हरियाणा में मतदान के दौरान छुट्टियों से चिंता में भाजपा, इन दलीलों के साथ चुनाव आयोग को लिखा पत्र
Haryana Assembly Election: हरियाणा में हाल ही में 19 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव आयोग द्वारा 1 अक्टूबर को घोषणा की गई है. परंतु घोषित हुई तारीखों से बीजेपी की चिंता बढ़ गई है. मतदान की तारीख के आगे और पीछे कई छुट्टियां आ रही है. जिससे मतदान में फर्क पड़ सकता है. इसी चिंता को देखते हुए हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली ने चुनाव आयोग और हरियाणा के मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्र लिखकर मतदान की तारीख बदलने की मांग की है.
लंबी छुट्टियों से घटेगा मतदान
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष द्वारा चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कहा गया है कि 28 और 29 सितंबर को शनिवार और रविवार पड़ता है. प्रदेश में 1 अक्टूबर को मतदान होने के दिन भी छुट्टी रहती है. इसके बाद 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और 3 अक्टूबर को अग्रसेन जयंती है. ऐसे में एक सप्ताह की लंबी छुट्टियां आने पर लोग प्रदेश से बाहर घूमने के लिए जा सकते हैं. जिससे मतदान घट सकता है.
बिश्नोई समाज का धार्मिक अनुष्ठान
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष द्वारा चुनाव आयोग को भेजे पत्र में यह भी दलील दी है की 2 अक्टूबर को आसोज की अमावस्या होने के चलते बीकानेर के मुकाम गांव में बिश्नोई समाज का धार्मिक अनुष्ठान है. इसलिए बिश्नोई समाज के काफी लोग 1 अक्टूबर को ही वहां पहुंच जाते हैं. इस धार्मिक आयोजन के दौरान हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और पंजाब से बिश्नोई समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल होते हैं. जिसके चलते मतदान के प्रतिशत में कमी आ सकती है.
तारीखों को आगे बढ़ाने का अनुरोध
चुनाव आयोग को लिखे पत्र में बीजेपी ने तारीखों को बदलने की मांग की है. साथ ही पत्र में यह भी लिखा गया है कि चुनाव आयोग द्वारा अगली तारीख में भी इस बात का ध्यान रखा जाए कि मतदान की तारीख से 1 दिन पहले या अगले दिन कोई छुट्टी ना हो. जिसके चलते ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान प्रक्रिया में हिस्सा ले पाएंगे. बड़ौली ने कहा धार्मिक आयोजन और छुट्टियों के चलते मतदान प्रतिशत में गिरावट आ सकती है. उनका उद्देश्य यह है कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा मतदान करवाया जाए. इसलिए चुनाव आयोग से तारीखों को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया गया है.