The Chopal

कूलर के करंट से युवक की जान, ये गलतियां बन जाती है बड़ा खतरा

   Follow Us On   follow Us on
लोहे वाले कूलर

THE CHOPAL - भारत में इस भीषण गर्मी से अब लोगों को बुरा हाल भी है। ऐसे में लोग घरों में गर्मी से बचने के लिए AC और कूलर इस्तेमाल करने भी लगे हैं. घरों में कूलर चलाने से एक बड़ा खतरा करंट लगने का भी होता है. हर वर्ष लगभग दर्जन भर घटनाएं देखने को मिल जाती है. ऐसे में कूलर इस्तेमाल करते वक्त कुछ सावधानियां रखनी बहुत जरूरी होती हैं.

सावधानियां -

वैसे लोहे वाले कूलर में करंट आने की अधिक संभावनाएं होती हैं. लेकिन, करंट प्लास्टिक बॉडी वाले कूलर में भी आ सकता है. कूलर में करंट आने की 2 बड़ी वजहें भी हो सकती हैं. पहला ये कि पानी के पानी के ज्यादा बहाव की वजह से अंदर और बाहर के इलाकों में नमी आ जाती है जिसकी वजह से करंट आनी शुरू हो जाती है. दूसरा ये कि कई बार कूलर में दो पिन वाला प्लग दे दिया जाता है, जिसमें ग्राउंडिंग के लिए कोई कनेक्शन नहीं होता. ऐसे में कूलर की बॉडी में कंरट आने की आशंका होती है.

ये भी पढ़ें - Weather: राजस्थान के डीडवाना में भयंकर तबाही का मंजर, भीषण आंधी व तूफान से भारी नुकसान

कूलर में करंट न आए इसके लिए कूलर में अर्थिंग का होना बेहद जरूरी भी होता है. साथ ही कूलर की बॉडी को भी अर्थ किया जाना बेहद जरूरी होता है. सभी इलेक्ट्रिकल अप्लाइंसेस में 3 पिन वाले प्लग का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. इसमें प्लग में जो सबसे मोटा पॉइंट होता है, वो अर्थिंग के लिए ही होता है, इसका कनेक्ट होना बेहद जरूरी होता है। सावधानी बरतते हुए वक्त-वक्त पर कूलर की वायरिंग को अनुभवी इलेक्ट्रिशियन से चेक करवाना चाहिए. साथ ही टेस्टर की मदद से कूलर की अर्थिंग या करंट की जानकारी भी लेते रहें. गड़बड़ी मिलने पर उसे ठीक भी करवाएं. साथ ही कभी गीले हाथों से कभी भी कूलर या स्विच न छुएं. कूलर में पानी भरने से पहले स्विच ऑफ कर प्लग बाहर निकाल दें. 

करंट लगने पर क्या करें?

यदि कोई करंट की चपेट में आ गया तो उन्हें सीधे टच न करें. बल्कि, लकड़ी या रबर से उन्हें अलग भी करें. करंट से होने वाले बर्न गंभीर भी होते हैं, जिसका असर नर्वस सिस्टम पर भी पड़ता है. ऐसे में करंट से संपर्क में आने वाले अंग पर साफ पट्टी लपेटें।