गेहूं का आटा पिसवाने से पहले कर ले यह काम, ब्लड शुगर से लेकर इन बीमारियों में कारगर
Wheat Benifits : डॉ. सुमित कुमार जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने कई तरह के अनाज की रोटी बनवाकर खाई है। लेकिन आज के समय में लोग बहुत कम ऐसा करते है। गेहूं में कई तरह के अनाज मिलाकर पिसवाते हो।

The Chopal, Wheat Benifits : आज के समय में लोग गेहूं के आटे से बनी रोटीयाँ खाना काफी पसंद करते है। अधिकतर लोग रोजाना गेहूं के आटे से बनी रोटियां खाते हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर का बताना है कि गेहूं को दूसरे अनाजों के साथ मिलाकर पिसाया जाए तो काफी हेल्थी होता है और ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित किया जा सकता है। जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रभात कुमार ने बताया कि पहले लोगों ने अलग-अलग अनाज की रोटी खाई थी।
लेकिन आज ऐसा बहुत कम देखा जाता है। गेहूं में कुछ मिलाकर आटा पिसवा सकते हैं। यह रोटी आपकी सेहत को कई तरह से बेहतर बनाएगी। डायबिटिक लोगों के साथ साथ, तीन अनाज सेहत के लिए अच्छे हैं। गेहूं में इन दो अनाजों को मिलाकर लोग पिसवा सकते हैं। इससे रोटी का स्वाद अच्छा रहता है और शरीर को पर्याप्त न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं।
डॉक्टर का बताना है कि गेहूं में चना और बाजरा मिलाकर पिसवा सकते हैं। 50 प्रतिशत गेहूं, 25 प्रतिशत चना, 25 प्रतिशत बाजरा रख सकते हैं। बाजरा बहुत पोषक तत्वों से भरा हुआ है। इसमें अमीनो एसिड, आयरन, जिंक, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, फाइबर, राइबोफ्लेविन, फोलिक एसिड, थायमिन, नियासिन और बीटा कैरोटीन शामिल हैं, जो शरीर को चाहिए। ये हड्डियों को मजबूत बनाने और पाचन को बेहतर बनाए रखते हैं।
डायबिटीज पेशेंट को होगा लाभ
इस अनाज में ग्लूटेन नहीं है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम है, इसलिए यह डायबिटीज पेशेंट के लिए अच्छा है और पचाने में आसान है। चने में मौजूद विटामिन बी, आयरन, मैग्नीशियम, सेलेनियम, पोटेशियम और फाइबर भी हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। चने कोलेस्ट्रॉल नहीं है।