Side Effects: दिन भर फोन चलाना ब्रेन के लिए नुकसानदायक, खतरे आपको देगे हैरानी
Side Effects Of Using Phone: यदि आप भी सारा दिन फोन पर स्क्रॉलिंग करते रहते हैं, तो आपको जानना चाहिए कि इस आदत से आपका दिमाग प्रभावित होता है। इसी विषय में प्रसिद्ध गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉक्टर सौरभ सेठी ने आवश्यक जानकारी दी है।

The Chopal : दिन में आप फोन के बिना कितने घंटे बिताते हैं? यह संभव है कि आपने कभी खुद से यह सवाल पूछा होगा, लेकिन विचार करने पर पूरी संभावना है कि जवाब हैरान कर देगा। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए, ज्यादातर लोग घंटा भर भी अपने मोबाइल से दूर रहना नहीं चाहते। यह कारण समझ में आता है अगर आप काम के दौरान फोन का उपयोग करते हैं, लेकिन अधिकांश लोग बिना किसी कारण के दिन भर फोन पर स्क्रॉलिंग करते रहते हैं। फेमस गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉक्टर सौरभ सेठी ने दिन भर फोन पर रहने की इस आदत को ब्रेन के लिए घातक बताया है। उन्होंने इस आदत के ब्रेन पर होने वाले कुछ गंभीर परिणामों के बारे में बताया गया है, जो सभी को जानना चाहिए। आइए देखें कि डॉक्टर क्या कहता है।
काम पर ध्यान देने में परेशानी
डॉक्टर सौरभ सेठी ने बताया कि सारा दिन फोन पर अपनी मनपसंद चीजें देखते रहने से दिमाग में डोपामिन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। इसलिए आपका दिमाग इंस्टेंट ग्रेटीफिकेशन को एक आदत बना लेता है और कुछ ऐसा करना चाहता है जो उसे तुरंत खुशी दे। इसका परिणाम यह होता है कि किताबें पढ़ना या समस्याओं को हल करना जैसे कार्यों पर ध्यान देना मुश्किल हो जाता है क्योंकि ऐसा करने से तुरंत खुशी नहीं मिलती। ऐसे में आप काम पर थोड़ा कम ध्यान दे पाते हैं और फोन चलाने की इच्छा बढ़ती है।
एंग्जाइटी और अकेलेपन बढ़ा
डॉक्टर सेठी ने कहा कि हर दिन सोशल मीडिया पर स्क्रॉलिंग करना आपको अपनी लाइफ से कंपेयर करने लगता है। साथ ही, यह जानना महत्वपूर्ण है कि सभी लोग सोशल मीडिया पर अपनी सबसे अच्छी बातें दिखा रहे हैं। इसलिए, लोगों में एंग्जाइटी और अकेलेपन की भावना भी आम होती जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि फोन का अधिक इस्तेमाल करने से ऑक्सीटोसिन नामक हार्मोन भी कम हो जाता है। ये वही हार्मोन है जो लोगों को जुड़ाव महसूस कराता है। इसके बिना आपको भी तनाव और अकेलापन महसूस हो सकता है।
मानसिक तनाव होने लगता है
जिस तरह ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी करने के बाद हमारा शरीर थक जाता है ठीक उसी तरह हमारा दिमाग भी थक जाता है। यह मानसिक थकान का लक्षण है, जिससे आपको किसी काम में दिलचस्पी नहीं होगी, आपको अजीब सा भारीपन महसूस होगा और आपको अनावश्यक विचार आएंगे। डॉक्टर सेठी का कहना है कि सारा दिन फोन पर बैठकर कुछ देखते रहने से आपका दिमाग थका हुआ महसूस करता है। ऐसे में अपने ब्रेन को फिर से सेट करने के लिए फोन को पीठ पर रखें और अपने दोस्तों से मिलें या कुछ एक्सरसाइज करें। जितनी ज्यादा ऑफलाइन समय बिताते हैं, उतनी ज्यादा आप चीजों पर फोकस कर पाएंगे और थकान से बच जाएंगे।