Agri commodities: कपास की पैदावार में आएगा उछाल, मौसम विभाग ने जारी की रिपोर्ट
Commodities :देश भर के कई इलाकों में अभी भी बारिश का दौर जारी है, जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसार, इस बार देश के कई हिस्सों में सामान्य से कम बारिश देखने को मिली है। कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने जानकारी देते हुए बताया कि गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के सेंट्रल जोन ने 1.97 करोड़ गांठें का उत्पादन किया गया हैं। मध्य क्षेत्र में 1.95 करोड़ गांठ से 1.98 करोड़ गांठ कपास का उत्पादन होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
The Chopal, Commodity report : भारतीय मौसम विभाग के जारी आंकड़ों के मुताबिक सोमवार को देशभर में 4.7 MM बारिश होने वाली है, जो सामान्य 5.6 स्तर से 15% तक कम है, डेली एग्री पिक्स पर जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट में बताया गया है, कि 1 जून से अब तक भारत में 862.3 MM बारिश हुई है, जो इस अवधि के लिए 801.5 मिमी से 8% ज्यादा है। आज देश के चार समरूप रीजन में से एक में अधिक बारिश हुई, जबकि तीन में सामान्य से कम बारिश हुई। 1.0 मिमी बारिश के साथ उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से 70% कम बारिश हुई।
कैसी रहेगी कपास की पैदावार
कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने 2023-24 (October-September) के लिए देश का उत्पादन अनुमान 3.18 करोड़ गांठ किया था। एसोसिएशन 11 कपास उत्पादक राज्यों और अन्य व्यापार स्रोतों से मिली जानकारी के आधार पर करीबन हर महीने अपने अनुमानों को बदलता है। 31 अगस्त तक, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के उत्तरी भाग में 45 लाख गांठ कपास की पैदावार हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले वर्ष उत्तरी क्षेत्र में 43 लाख गांठ कपास का उत्पादन हुआ था, अब 46 लाख गांठ होने का अनुमान है।
सेंट्रल जोन में कितना हुआ उत्पादन
कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने बताया कि गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के सेंट्रल जोन ने 1.97 करोड़ गांठें उत्पादित की गई हैं। मध्य क्षेत्र में 1.95 करोड़ गांठ से 1.98 करोड़ गांठ का कपास उत्पादन होगा। 31 अगस्त तक, दक्षिण क्षेत्र ने 71 लाख गांठ कपास बनाया था। शेष उत्पादन अन्य राज्यों में किया गया था। एसोसिएशन ने कहा कि अक्टूबर से शुरू होने वाले सीजन का शुरुआती स्टॉक 28.9 लाख गांठ होगा। 2023-24 सीजन में कपास की आपूर्ति 3.55 करोड़ गांठ से 3.68 करोड़ गांठ होने का अनुमान लगाया है।
क्या करना पड़ेगा आयात
2022-23 में आयात किए गए 12.5 लाख गांठों से ज्यादा का एसोसिएशन ने 2023-24 में 16.4 लाख गांठों का अनुमान लगाया है। एसोसिएशन ने 2022–2023 में घरेलू मांग 3.17 करोड़ गांठों पर रहने का अनुमान लगाया है, जो पिछले वर्ष के 3.11 करोड़ गांठों से अधिक है। उसने निर्यात को 15.5 लाख गांठों से अधिक, 28 लाख गांठों पर रहने का अनुमान लगाया है। 31 अगस्त तक खपत 2.91 करोड़ गांठ रहेगी।