UP के कई जिलों में हीटवेव का अलर्ट जारी, बन गए लू जैसे हालात, लोगों को धूप से बचने की सलाह
UP News: उत्तर प्रदेश में मौसम का रुख अब बदलने लगा है। प्रदेश में सूरज ने अपना देश देवर दिखाना शुरू कर दिया है। प्रदेश के कई जिलों में लू जैसे हालात बन चुके है। लोगों को अप्रैल जैसी गर्मी का एहसास मार्च महीने के अंतिम दिनों में हो रहा है।

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज अब बदलने लगा हैं। मार्च के आखिर में ही अप्रैल जैसी गर्मी का अहसास होने लगा है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लू जैसे हालात बन चुके हैं। मार्च के अंतिम दिनों में सूरज की रोशनी ज्यादा होने लगी है। गुरूवार दोपहर को अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस था। शहरों और कस्बों में धूप की वजह से लोग घरों में रहे। गुरूवार दोपहर को अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस था। शहरों और कस्बों में धूप की वजह से लोग घरों में रहे। चिकित्सक दिन में उच्च तापमान की वजह से धूप से बचने की सलाह दे रहे हैं। गुरुवार को दोपहर को लोगों को धूप की तल्खी से गर्मी लगने लगी। दोपहर बाद तक लोग धूप से बचने के लिए घरों में रहे।
मौसम विभाग ने हीटवेव अलर्ट जारी किया
अब उत्तर प्रदेश में मौसम बदल गया है। गर्मी अब ज्यादा बढ़ी है। गुरुवार को, साफ आसमान और तेज धूप ने पारा 41 डिग्री सेल्सियस तक गिरा दिया। दिन के तापमान में वृद्धि हुई है, साथ ही न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि हुई है। गुरुवार को सबसे कम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहेगा। मौसम विभाग ने हीटवेव अलर्ट जारी किया है। वहीं, कई जिलों में लू भी हो सकता है। मौसम विभाग ने बताया कि 1952 से अब तक मार्च ने 10 बार सबसे गर्म दिन देखा है। 2022 की 30 तारीख को 40.4 डिग्री सेल्सियस का तापमान था। 2017 में 29 मार्च को 39.8 डिग्री अधिकतम तापमान और 31 मार्च को 41.0 डिग्री अधिकतम तापमान हुआ था।
गुरुवार की दोपहर बाद गर्म मौसम में भी तेज हवा चलनी शुरू हुई। फिर भी आसमान साफ था, जैसे आंधी के झोंके हों। गुरुवार को दोपहर बाद हवा के चलने का सिलसिला तेज गति से शुरू हुआ और शाम तक जारी रहा। मौसम विभाग ने बताया कि हवा की अधिकतम रफ्तार 40 किमी/घंटा थी। गुरुवार की देर शाम भी हवा की रफ्तार 15 से 20 किमी प्रति घंटा बनी रही। न्यूनतम 20.5 डिग्री था।
पारा 3–5 डिग्री गिर सकता है
मौसम केन्द्र के अनुसार उत्तर पश्चिमी हवा पहाड़ी इलाकों से होकर आ रही है। इसलिए इसमें शीतलता है। अगले 48 घंटे तेज हवा का सिलसिला जारी रहने का संकेत है।