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डिजिटल पेमेंट का बड़ा असर, UPI लेनदेन नई ऊंचाई पर, अब वर्ष में औसतन मात्र 8 बार ATM जाते हैं लोग

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The Chopal, नई दिल्ली. देश में डिजिटल ट्रांजैक्शन का चलन अब बढ़ता जा रहा है. देश में लोग अब नकद की जगह यूपीआई (UPI) पेमेंट करना पसंद करते हैं. चाय की दुकान से लेकर फल-सब्जी खरीदने के लिए लोग UPI के जरिए पेमेंट कर रहे हैं. इसका असर एटीएम (ATM) के इस्तेमाल पर भी खूब पड़ा है.

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की इकॉनमिक रिसर्च रिपोर्ट Ecowrap में बताया गया है कि अब लोगों का एटीएम जाना लगभग आधा हो गया है. अब लोग साल में औसतन 8 बार ही ATM जा रहे हैं. पहले लोग साल में औसतन जाना 16 बार ATM जाते थे. अप्रैल 2016 से अप्रैल 2023 के बीच लोगों की गतिविधि देखकर यह आंकड़ा तैयार किया गया है.

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ATM से कैश विदड्रॉल भी कम

इस रिसर्च के मुताबिक, ATM से कैश विदड्रॉल भी कम हुआ है. Ecowrap में बताया गया है कि लगातार डिजिटल पेमेंट की वजह से ATM से 2018 नवंबर के बाद से कैश कैश विड्रॉल में भारी गिरावट आई है. इस समय देश में 2.5 लाख ATM हैं.

बीते वित्त वर्ष में 8,375 करोड़ हुआ यूपीआई ट्रांजैक्शन का वॉल्यूम

Ecowrap में बताया गया है कि यूपीआई ट्रांजैक्शन का वॉल्यूम वित्त वर्ष 17 में 1.8 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 23 में 8,375 करोड़ तक हो गया है.

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