The Chopal

यूरिया खाद सब्सिडी पर बड़ी राहत! किसानों को मिलेगी सभी खादों पर भारी छूट, जानें मोदी सरकार का मास्टर प्लान

   Follow Us On   follow Us on
news new uria

THE CHOPL, नई दिल्ली - किसानों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी आ रही है। अधिक जानकारी के लिए आपको बता दे की उन्हें अब पहले की तरह से ही देश के किसानों को सरकारी सब्सिडी पर सभी तरह के फर्टिलाइजर्स मिलते रहेंगे. फिलहाल, केंद्र की मोदी सरकार के पास फर्टिलाइजर्स पर से सब्सिडी कम करने का कोई भी प्रस्ताव लंबित नहीं है. केंद्र सरकार में रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री भगवंत खुबा ने संसद भवन में एक प्रश्न का जवाब देते हुए बताया कि उनकी सरकार के पास अभी देश में पीएंडके फर्टिलाइजर्स पर से सब्सिडी कम करने की किसी तरह की कोई योजना नहीं है.

राजस्थान में नए 19 जिले बनाने की घोषणा, सीकर होगा नया संभाग, पढ़िए सभी के नाम

दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार ने पीएंडके फर्टिलाइजर्स पर सब्सिडी को कम करने की के लिए अभी तक कोई अध्यन भी नहीं किया है. यही कारण है कि उसने खाद पर से सब्सिडी कम करने का किसी तरह का कोई प्लान नहीं बनाया है. आपको जानकारी के लिए बता दें कि भारत सरकार किसानों को सस्ती दर पर खाद उपलब्ध कराने के लिए हर साल हजारों करोड़ रुपए तक खर्च करती है. इसके बाद खाद की बोरी किसान तक पहुंचते- पहुंचते सस्ती हो जाती है. अगर, सरकार खाद पर सी सब्सिडी हटा दे तो एक बोरी यूरिया की कीमत काफी महंगी भी हो जाएगी. ऐसे में किसान उर्वरक का उपयोग अधिक नहीं कर पाएंगे.

एक बोरी डीएपी खाद की कीमत 1350 रुपये तक 

भारत की केंद्र सरकार देश में खाद की मांग को पूरा करने के लिए बड़ी मात्रा में विदेश से उर्वरक आयात करती है. सरकार यूरिया के ऊपर 70 % तक सब्सिडी किसानों को देती है. यही कारण है कि किसान 266.50 रुपये में एक बोरी यूरिया खरीदते हैं. यदि सरकार सब्सिडी हटा दे तो एक बोरी यूरीया के लिए किसानों को 2450 रुपये खर्च तक करने पड़ेंगे. इसी तरह एक बोरी डीएपी खाद की कीमत 1350 रुपये तक है. अगर सरकारी सब्सिडी हटा दी जाए तो इसकी कीमत 4073 रुपए तक हो जाएगी. ऐसे में किसान इसे नहीं खरीद पाएंगे. अगर इस रेट पर किसान खाद खरीदकर खेती करते हैं तो फिर खाने- पीने की चीजें काफी महंगी हो जाएंगी. क्योंकि खेती के ऊपर किसानों को अधिक पैसे खर्च करने पड़ेंगे.

चीन के किसान खादों पर 8 गुना ज्यादा राशि खर्च 

भारत की तरह दूसरे देश की सरकारें उर्वरकों पर इतनी सब्सिडी भी नहीं देती हैं. वर्ष 2022 में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में एक बोरी यूरिया की कीमत 791 रुपये तक थी. यानी कि भारत से डबल कीमत से भी अधिक. इसी तरह बांग्लादेश में एक बोरी यूरिया की कीमत 719 रुपये तक है. वहीं, सबसे ज्यादा खाद की कीमत चीन में है. यहां पर एक बोरी यूरिया के लिए किसानों को भारत से 8 गुना ज्यादा राशि खर्च करनी पड़ती है.

MSP: सरसों को लेकर राजस्थान किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी, MSP से ज्यादा रेट पर सरकार करेगी खरीद