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Home Loan EMI Calculator : मंथली कितनी कमाई करने वाला खरीद सकता है अपना घर, फैसला लेने से पहले जान ले जरूरी बात

Home Loan EMI : नौकरी करने के कुछ समय बाद, हर नौकरीपेशा व्यक्ति घर खरीदने का सपना देखने लगता है।  इस सपने को पूरा करने के लिए बहुत से लोग होम लोन लेते हैं।  हम अक्सर देखते हैं कि लोग अपनी सैलरी का हिसाब-किताब से होम लोन लेते हैं और उसकी ईएमआई (home loan EMI) की शर्तें पूरी नहीं करते।  इससे बाद में कई समस्याएं पैदा होती हैं।  हम आपको बताने जा रहे हैं कि प्रति महीने कितनी सैलरी वालों को घर खरीदना चाहिए।

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Home Loan EMI Calculator : मंथली कितनी कमाई करने वाला खरीद सकता है अपना घर, फैसला लेने से पहले जान ले जरूरी बात

The Chopal, Home Loan EMI : जब कोई घर खरीदता है, तो सबसे पहले इस पर खर्च होने वाली मोटी रकम का विचार आता है।  यह एक छोटी मोटी सैलरी वाली नौकरी मिलना असंभव है।  यही कारण है कि लोग होम लोन (home loan calculation) का सहारा लेते हैं और घर बनाना चाहते हैं।  अक्सर लोग होम लोन लेते हैं, लेकिन महीने भर की कमाई का हिसाब नहीं देखते।

ऐसी स्थिति में लोन की EMI चुकाना बहुत मुश्किल है।  यही कारण है कि होम लोन लेने से पहले इसकी ईएमआई और भुगतान नियमों पर विचार करना चाहिए।  फैसला नहीं लेना ही बेहतर है अगर सैलरी अनुकूल नहीं है।  समाचार में जानें कि किस सैलरी वाले को कितने तक का होम लोन मिलना चाहिए।

स्थिति: बड़े और छोटे शहरों

आजकल, छोटे शहरों सहित मेट्रो सिटिज (Trend Metro series) में घर या फ्लैट खरीदना आम है।  इसका कारण वर्तमान होम लोन है, जो इसे आसान बना दिया है।  डाउन पेमेंट के लिए लोग लोगों से उधार लेते हैं या अपने बचत का उपयोग करते हैं।  इससे घर खरीदने का सपना पूरा करना कुछ हद तक सुलभ हो गया है।

ताकि कोई भी आर्थिक दबाव महसूस न करे, इस प्रक्रिया में वित्तीय योजना और जिम्मेदारी भी जरूरी होती है।  साथ ही, छोटे शहरों में संपत्ति खरीदना अब आसान नहीं है क्योंकि संपत्ति की दरें बढ़ी हैं।  ये बड़े शहरों और महानगरों में अधिक उच्च हैं।  यही कारण है कि हर महीने अपने होम लोन और खरीदी जाने वाली संपत्ति का आकलन करना अनिवार्य है।

वित्तीय स्थिति पर निर्भर है—

आजकल यह सवाल उठता है कि क्या घर खरीदना सही है या नहीं?  किराए पर रहना कुछ लोगों के लिए बेहतर है।  यह निर्णय आपकी आय पर निर्भर करता है।  घर का लोन लेकर घर खरीदना संभव हो सकता है अगर आपकी आमदनी स्थिर और अच्छी है।  वहीं, किराए पर रहना बेहतर हो सकता है अगर आपके पास पर्याप्त पैसा नहीं है।  इस तरह का फैसला प्रत्येक व्यक्ति की विशेष स्थिति पर निर्भर करता है। 

इस तरह की आय पर आसानी से लोन ले सकते हैं—

नौकरी मिलने के बाद बहुत से लोग घर खरीदने का विचार करते हैं।  इसके लिए सैलरी और लोन की किस्तों का संतुलन होना चाहिए।  लोन की मासिक किस्त का लगभग 20 से 25 प्रतिशत होना चाहिए।  इससे अधिक मासिक किस्त होने पर आपको अपने अन्य खर्चों को नियंत्रित करने में मुश्किल हो सकता है।  उदाहरण के तौर पर, यदि आपकी सैलरी एक लाख रुपये है, तो आप घरेलू ऋण EMI की किस्त को 25,000 रुपये तक आराम से चुका सकते हैं।  इस प्रकार, आपको अपनी आय और खर्चों के बीच सही तालमेल बनाए रखना चाहिए। 

50 से 70 हजार रुपये प्रति महीने का वेतन मिलता है तो क्या करें?

यदि आप 50 से 70 हजार रुपये प्रति महीने कमाते हैं, तो महंगी किस्तें भरना मुश्किल हो सकता है।  लोन की रकम को देखते हुए, आम तौर पर ईएमआई 25 हजार तक ही होता है क्योंकि कम ईएमआई के साथ घर का सपना पूरा करना असंभव है।  यही कारण है कि हर महीने 25 हजार ईएमआई  (home loan EMI payment rules) एक बड़ी जिम्मेदारी बन जाती है, खासकर अगर वह लंबे समय तक चलेगा।  भारी लोन चुकाना एक बड़ा वित्तीय जोखिम हो सकता है क्योंकि इसे चुकाने में दो दशकों लग सकते हैं।  इसलिए, आप किराए पर रहें और अधिक लोन लेने से बचें अगर आपकी सैलरी कम है।

सैलरी का प्रतिशत ईएमआई में होगा

यदि आपकी मासिक आय 50 से 70 हजार रुपये है और आप घर खरीदना चाहते हैं, तो एक घर खरीदने का लोन लें जिसकी मासिक किस्त 20 हजार रुपये या उससे कम हो (EMI of home loan)।  25 लाख रुपये तक का घर इस समय खरीदना सही होगा।  इससे अधिक कीमत का घर खरीदना आपके लिए आर्थिक रूप से मुश्किल हो सकता है।  ताकि आगे चलकर वित्तीय दबाव से बच सकें, लोन की किस्त को अपनी आय के हिसाब से ही चुनें। 

कितनी सैलरी में घर खरीदें?

25 लाख रुपये (KITNE HOME LOAN PAR KITNI EMI BNEEGI) तक का घर खरीदना सबसे अच्छा होगा अगर आपकी आय 50 से 70 हजार रुपये के बीच है।  ज्यादा कीमत का घर खरीदना वित्तीय रूप से लाभदायक नहीं है।  ऐसा करने से आपका पूरा बजट खराब हो सकता है।  ऐसे में किराए पर रहकर हर महीने बचत पर ध्यान दें (Home Loan EMI News)।  अपनी बचत में सुधार करें और अपनी आय को बढ़ाने का प्रयास करें।  ज्यादा डाउन पेमेंट करके कर्ज की किस्त को कम किया जा सकता है जब आपकी सैलरी बढ़े और आपकी बचत अच्छी हो।

1 या 1.5 लाख रुपये की सैलरी वाले व्यक्ति को इतना लोन दें:

यदि आपकी मासिक आय एक लाख रुपये है, तो आप 30 से 35 लाख रुपये का लोन ले सकते हैं और आराम से घर खरीद सकते हैं।  आप 50 लाख रुपये तक का कर्ज ले सकते हैं अगर आपकी सैलरी डेढ़ लाख रुपये है।  इस तरह के घर कर्ज EMI Calculator की मासिक किस्त को भरने में कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि हर महीने की किस्त आपकी आय का 25 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए।  इस नियम से कर्ज लेना बहुत समझदारीपूर्ण और सुरक्षित है।

जॉब को ध्यान में रखकर निर्णय करें—

होम लोन लेने का निर्णय अपने करियर और नौकरी के अनुसार लेना महत्वपूर्ण है।  यह जानना महत्वपूर्ण है कि आपकी आमदनी में क्या बदलाव हो रहा है और क्या वह बढ़ती हुई महंगाई के साथ संतुलित है या नहीं।  साथ ही, काम का प्रकार और इसका स्थायी या अस्थायी होना भी महत्वपूर्ण है।  जब आप अपनी नौकरी की स्थिति और भविष्य में सैलरी ग्रोथ (वेतन में वृद्धि) के अवसरों को समझें, तो घर खरीदने या लोन लेने का निर्णय लें।  यह सोच-समझकर लिया गया निर्णय आपको आर्थिक रूप से सुरक्षित बनाएगा।

घर खरीदने का फैसला बुद्धिमानी से करें—

घर लेने के ब्याज दरों को देखते हुए, पहली नौकरी में घर लेना एक बड़ा कदम हो सकता है, क्योंकि इससे आप एक ही स्थान पर फंस सकते हैं।  शुरूआत में, आपको अपने करियर में बदलाव करना पड़ सकता है और नए अवसरों के लिए स्थानांतरित होना पड़ सकता है।  आपकी नौकरी की ट्रांसफर पॉलिसी को जानना महत्वपूर्ण है।  यदि आपने घर लिया है, तो आपको उसे किराए पर देना होगा और खुद किराए पर रहना होगा।  नए शहर में जाने की आवश्यकता हो सकती है, इसलिए पहले घर खरीदने से बचना बुद्धिमानी हो सकती है। 

कहाँ संपत्ति खरीदने से अधिक लाभ मिलता है—

अगर आप घर खरीदने की सोच रहे हैं, तो एक ऐसे स्थान को चुनें जहां जमीन की कीमत बाद में बढ़ेगी।  जब आप कर्ज लेकर घर खरीदते हैं, तो घर का मूल्य समय के साथ तीन गुना हो जाएगा।  इस प्रकार, उस संपत्ति को भविष्य में अच्छा मुनाफा मिल सकता है।  इस तरह का निर्णय आपको सही दिशा में भी ले जाएगा और पैसे भी बचाएगा।  सही जगह पर निवेश करने से लंबे समय तक लाभ मिल सकता है।

लोन को पहले भुगतान करें—

कम आय वाले लोग अक्सर घर की सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बहुत मेहनत करते हैं।  किस्तों पर उपलब्ध होने के कारण लोग घर का कर्ज, गाड़ी और अन्य ऋणों का भुगतान धीरे-धीरे करने की सोचते हैं।  इसके बावजूद, यह भार बढ़ा सकता है।  इसलिए अपनी बचत पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है।  नौकरी मिलने के बाद खर्चों को कम करना शुरू करें।  ये भविष्य में फायदेमंद होंगे और धन सुरक्षित करेंगे।  इससे आपको पहले लोन का भुगतान करना होगा।