Monsoon 2025: भारत में कैसी रहेगी इस बार मानसून की बारिश, इन इलाकों में सामान्य ज्यादा बरसेंगे बादल

Monsoon Rain 2025: भारत में मानसून का आगमन जून की शुरुआत से होना शुरू हो जाता है. हालांकि कई बार यह ये थोड़ा लेट और थोड़ा जल्दी भी हो आ जाता है. मानसून की बारिश से भारत के किसानों के लिए संजीवनी है. इसे फसलों में फायदा मिलता है. साथ ही देशवासियों को गर्मी से भी राहत मिलती है. भारत में पहुंचने वाले मानसून पर देश और विदेश की मौसम एजेंसियां नजर बनाई रखती है. मानसून 2025 को में मौसम एजेंसियों के पूर्वानुमान सामने आने लगे हैं. यूरोपीय सेंटर फॉर मीडियम रेंज वेदर फोरकास्ट नें मार्च के अपने दीर्घ अवधि मौसम पूर्वानुमान में इस साल के अंत में भारत के लिए अच्छी मानसून रहने की संभावना जताई है. इसके अलावा भारतीय मौसम विज्ञान विभाग यानी कि आईएमडी अप्रैल के मध्य तक मानसून की स्थिति को लेकर अपना पूर्वानुमान बता सकता है.
खूब बरसेंगे बादल
बिजनेस लाइन मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक के, मौसम पर निगरानी रखने वाले एक्सपर्ट और वैज्ञानिकों का मानना है कि उष्णकटिबंधीय प्रशांत क्षेत्र वसंत ऋतु और बाद में गर्मियों में तटस्थ रहता है. इसका मतलब ना तो ला नीना और ना ही अल नीनो का असर दिखाई पड़ता. इसी के चलते स्थानीय जलवायु चालक ही मानसून कैसा रहेगा ये तय करेंगे. एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूरोपीय मौसम एजेंसी ने प्री मानसून बारिश को लेकर भी अपडेट बताया है. आपको बता दें कि देश में अप्रैल में और जून, महीने प्री-मानसून बारिश का आगमन होने के आसार होते है.
इन राज्यों में मॉनसून का अपडेट
इस दौरान देश के पश्चिमी तट में ज्यादा बारिश होने का अनुमान और मुंबई, गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल जैसे इलाकों में इसका प्रभाव नजर आ सकता है. मानसून की शुरुआत जुलाई से लेकर सितंबर के अंतिम सप्ताह तक इन इलाकों में बारिश की सक्रियता देखने को मिल सकती है. मौसम एजेंसी के मुताबिक, भारत में मैं जून और जुलाई में बंगाल की खाड़ी से दाखिल होने वाला मानसून जून से अगस्त तक सक्रिय बना रहेगा. जिस देश के कई राज्यों छत्तीसगढ़ उड़ीसा और मध्य प्रदेश में बारिश का अनुमान बन रहा है. इस दौरान वह देश के अलग-अलग हिस्सों में फैल जाएगा. जिससे दक्षिणी गुजरात और उत्तर पश्चिमी भारत के राज्यों में भारी बारिश और राजस्थान के कई हिस्सों में सामान्य से ज्यादा बारिश होने का अनुमान जताया गया है.