Delhi-Dehradun Expressway: मोदी सरकार का मास्टर प्लान, अब ऐसे सिर्फ 2 घंटे में तय होगी दिल्ली से देहरादून की दूरी

नई दिल्ली: किसी देश में हाईवे बनाया जाता है। तो उसके विकास पर भी असर पड़ता है। वहां औद्योगित गति को भी रफ्तार मिलती है। अब दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस (Delhi-Dehradun Expressway) भी न केवल राजधानी दिल्ली और देहरादून की दूरी को कम करेगा, बल्कि दोनों राज्यों के व्यापार और इकोनॉमी को भी साथ में रफ्तार देगा। 210 किमी के इस एक्सप्रेस वे को बनाने के लिए 1300 करोड़ तक का खर्च आवंटित किया है। साल 2024 तक ये एक्सप्रेस बनकर तैयार भी हो जाएगा। एक्सप्रेस न केवल दोनों राज्यों के बीच की दूरी को कम करेगा बल्कि दोनों के बीच उद्योगों को भी बहुत रफ्तार देगा।
क्यों खास है दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस हाइवे
दिल्ली-देहरादून के बीच बनने वाली ये एक्सप्रेस वे कई मायनों में भी खास होगी। ये एक्सप्रेस दिल्ली से देहरादून के बीच की 210 किमी की दूरी को मात्र ढ़ाई घंटे में तय करेगी। यानी दिल्ली से देहरादून जाने में जहां आपको अभी 6 से 7 घंटे का वक्त लगता है, इस एक्सप्रेस के तैयार होने के बाद ये समय मात्र ढ़ाई घंटे की हो जाएगी। ये एक्सप्रे, दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, बागपत, बैरूत, शामली, सहारनपुर को जोड़ते हुए सीधे देहरादून को जाएगी। ये एक्सप्रेस सहारनपुर-रुड़की-हरिद्वार एक्सप्रेसवे और अंबाला-शामली एक्सवप्रेस को भी साथ में कनेक्ट करेगा।
सिर्फ दो घंटे में दिल्ली देहरादून
वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर वाला एक्सप्रेसवे
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस की सबसे खास बात उसका 12 किमी का एलिवेटेड कोरिडोर भी है। इस एक्सप्रेस पर गाड़ियां 100 से 120 किमी की रफ्तार से फर्राटे भर सकेगी। और 6 लेन वाली ये एक्सप्रेस 1300 करोड़ के लागत से बनाई जाएगी। इस एक्सप्रेस वे पर 7 इंटरचेंज और 60 अंडरपास भी होंगे। एक्सप्रेसवे पर निगरानी के लिए CCTV भी लगाए जाएंगे। एक्सप्रेस पर सफर करने वाले लोगों की सुविधाओं के लिए हर 25 से 30 किमी पर टॉयलेट और रिफ्रेशमेंट की सुविधा उपलब्ध होगी। एक एक्सप्रेसवे पर बनने वाला वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर इसका सबसे बड़ा आकर्षण हैं। इस कॉरिडोर का मकसद जंगली जानवर को सुरक्षित रखना भी है। और हाईवे का आखिरी पार्ट राजाजी नेशनल पार्क से होकर गुजरेगा।