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महंगाई की मार: आटा, दाल और मसालों के भाव में तूफानी तेजी, चेक करें आज का ताजा रेट

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आटा, दाल और मसालों के भाव में तूफानी तेजी

THE CHOPAL: भारत देश में दाल की बढ़ती मूल्यों के बीच में लाल मिर्च, जीरा, लौंग और सूखे मेवों के रेटों में तेजी आ गई है। आपको बता दे की पाकिस्तान में महंगाई की मार का असर भारत के मसाला और सुखे मेवों के बाजारों पर पड़ भी रहा है। आपको बता दे की पिछले कुछ दिनों से सूखे मेवों और मसाला के भाव देश के कई जगहों में आसमान छू रहे हैं. खासकर मसालाों के भावों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है.

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दिल्ली के खारी बावली बाजार में अफगानिस्तान, अमेरिका सहित कई देशों के ड्राई फ्रूट्स के साथ-साथ मसाला भी महंगे हो गए हैं. पहले इस बाजार में ड्राई फ्रूट्स और मसाला सस्ती दरों पर मिल जाया करते थे, लेकिन पाकिस्तान संकट और बारिश की मार का असर इस बाजार पर भी होने लगा है। पिछले कुछ दिनों से खारी बावली बाजार में मसाला के दाम आसमान छूने लगे हैं. इस बाजार में जीरा के भाव में सबसे ज्यादा तेजी आई है. जीरा अब तक के सबसे अधिक मूल्य पर बिक रहा है. खारी बावली के दुकानदारों का कहना है कि बारिश की वजह से जीरे की पैदावार पर असर पड़ा है. साथ ही जीरा भारत से बाहर भी कई देशों में भेजा जाता है.

खारी बावली बाजार में मसाला और सूखे मेवों के दाम बढ़े-

खारी बावली से मसाला और सूखे मेवा खरीद कर दिल्ली के अन्य इलाकों में बेचने वाले कारोबारी नरेश कुमार कहते हैं, ‘खारी बावली में जीरे की कीमतों में इतना उछाल पहले कभी नहीं देखा. पिछले साल भी जीरा इस सीजन में 400 रुपये प्रति किलो तक मिल जाया करता था, लेकिन अभी 850 से 900 रुपये प्रति किलो थोक में ही मिल रहा है. इसी तरह सूखी मिर्च पिछले साल 300 रुपये प्रति किलो तक थोक में मिला करता था, लेकिन यहां के दुकानदार इस बार 500 रुपये से कम में देने को तैयार नहीं है.’

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खरीददार और दुकानदार क्या सोचते हैं-

आपको बता दें कि खारी बावली दालों, मसाला और सूखे मेवों की सबसे बड़ी मंडी है. यहां एक लाइन में हजारों ड्राई फ्रूट्स और मसालों के दुकान हैं. थोक और फुटकर बिक्री को लेकर यहां दिनभर खरीदारों की गहमागहमी रहती है. काजू-बादाम हो या फिर किशमिश और अखरोट, हर तरह की मेवा की नई फसल इस बाजार में आती रहती है. गाजियाबाद के वैशाली सेक्टर 4 में किराना का कारोबार करने वाले रमेश गुप्ता कहते हैं, कुछ दिन पहले तक खारी बावली से जीरा 200 रुपये किलो खरीद कर लाते थे.

अब इसकी कीमत 400 से 600 रुपये प्रति किलो हो गया है. इसी तरह बादाम का रेट अब 600 रुपये से बढ़कर अब 750 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है. सूखे मेवों की कीमतों में भी जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है. मुनक्का की फुटकर कीमतें 1000 से 1700 रुपया तक हो गया है. इसी तरह अंजीर फुटकर बाजार में 2400 रुपये प्रति किलो मिल रहा है. इसी तरह लौंग थोक बाजार में 800 से 900 रुपये प्रति किलो मिल रहा है और फुटकर बाजार में वह 1500 से 1600 रुपये प्रति किलो बेची जा रही है.

दाम बढ़ने के क्या हैं कारण?

खारी बावली में पिछले साल की तुलना में इस साल ड्राई फ्रूट्स की कीमतों में तेजी से उछाल देखने को मिल रहा है. 200 रुपये प्रति किलो मिलने वाला छुहारा अब 400 रुपये किलो मिल रहा है. इसी तरह 700 रुपये किलो मिलने वाल अंजीर अब 1200 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. कुछ दिन पहले तक 700 रुपये किलो मिलने वाला मुनक्का अब 900 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. इस बार खारी बावली में सभी तरह के सूखे मेवों के दामों में तेजी है. भारत में अधिकाशं ड्राई फ्रूट्स विदेशों से आयात किए जाते हैं. अफगानिस्तान और पाकिस्तान से भारत में ड्राई फ्रूट्स की सप्लाई होती है, लेकिन इस बार पाकिस्तान में बाढ आई थी जिसकी वजह से फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. आवक कम होने से भारत में सूखे मेवों के दाम में तेजी आ गई है.