गेहूं की इन 5 किस्मों से किसानों की हो जायेगी मौज, 63 क्विंटल तक मिलेगा उत्पादन
Wheat cultivate : गेहूं की फसल उगाने में कम पानी की आवश्यकता होती है। अमूमन गेहूं की फसल में चार से पांच बार सिंचाई करनी होती है, लेकिन गेहूं की कुछ ऐसी किस्म भी हैं, जो 2 से 3 सिंचाई में ही पककर तैयार हो जाती हैं।

Wheat Variety : खरीफ की फसल धान की कटाई के बाद किसान अब रबी की फसल गेहूं की बुवाई की तैयारी कर रहे हैं। कई ऐसी गेहूं की किस्में हैं, जिन्हें किसान कम लागत में उगाकर अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। खास बात यह है कि कुछ किस्में कम सिंचाई में भी अच्छा उत्पादन देती हैं।
Wheat HD 3388
गेहूं की Wheat HD 3388 किस्म सिंचित और समय से बोई जाने वाली उन्नत किस्म है। इसकी पैदावार 52 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। फसल 125 दिनों में तैयार हो जाती है। इसका हीट स्ट्रेस टॉलरेंस HSI 0। 89 है। यह किस्म पूर्वी उत्त प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल (पहाड़ी इलाके को छोड़), ओडिशा और असम के लिए बेहतर है।
Pusa Wheat 3386
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान (कोटा और उदयपुर डिविजन को छोड़), पश्चिमी उत्तर प्रदेश (झांसी डिविजन को छोड़), जम्मू और कश्मीर) के हिस्से (कठुआ जिला), हिमाचल प्रदेश के हिस्से (ऊना जिला और पओन्ता वैली) और उत्तराखंड के तराई इलाके लिए उपयुक्त है। यह किस्म 62। 5 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज देने में सक्षम है। यह लिफ रस्ट और येल्लो रस्ट प्रतिरोधी है। यह आयरन (41। 1ppm) और जिंक (41। 8ppm) से भरपूर है। फसल 145 दिनों में तैयार हो जाती है।
Wheat Pusa Gehun Sharbati (HI 1665)
समय से बोई जाने वाली और सीमित सिंचाई वाली किस्म है। इसकी उत्पादन क्षमता 33 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। फसल 110 दिनों में तैयार होती है। यह गर्मी और सूखा सहिष्णु है। लिफ और स्टेम रस्ट प्रतिरोधी है। इसके दाने बेहतर क्वालिटी के हैं। यह किस्म महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु के मैदानी क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है।
Wheat HD 3410
गेहूं की Wheat HD 3410 किस्म सिंचित और समय से पहले बुवाई के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 65। 91 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज देने में सक्षम है। यह 155 दिन में तैयार होने वाली किस्म है। इसमें 12। 6% ज्यादा प्रोटीन है। यह किस्म मध्य प्रदेश और दिल्ली-हरियाणा के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के लिए बेहतर है।
Wheat Karan Bold
गेहूं की Wheat Karan Bold (DBW 377) किस्म सेंट्रल जोन के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 63। 9 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज देने में सक्षम है। फसल 125 दिन में तैयार हो जाती है। यह व्हीट ब्लास्ट प्रतिरोधी है। यह किस्म मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात और राजस्थान के लिए बेहतर है।