Property rate : सरकारी योजना के चलते दिल्ली-एनसीआर की प्रॉपर्टी में आया उछाल, जानिए कितने में मिल रहा 100 वर्ग गज का प्लॉट
Delhi-NCR Property : भारत में संपत्ति दरों में पिछले कुछ समय से लगातार वृद्धि हुई है। दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में संपत्ति के मूल्यों में सबसे अधिक वृद्धि हुई है। सरकारी निर्णय से इस शहर की संपत्ति की कीमतों में बंफर बढ़ोतरी होगी। एनसीआर में संपत्ति की कीमतें बढ़ने के कई प्रमुख कारण हैं। 100 वर्ग गज का किराया इस शहर में क्या होगा?

The Chopal, Delhi-NCR Property : कोरोनावायरस महामारी के बाद से दिल्ली-एनसीआर संपत्ति दरों में वृद्धि हुई है। कोरोनावायरस के बाद से लोगों को भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाना पसंद नहीं है। लोग भीड़ से बचने के लिए दिल्ली को छोड़कर आसपास के शहरों में जमीन खरीद रहे हैं। दिल्ली से जुड़े चार बड़े शहर हैं: गुरुग्राम (Property in Gurugram), नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद। इन शहरों में संपत्ति की कीमतें दिल्ली से भी अधिक हैं। ग्रेटर नोएडा, दिल्ली-एनसीआर में संपत्ति की कीमतों में हाल ही में भारी वृद्धि हुई है।
एयरपोर्ट बनाने से जमीन की कीमतें बढ़ी
ग्रेटर नोएडा में निर्माणाधीन जेवर एयरपोर्ट इसका सबसे बड़ा कारण है। एयरपोर्ट आने के बाद ग्रेटर नोएडा में जमीन और संपत्ति की कीमतें भारी हो गई हैं। यमुना एक्सप्रेस वे बनने से भी ग्रेटर नोएडा में जमीन की कीमतें बढ़ी हैं। ग्रेटर नोएडा में जमीन की कीमतें भविष्य में और अधिक बढ़ने वाली हैं। यमुना विकास प्राधिकरण निगम जल्द ही ग्रेटर नोएडा में जमीन का मूल्य बढ़ा देगा।
बढ़ी हुई कीमतें अप्रैल से लागू हो जाएंगी।
Yamuna Expressway Property (ग्रेटर नोएडा) में संपत्ति और जमीन के मूल्यों में जल्द ही वृद्धि होगी। सरकार ग्रेटर नोएडा यमुना प्राधिकरण नई कीमतों को 1 अप्रैल 2025 से लागू करने के लिए तैयार है। अब सभी श्रेणी की जमीन की कीमतों में 25 से 30 प्रतिशत (नई संपत्ति दर) बढ़ोतरी की योजना है। एयरपोर्ट बनने के बाद यहां बहुत सी कंपनियां हैं। लोगों को जमीन प्राप्त करना मुश्किल हो रहा है। सरकारी निर्णय से ग्रेटर नोएडा में जमीन की कीमतों में काफी वृद्धि होगी।
एयरपोर्ट के चौथे और तीसरे चरण की जमीन अधिग्रहण होगी
जेवर एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बनाया गया है। सरकार ने जेवर एयरपोर्ट के दो हिस्से पूरे किए हैं। यही कारण है कि यूपी सरकार जेवर एयरपोर्ट के तीसरे और चौथे चरण के लिए जमीन खरीद रही है। इन चरणों में चार हजार किसानों की जमीन ली जाएगी। इसके लिए चौबीस गांवों की ज़मीन दी गई है।
सरकार 10 हजार करोड़ का मुआवजा देगी
जेवर एयरपोर्ट की जमीन के अधिग्रहण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को कई करोड़ रुपये का मुआवजा देने जा रही है। यूपी सरकार ने 10 हजार करोड़ रुपये किसानों को मुआवजे के तौर पर देने की योजना बनाई है। हाल ही में लागू की गई कीमतें प्राधिकरण पर लगभग 3000 करोड़ रुपये का बोझ बढ़ा दी हैं।
5 साल में जमीन के रेट 40% बढ़े
पिछले पांच वर्षों में ग्रेटर नोएडा में जमीन की कीमतों में 40% का इजाफा देखा गया है। 2030 तक यहाँ जमीन की कीमतें 50% बढ़ने का अनुमान है। नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट, मेट्रो ट्रेन एक्सटेंशन और थीम बेस्ड सिटी प्रोजेक्ट जैसे महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर ने जमीन की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है।
जमीन की मांग तेजी से बढ़ रही है
यमुना सिटी में व्यावसायिक, औद्योगिक और अन्य उद्देश्यों के लिए जमीन की मांग भी बढ़ी है, खासकर नोएडा एयरपोर्ट के व्यावसायिक उद्घाटन से पहले। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अमेरिका की एक बड़ी कंपनी ने 100 एकड़ जमीन को अमेरिकन सिटी की कल्पना के साथ 32 करोड़ प्राधिकरण दे दिए हैं। जमीन की बढ़ती मांग और मुआवजे के बोझ से बचने के लिए सरकार अब जमीन की बढ़ती कीमतों से भरपाई करेगी।