SBI की FD से होगा तगड़ा मुनाफा, 5 लाख का निवेश करके मिलेगा 9,52,779 रुपये का फायदा
SBI Fixed Deposit Interest Rate : इसलिए आज बाजार में निवेश करने के कई विकल्प हैं। लेकिन फिकस्ड डिपॉजिट, या FD, ही कम रिस्क पर अधिक रिटर्न देने वाले विकल्प है। एफडी में आपका पैसा सुरक्षित है और गारंटीड रिटर्न मिलता है। SBI बैंक एफडी (FD) में निवेश करने की सोच रहे लोगों के लिए अच्छी ब्याज की पेशकश कर रहा है। पांच लाख रुपये का निवेश आपको 9,52,779 रुपये का लाभ दे सकता है। जानें—

The Chopal, SBI Fixed Deposit Interest Rate : आज बाजार में निवेश करने के लिए कई विकल्प हैं, जिनमें शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड शामिल हैं। यदि आप इनमें निवेश करते हैं तो आप बहुत पैसा बना सकते हैं। लेकिन खतरा भी अधिक है। ऐसे में, युवा से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक सभी FD (Fixed Deposit) में निवेश करना पसंद करते हैं। FD पर गारंटीकृत लाभ मिलता है एफडी पर ब्याज दर प्रत्येक बैंक में अलग-अलग होती है।
SBI, देश का सबसे बड़ा बैंक, ग्राहकों को 7 दिन से 10 साल तक की FDs देता है अगर वे FD दर में निवेश करने की सोच रहे हैं। SBI रेगुलर ग्राहकों को विभिन्न मैच्योरिटी एफडी पर 3 प्रतिशत से 6.5 प्रतिशत तक ब्याज देता है और सीनियर सिटीजन को सामान्य ग्राहकों की तुलना में अधिक ब्याज मिलता है। वरिष्ठ नागरिकों को 3.5 से 7.5 प्रतिशत प्रति वर्ष ब्याज मिलता है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए एसबीआई बैंक की FD स्कीम सबसे अच्छी है।
5 लाख रुपये निवेश करने पर 9,52,779 रुपये मिलेंगे
मान लीजिए, आप एसबीआई बैंक (SBI FD Interest Rate) से 10 साल की एक FD स्कीम चुनते हैं और 5 लाख रुपये एकमुश्त जमा करते हैं. एसबीआई FD केलकुलैशन (SBI FD Calculator) के अनुसार, निवेशक को 6.5 प्रतिशत वार्षिक ब्याज मिलेगा, जो FD की मेच्योरिटी तक 9,52,779 रुपये का फंड तैयार करेगा। ब् याज से 4,52,779 रुपये की नकद आय होगी।
साथ ही, एसबीआई बैंक फिकस्ड डिपॉजिट केलकुलैशन (SBI FD Calculator) के अनुसार, वरिष्ठ नागरिक एसबीआई बैंक FD दरों पर 7.5 प्रतिशत वार्षिक ब् याज दर से एकमुश्त 5 लाख रुपये की एफडी जमा करेंगे। ब्याज से 5,51,175 रुपये की फिक्स्ड राशि मिलेगी।
IT नियम 80C के तहत टैक्स छूट मिलेगी—
बैंकों में फिकस्ड डिपॉजिट (FD) कराने पर आपको गारंटीड रिटर्न के अलावा कई अतिरिक्त लाभ मिलते हैं। 5 साल की टैक्स बचत एफडी पर आयकर सेक् शन 80C में टैक्स छूट का लाभ मिलता है। लेकिन FD से मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल है।
एफडी स् कीम पर टैक्स डिडक्शन एट सोर्स (TDS) इनकम टैक् स नियमों के अनुसार लागू होता है। यानी, आपको स्लैब रेट के अनुसार टैक्स देना होगा और एफडी की मैच् योरिटी पर मिलने वाली रकम आपकी आय मानी जाएगी। IT नियमों के अनुसार, जमाकर्ता फॉर्म 15G/15H जमा कर सकता है ताकि कर छूट मिल सके।