गेहूं की फसल करे सही फर्टिलाइजर का छिड़काव, बढ़ते तापमान का असर होगा कम, दानों से भर जाएंगी बालियां
Wheat production: गेहूं की फसल में सही उर्वरकों (फर्टिलाइजर) का उपयोग करने से उत्पादन बढ़ता है और दाने चमकदार व वजनदार होते हैं। सही पोषक तत्वों की आपूर्ति से फसल की गुणवत्ता और बाजार मूल्य दोनों बेहतर होते हैं।

Micro Nutrients Spray : बढ़ते तापमान गेहूं की फसल को प्रभावित करता है। सही फर्टिलाइजर लगाने से फसल स्वस्थ रहेगी। पूरे देश में गेहूं की खपत सबसे अधिक है। गेहूं की बंपर थोड़ी सी देखभाल से पैदावार देती है। गेहूं एक सर्दियों की फसल है। यहाँ अचानक बढ़ने वाला तापमान गेहूं की पैदावार को प्रभावित कर सकता है। गेहूं उत्पादन बढ़ाने और बदलते मौसम में नुकसान से बचाने के लिए किसान भाई कुछ उपाय कर सकते हैं। अगर इन फर्टिलाइजरों को सही मात्रा में डाला जाए
जिले में बड़ी मात्रा में गेंहू की खेती की जाती है। मौसम बदलाव से तापमान बढ़ने लगा है, जिससे गेहूं की पैदावार में कमी आ सकती है और इसका दाना पतला हो सकता है। गेहूं की फसलों में इस समय दाने बनने की प्रक्रिया चल रही है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि गेहूं तेजी से बढ़ता है और उत्पादन भरपूर होता है, फसल में दाने मोटे कैसे होंगे और बालियों में मजबूती कैसे आएगी, कुछ विशिष्ट उपायों को अपनाना होगा।
इन फर्टिलाइजरों का इस्तेमाल गेहूं की फसल में करने से उत्पादन बढ़ेगा और दाने चमकदार और वजनदार रहेंगे। 00052 एनपीके गेहूं की फसल में छिड़क सकते हैं। फसल में बाली बनने के दौरान ही इसका छिड़काव करना चाहिए। एक किलो जल विलय एनपीके को 130-140 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करना चाहिए। इससे बालियां मजबूत होती हैं, दाने चमकदार होते हैं और उनका वजन अधिक होता है। गेहूं भी बढ़ता है।
गेहूं की फुटाव में माइक्रो न्यूट्रिएंट्स भी डाल सकते हैं। 100 ग्राम चेल्टेड जिंक, 500 ग्राम मैग्नीशियम सल्फेट, एक किलो यूरिया और एक किलो मैग्नीशियम सल्फेट को 200 लीटर पानी में मिलाकर प्रत्येक एकड़ पर स्प्रे करें। इस स्प्रे से गेहूं अधिक फूटेगा।