RBI ने करोड़ों बैंक ग्राहकों के पक्ष में लिया बड़ा फैसला, सभी बैंकों पर लागू होंगे नियम
RBI - आरबीआई ने देश के करोड़ों बैंक ग्राहकों के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक धोखाधड़ी को रोकने के लिए नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। बैंकों को धोखाधड़ी से जुड़े किसी भी बैंक खाते को चिह्नित कर तुरंत कार्रवाई करनी होगी..। आप इस अपडेट की पूरी जानकारी के लिए खबर में अंत तक बने रहेंगे।
The Chopal, RBI - आरबीआई (Reserve Bank of India) ने अपने नियमों में व्यापक बदलाव करके बैंक धोखाधड़ी को रोकने और जोखिम प्रबंधन को मजबूत करने का प्रयास किया है। ध्यान दें कि सभी प्रकार के बैंकों, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों और अन्य वित्तीय संस्थानों को नए नियमों का पालन करना होगा। अब बैंकों को धोखाधड़ी से जुड़े किसी भी खाते को चिह्नित कर तुरंत कार्रवाई करनी होगी। इससे ठगी की रकम वापस मिलेगी।
इस बारे में RBI ने हाल ही में एक नया सर्कुलर जारी किया है जो महत्वपूर्ण निर्देश देता है। इसका लक्ष्य क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, आवास वित्त कंपनियों, वाणिज्यिक बैंकों, ग्रामीण सहकारी बैंकों (Rural Co-operative Banks) और एनबीएफसी में धोखाधड़ी जोखिम प्रबंधन प्रणाली को मजबूत करना है। सर्कुलर ने कहा कि अब धोखाधड़ी जोखिम प्रबंधन (Fraud Risk Management) के बारे में बोर्ड और वरिष्ठ प्रबंधन की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को निर्धारित करने के लिए बोर्ड से मंजूर पॉलिसी की जरूरत है।
बैंकों को समिति बनानी होगी-
Jarie Sarker ने कहा कि अब हर बैंक एक विशेष समिति बनाएगा, जो धोखाधड़ी के मामलों पर नजर रखेगी। हर बैंक मजबूत व्यवस्था बनाएगा, जिससे धोखाधड़ी की हर शिकायत पर तत्काल कार्रवाई की जा सकेगी। उन्हें ट्रैक करना होगा और RBI को उसकी स्थिति बतानी होगी। साथ ही, समिति यह पता लगाएगी कि बैंकिंग व्यवस्था (banking system) में क्या खराबी हुई, जिससे धोखाधड़ी हुई। बैंक के अंदरूनी प्रबंधन में बदलाव कर उसे मजबूत बनाया जाएगा, जैसा कि उन्होंने कहा था।
बैंकों को क्या करना चाहिए— बैंकों में छह करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के मामले सामने आने पर पहले सीबीआई को सूचना दी जानी चाहिए।
- राज्य पुलिस को इससे कम राशि वाले धोखाधड़ी के मामलों में सूचना देनी होगी।
- बैंकों को धोखाधड़ी के मामलों को देखने के लिए एक समिति बनानी चाहिए।
- ऐसे खातों की जानकारी सात दिन के भीतर आरबीआई को देनी होगी।
- धोखाधड़ी से जुड़े बैंक खातों को लाल झंडी से चिह्नित किया जाएगा।
संदिग्ध खातों की जांच—
बैंक प्रणाली शुरुआती चेतावनी देगी और खाते को लाल झंडी देगी अगर कोई खाता धोखाधड़ी के साथ जुड़ा है। इससे बैंकों को धोखाधड़ी या बिना केवाईसी वाले खातों (KYC Compliant Accounts) पर नजर रखना आसान होगा। ऐसे खातों का उपयोग भी प्रतिबंधित होगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने यह भी कहा कि बैंक लाल झंडी वाले खातों पर लोन नहीं दे सकेंगे।
ये घोटाले होंगे-
1. धन का आपराधिक दुरुपयोग और विश्वास का उल्लंघन
2. जाली उपकरणों से नकदी निकासी
3. तथ्यों को छिपाकर किसी को ठगी करना
4. गलत इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड या दस्तावेज बनाकर की गई जालसाजी
5. विदेशी मुद्रा लेनदेन में धोखाधड़ी
6. धोखाधड़ीपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग और डिजिटल भुगतान संबंधी लेनदेन