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Monsoon 2025: भारत में इस दिन आएगा मानसून, 3 महीने 103 प्रतिशत होगी बारिश, नया अपडेट जारी

Monsoon 2025 Prediction : मानसून की बारिश का इंतजार हर साल किया जाता है। लेकिन अब मानसून 2025 को लेकर भविष्यवाणी जारी हुई है। इस बार मानसून की बरसात को लेकर कई अनुमान लगाए गए हैं। इस रिपोर्ट में आपको मानसून में इस बार कितनी बरसात होगी और कब मानसून की एंट्री होगी इस बात का उल्लेख किया गया है।

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Monsoon 2025: भारत में इस दिन आएगा मानसून, 3 महीने 103 प्रतिशत होगी बारिश, नया अपडेट जारी

The Chopal : मानसून 2025 को लेकर अच्छी खबर सामने आई है। मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर ने हाल ही में अपने आंकड़ों के आधार पर मानसून का पूर्वानुमान जारी किया है। आइए जानते हैं कि इस साल मानसून कब आएगा, कितनी बारिश होगी और किन राज्यों में ज्यादा या कम वर्षा की संभावना है।

मानसून बारिश के कई अनुमान

मानसून 2025 को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई हैं। स्काईमेट रिपोर्ट में मानसून बारिश के कई अनुमान लगाए गए हैं। मानसून की शुरुआत कब होती है और कितनी बारिश हो सकती है? इस बारे में भी डिटेल में बताया गया है। देश भर में भारी गर्मी पड़ रही है, और अप्रैल महीने में ही लू लगने लगी है। भविष्यवाणी की गई गर्मी अप्रैल, मई और जून तीन महीनों में सामान्य से अधिक होने की उम्मीद है, लेकिन मानसून के लिए भी अच्छी खबर सामने है। सरकारी मौसम एजेंसी स्काईमेट ने मानसून को समय से पहले ही अपडेट दिया है। मानसून सीजन 2025 में देश भर में अच्छी बारिश होने का अनुमान है।

इस बार मानसून 103 प्रतिशत रहेगा

मई में प्रवेश करने के बाद जून में मानसून धीमा रहेगा, लेकिन जुलाई से सितंबर तक बहुत बारिश होगी।  साल 2025 में मानसून 40% सामान्य, 30% अधिक और 10% अधिक रहने का अनुमान है।  जून से 30 सितंबर तक कुल 895 मिलीमीटर (103%) बारिश हो सकती है।

किसानों के लिए इस बार खुशखबरी है कि साल 2025 का मानसून सामान्य रहेगा क्योंकि मानसून सीजन के चार महीनों में 96 से 104% की सामान्य बारिश होती है।  La Nina की स्थिति बदल गई है, स्काईमेंट एजेंसी के प्रमुख GP Sharma का कहना है।  पिछले मानसून सीज़न से 5% कम हो सकता है।  80% संभावना है कि सामान्य से अधिक बारिश होगी।  मानसून सामान्य से कम रहने की संभावना 15% है और सूखा पड़ने की संभावना लगभग 5% है।

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स्काईमेट के वैज्ञानिक महेश पलावत ने बताया कि जून में 165.3 माइक्रोमीटर 96% (158.7 माइक्रोमीटर), जुलाई में 280.5 माइक्रोमीटर 102% (286.1 माइक्रोमीटर), अगस्त में 254.9 माइक्रोमीटर 108% (275.3 माइक्रोमीटर) और सितंबर में 167.9 माइक्रोमीटर 104% (174.6 माइक्रोमीटर) बारिश होने का अनुमान है।

जून (Jun) महीने में केरल, कर्नाटक, कोंकण और गोवा में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। मध्य भारत में मध्यम वर्षा होने की संभावना है। योजनाबद्ध समय से पहले उत्तर भारत में आएगा।  जुलाई में पश्चिमी भारत में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है।  अगस्त में मध्य और पूर्वोत्तर राज्यों में औसत से कम बारिश होगी।  अगस्त में उत्तर और दक्षिण भारत में औसत बारिश हो सकती है। सितंबर में मध्य और पश्चिमी भारत में अधिक बारिश हो सकती है।

कितनी बारिश होगी?

स्काईमेट के मैनेजिंग डायरेक्टर जतिन जैन ने कहा कि इस बार मानसून की शुरुआत थोड़ी देर से हो सकती है।  Jun महीने में बारिश कम हो सकती है।  जुलाई से अगस्त तक मानसून तेजी से चलेगा, इसलिए अगस्त और सितंबर में अधिक बारिश हो सकती है।  दक्षिण और पश्चिमी भारत में बहुत कम बारिश होने की उम्मीद है।

अरुणाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और असम में सामान्य से कम बारिश हो सकती है।  बाकी राज्यों में सामान्य बारिश होगी।  सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों, कोंकण और दक्षिण गुजरात में।  मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में बहुत बारिश होगी।  दक्षिणी कर्नाटक, गोवा और केरल में अच्छी बारिश हो सकती है।  हिमालय, मेघालय, सिक्किम और उत्तराखंड में सामान्य से कम बारिश हो सकती है।