बिहार में इन जिलों से निकलेगा 171 किमी का फोरलेन हाईवे, 16 गांवों से होगी जमीन अधिग्रहण
Bihar News: बिहार में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर एक और बड़ी अपडेट सामने आई है। राज्य सरकार और केंद्र की साझेदारी से एक नई 4-लेन ग्रीनफील्ड सड़क परियोजना शुरू की जा रही है, जिसके तहत 16 गांवों में भूमि अधिग्रहण किया जाएगा।

Bettiah Patna four-lane road : बिहार में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर तेजी से विकसित हो रहा है. लोगों को आवागमन कनेक्टिविटी प्रदेश में पहले से कहीं ज्यादा बेहतर मिल रही है और ट्रैफिक जाम की समस्या से भी छुटकारा मिल रहा है. अब एक और फोर लाइन सड़क निर्माण को लेकर अपडेट सामने आई है जिसमें 16 गांव में जमीन अधिग्रहण किया जाएगा. 139 डब्लू दीघा-पटना-बेतिया फोरलेन की निर्माण प्रक्रिया तेज हो गई है। पश्चिम चंपारण के चार प्रखंडों में जमीन की अधिग्रहण प्रक्रिया अभी भी जारी है। यह सड़क 171.29 किलोमीटर लंबी होगी और पटना, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण जिलों को जोड़ेगी। इस परियोजना से बेतिया से पटना की दूरी 6 घंटे से 3 घंटे कम हो जाएगी।
जमीन अधिग्रहण
139 डब्लू फोरलेन सड़क का निर्माण दीघा, पटना से बेतिया तक तेज हो गया है। पश्चिम चंपारण के चार प्रखंडों में निर्माण से जुड़ी जमीन अधिग्रहण करने के लिए सरकार को अधियाचना भेजी गई है। इसके साथ ही थ्री डी प्रकाशन प्रक्रिया भी समाप्त हो जाएगी। निर्माण के लिए जिले के चार प्रखंडों नौतन, सदर, बैरिया और चनपटिया में 111.8008 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जाएगी। इस फोरलेन सड़क की लंबाई 24 किलोमीटर होगी, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार ने बताया। इसका निर्माण जगदीशपुर से शुरू होगा।
गांवों को अधिग्रहण करने के लिए जमीन चिह्रित
उन्हें बताया गया कि सड़क बनाने के लिए जमीन की कमी नहीं होगी, इसलिए रैयतों को जमीन दी जाएगी। इसमें 16 गांवों की जमीन है। जगदीशपुर, जमुनिया, पकड़िया, विशुनपुरा, टोला पटेरवा, धूमनगर, टोला सनसरैया, टोला पर्वतीया, विशंभरपुर, भितहां निजाम, हाटसरैया, मथौली, पश्चिम करगहिया, टोला विशुनपुर उर्फ विशुनपुर तुनिया, गुरवलिया विश्वास और भरपटिया गांवों को अधिग्रहण करने के लिए चिह्रित किया गया है। सड़क बनाने में कुल 8660.70 रुपये खर्च होंगे।
171.29 किलोमीटर की फोरलेन सड़क बनेगी
171.29 किलोमीटर लंबी हाई वे बनाई जाएगी। इसका निर्माण भी पटना से शुरू हुआ है। यह राजमार्ग पटना, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण के जिलों को जोड़ेगा। NHAI के कार्यपालक अभियंता मनोरंजन कुमार सिंह ने बताया कि परियोजना को पांच अलग-अलग क्षेत्रों में विभाजित किया गया है।
इस बहुउद्देशीय फोरलेन परियोजना से उत्तर प्रदेश, उत्तर बिहार और सीमांचल से पटना आने-जाने वाले यात्रियों को बहुत राहत मिलेगी। वर्तमान में बेतिया से पटना की दूरी लगभग छह घंटे लगती है, लेकिन फोरलेन सड़क के निर्माण के बाद यह समय सिर्फ तीन घंटे रह जाएगा। साथ ही, जेपी सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या हल होगी और उत्तर बिहार और सीमांचल के लिए एक दूसरा रास्ता भी उपलब्ध होगा। जो औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ाकर क्षेत्रीय आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा।
परियोजना के निर्माण की वर्तमान स्थिति
खंड | लंबाई | वर्तमान स्थिति |
बकरपुर से मानिकपुर | 38.814 किमी | निर्माण कार्य जारी |
मानिकपुर से साहेबगंज | 44.650 किमी | स्वीकृत |
साहेबगंज से अरेराज | 38.362 किमी | टेंडर प्रक्रिया जारी |
अरेराज से बेतिया | 40.580 किमी | टेंडर प्रक्रिया जारी |
दीघा–बकरपुर छह लेन पुल | 4.5 किमी | स्वीकृत |