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UP में गंगा एक्सप्रेसवे किनारे बनेगी आधुनिक बिल्डिंग, सीएम योगी का सपना होगा पूरा, मिल गई जमीन

UP News : उत्तर प्रदेश के इस एक्सप्रेस किनारे 118 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होना है। इस एक्सप्रेसवे किनारे बनने वाले औद्योगिक गलियारे से आसपास के कई गांव के लोगों की लॉटरी लगने वाली है। इस गलियारे के निर्माण के बाद आसपास के गांव हाईटेक होंगे। चलो पड़े पूरी खबर विस्तार से

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UP में गंगा एक्सप्रेसवे किनारे बनेगी आधुनिक बिल्डिंग, सीएम योगी का सपना होगा पूरा, मिल गई जमीन

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के गंगा एक्सप्रेस के किनारे औद्योगिक गलियारे के लिए भूमि चिन्हित का कार्य अब शुरू हो गया है। बता दें कि शासन की तरफ से राशि भी जारी कर दी गई है। राशि जारी करने के बाद किसानों के बिना में भी शुरू हो गए हैं। गढ़मुक्तेश्वर जिले में गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे एक औद्योगिक गलियारे का काम शुरू हो गया है। किसानों के बैनामे भी शुरू हो गए हैं, जिसके लिए सरकार ने पांच सौ करोड़ रुपये जारी किए थे। हाल ही में बीस किसान 53 बैनामे कर चुके हैं। किसानों को इसके बदले 7.42 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। शासन ने बैनामे की प्रक्रिया को जल्द ही समाप्त करने का आदेश दिया है।

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क्या है प्रोजेक्ट

यूपी एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) गढ़मुक्तेश्वर में गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे की जमीन खरीदेगा। यहां करीब 900 किसानों की 118 हेक्टेयर जमीन मिलनी चाहिए। फरवरी के पहले सप्ताह में सरकार ने बीस लाख रुपये और मार्च के पहले सप्ताह में आचार संहिता लागू होने से पहले बीस लाख रुपये निकाले थे। इसके बाद से बैनामे जारी है। अब तक 53 बैनामे किए गए हैं। औद्योगिक गलियारा बाहपुर ढेहरा, चचावली और बहना सदरपुर की जमीन पर बन रहा है। 

तेजी से चल रहा निर्माण कार्य 

औद्योगिक गलियारे के साथ-साथ गंगा एक्सप्रेसवे के अन्य भागों में भी काम तेजी से चल रहा है। गंगा पुल के पिलरों को जल्दी बनाया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, इसमें लगभग 60% काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा चार अतिरिक्त महत्वपूर्ण भाग हैं। जिसमें बिजौली एक्सटेंशन, किठौर रोड फ्लाईओवर और न्यू हाईवे-9 पर नए और पुराने ओवर ब्रिज बनने लगे हैं। किठौर रोड पर अधिकांश पिलर बनकर तैयार हैं और रैंप लगाया जा रहा है। यहां भी भराव का 80% काम पूरा हुआ है। बड़ी बात है कि इसका निर्माण वर्ष 2025 तक पूरा करने के लिए दिन-रात काम किया जा रहा है।

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