मुर्गी फार्मिंग के लिए सरकार देगी 3 से 40 लाख तक अनुदान, इन डॉक्यूमेंट के साथ उठाएं लाभ
Poultry Farming Subsidy :आज के युग में किसान परंपरागत खेती के साथ-साथ पशुपालन भी कर रहे हैं। पशुपालन के लिए सरकार भी लगातार किसानों को प्रोत्साहित कर रही है। वैसे तो किसान पशुपालन में बकरी फार्म, गाय-भैंस का डेयरी फार्म, मछली पालन और मुर्गी फार्म कर रहें है। इनके लिए सरकार भी किसानों को बिजनेस शुरू करने के लिए प्रोत्साहन राशि दे रही है। काफी किसान इसका लाभ उठा रहे हैं।

Poultry Farming Subsidy : परंपरागत खेती में किसानों को मुनाफा कुछ कम हो रहा है। इसलिए किसान खेती-बाड़ी के साथ-साथ पशुपालन कर रहे हैं। यदि आप भी पशुपालन कर अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो सरकार मुर्गी पालन के लिए 40 लाख रुपए तक का अनुदान दे रही है। चलिए जानते हैं कोन-कोन सी नस्ल की मुर्गी का पालन आपके लिए मुनाफे का सौदा रहेगा।
किसान मुर्गी फार्म खोलकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। क्योंकि मुर्गी फार्म खोलने से अंडे और मांस का उत्पादन होता है। मुर्गी के अंडे और मांस में प्रोटीन होने की वजह से लोग मांस और अंडा हमेशा खरीदते है। इस वजह से बाजार में इसकी मांग अच्छी रहती है। इस तरह किसान अंडो का उत्पादन कर बाजार में बेच सकते हैं।
बिहार सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। सरकार खेती बाड़ी के साथ-साथ पशुपालन को भी बढ़ावा दे रही है। राज्य सरकार इसके लिए किसानों को लगातार प्रोत्साहित कर रही है। पशुपालन का व्यवसाय शुरू करने के लिए बिहार सरकार किसानों को अनुदान राशि भी दे रही है। इसी बीच सरकार ने मुर्गी फार्म खोलने के लिए किसानों को 40 लाख रूपए अनुदान राशि देने की योजना बनाई है।
ग्रामीण इलाकों में होंगे रोजगार के अवसर पैदा
बिहार में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग बिहार सरकार किसानों का पशुपालन के लिए लगातार सहयोग कर रहा है। विभाग ने समेकित मुर्गी विकास योजना के तहत लेयर मुर्गी फार्म और ब्रायलर मुर्गी फार्म खोलने के लिए 3 लाख रुपए से लेकर 40 लाख रूपये तक का अनुदान दिया जा रहा है। सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनाना है।
30 से 50 फीसदी तक दिया जा रहा अनुदान
समेकित मुर्गी विकास योजना के तहत सरकार किसानों को मुर्गी पालन के लिए 30 से 50 प्रतिशत तक अनुदान दे रही है। पोल्ट्री फार्म खोलने से अंडे और मांस का अच्छा उत्पादन होता है जिसे बेचकर वे पैसा कमा सकते हैं। इसके साथ ही मुर्गी फार्म खोलने पर आवेदन करने वाले को बैंक से कम ब्याज पर लोन भी मिल सकता है।
पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दी जाएगी सब्सिडी
इस परियोजना का लाभ उठाने वाले किसानों का चयन लागत और प्रशिक्षण को प्राथमिकता देते हुए पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा। प्रशिक्षण के संदर्भ में मान्यता प्राप्त सरकारी संस्थानों से कुक्कुट पालन में प्रशिक्षण संबंधी प्रमाण पत्र ही मान्य होंगे।
आवेदन करने के लिए जरूरी कागजात
परियोजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के साथ-साथ अपडेटेड लगान रसीद,एल.पी.सी, लीज इकरारनामा, नजरी नक्शा, पासबुक, एफड़ी, सरकारी संस्थानों से कुक्कड़ पालन प्रशिक्षण प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र और अन्य कागज़ात में फोटो, आधार कार्ड, वोटर आईडी, पैन कार्ड और आवास प्रमाण पत्र जैसे कागजात जरूरी है।
मुर्गी फार्म सब्सिडी
समेकित मुर्गी विकास योजना के अंतर्गत ब्रायलर और लेयर मुर्गी पालन को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी की परियोजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लाभुकों को 50% और सामान्य जाति के लाभुकों को 30% तक का अनुदान दिया जा रहा है।
कैसे करें आवेदन
पशु और मत्स्य पालन विभाग बिहार सरकार द्वारा समेकित मुर्गी विकास योजना के तहत लेयर मुर्गी पालन फार्म के लिए अनुदान दिया जा रहा है। इसका लाभ उठाने के लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा। ऑनलाइन लिंक खोलने के बाद आप 21 दिन के अंदर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इच्छुक व्यक्ति पशुपालन विभाग की वेबसाइट https://state.bihar.gov.in/ahd/ पर अपना ऑनलाइन आवेदन कर सकता है।