिया है।

Most Expensive Land Auction : भारत में पिछले कुछ समय से जमीन के रेट्स आसमान छूने लगे हैं। आजकल जमीन में निवेश करना सबसे अच्छा निवेश का ऑप्शन माना जा रहा है क्योंकि जमीन के रेट फ्लैट के रेट की तुलना में ज्यादा तेजी से बढ़ते हैं। जमीन में कुछ ही सालों में निवेश किया गया पैसा डबल होने की संभावना सबसे अधिक होती है। कुछ ऐसा ही राजस्थान के अलवर में देखन को मिला। जहां कमर्शियल लैंड खरीदने के लिए 2,232 करोड़ रुपये के बोली लगी। ये देश में अब तक की सबसे महंगी बोली जमीन के लिए लगाई गई है। हाल ही में अलवर में आवासन मंडल की अरावली विहार योजना के तहत कमर्शियल लैंड की नीलामी की गई, जिसमें बोली लगाने वालों ने सभी को हैरान कर दिया।
नीलामी में एक आवेदक ने 120 मीटर जमीन के लिए 82 लाख रुपए प्रति मीटर की बोली लगाई, जिससे जमीन की कुल कीमत 98.40 करोड़ रुपए पहुंच गई। वहीं, 36 मीटर की जमीन के लिए 62 करोड़ प्रति वर्ग मीटर की बोली लगाई गई जिससे पूरी जमीन की कीमत 2,232 करोड़ रुपए हो गई। यह बोली इस टाइप की पहली नहीं है। कुछ समय पहले भी इसी टाइप के लैंड के लिए इसी दर पर बोली लगाई गई थी।
नीलामी में आई भीड़
आवासन मंडल की ओर से तीन से पांच अक्टूबर के बीच 16 लैंड की नीलामी की गई। इस नीलामी में निवेशकों की भीड़ देखी गई, क्योंकि जमीन ऐसे स्थान पर थी, जहां भविष्य में मार्केट तेजी से बढ़ने की संभावना है। इस नीलामी में कुल 216 आवेदकों ने सिक्युरिटी अमाउंट जमा किया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि जमीन खरीदने की चाहत कितनी अधिक थी। पहले दिन की बोली ने सबको चौंका दिया और जमीन के भाव आसमान छूने लगे।
बेस प्राइस से कई गुना अधिक की बोली
इस नीलामी में 120 मीटर के सात लैंड की रिजर्व रेट 55 हजार, 36 मीटर के छह लैंड की रिजर्व रेट 55 हजार और 798 मीटर के एक लैंड की कीमत 50 हजार रखी गई थी। लेकिन जब बोली लगी, तो भाव करोड़ों में पहुंच गए। हालांकि, बाद में अधिकारियों ने इसे मानवीय भूल का परिणाम बताते हुए कहा कि गलती से दो शून्य अधिक लग गए थे। इस टाइप की घटनाएं यह बताती हैं कि भारतीय रियल एस्टेट मार्केट में कितनी तेजी से बदलाव आ रहा है और निवेशकों के लिए मौके बढ़ रहे हैं।