UP में बनेंगे 2 नए फोरलेन हाईवे, 4 जिलों के बीच होगा निर्माण, 150 सड़कों का होगा कायाकल्प

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश की सड़क सुविधाओं को मजबूत करने के लिए सरकार ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उत्तर प्रदेश में आवागमन कनेक्टिविटी अब ग्रीन फील्ड परियोजनाओं से और ज्यादा आसान होने वाली है. प्रदेश में योगी सरकार के नेतृत्व में उत्तरी और दक्षिणी इलाकों के बीच यातायात कनेक्टिविटी के लिए योजना तैयार की गई है. इसके लिए 552 किलोमीटर लंबी ग्रीन फील्ड परियोजनाएं प्रस्तावित की गई है। 

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UP में बनेंगे 2 नए फोरलेन हाईवे, 4 जिलों के बीच होगा निर्माण, 150 सड़कों का होगा कायाकल्प

UP News : उत्तर प्रदेश सरकार तेजी से हाइवे का जाल बना रही है। उत्तर प्रदेश के चार जिलों के बीच दो नए फोरलेन सड़कों का निर्माण आवागमन कनेक्टिविटी में एक महत्वपूर्ण सुधार है। उत्तर प्रदेश के 54 जिलों में 150 महत्वपूर्ण सड़कों का पुनर्निर्माण किया जाएगा। इन दो हाईवेओं को रोड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के तहत बनाया जाएगा, जो 156 किलोमीटर का होगा। प्रदेश में 552 किमी की ग्रीनफील्ड परियोजनाएं उत्तर-दक्षिण हाईवे कॉरिडोर में बनाई जाएंगी। सरकार का उद्देश्य राज्य के दक्षिणी और उत्तरी हिस्सों में बेहतर कनेक्टिविटी का निर्माण करना है।

बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए एक योजना बनाई

योगी सरकार ने राज्य के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों को बेहतर कनेक्टिविटी देने का प्रयास किया है।  उत्तर प्रदेश में संभल जिले के बहजोई से सैफई और इटावा से झांसी तक एक नया फोरलेन राजमार्ग बनेगा। उत्तर-दक्षिण हाईवे कॉरिडोर ग्रीनफील्ड परियोजनाओं की लंबाई 552 किमी है। इनकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) शीघ्र ही बनाई जाएगी। ग्रीनफील्ड हाईवे बहजोई से सैफई (इटावा) तक 156 किमी की दूरी पर बनेगा। साथ ही, इटावा से झांसी के बीच 156 किमी का ग्रीनफील्ड हाईवे बनाया जाएगा। यहां बता दें कि ग्रीनफील्ड हाईवे उस नए मार्ग को कहते हैं, जहां जमीन अधिग्रहीत कर एकदम नई सड़क बनाई जाती है।

1989 किमी का उत्तर-दक्षिण हाईवे कॉरिडोर

दो नए फोरलेन हाईवे राज्य के चार प्रमुख जिलों को जोड़ेंगे। यह परियोजना न केवल आवागमन कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी, बल्कि राज्य की आर्थिक और औद्योगिक वृद्धि को भी तेज करेगी। ठीक उसी तरह, झारखंड के मेदिनीनगर और गाजीपुर को पूर्वी उत्तर प्रदेश में जोड़ने के लिए एक 180 किमी लंबा ग्रीनफील्ड हाईवे का प्रस्ताव है। ऊंचाहार से राजापुर (चित्रकूट) के बीच ग्रीनफील्ड हाईवे भी बनाया जाएगा, जो 60 किमी लंबा होगा। यानी उत्तर प्रदेश में 1989 किमी का उत्तर-दक्षिण हाईवे कॉरिडोर बनेगा।  इससे राज्य के दक्षिणी और उत्तरी भागों में व्यापार बढ़ेगा।

इन जिलों में नई सड़कों का निर्माण या विस्तार कार्य किया जाएगा

मुजफ्फरनगर, शामली, बस्ती, बागपत, बुलंदशहर, इटावा, मुरादाबाद, आजमगढ़, बलिया, हरदोई, फतेहपुर, प्रतापगढ़, शाहजहांपुर, मेरठ, हापुड़, बिजनौर, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर, लखनऊ, अयोध्या, बाराबंकी, रायबरेली, सीतापुर, गोंडा, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर,  गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, मिर्जापुर, अलीगढ़, सहारनपुर,  कानपुर नगर, कानपुर देहात, आगरा, मैनपुरी, संतकबीर नगर, सिद्धार्थनगर,  रामपुर, बरेली, हाथरस, फिरोजाबाद, बांदा, महोबा, ललितपुर, फतेहगढ़,  औरैया, जालौन।

मार्गों की विशेष मरम्मत के लिए चयनित जिले

सुल्तानपुर, अमेठी, झांसी, लखीमपुर खीरी, फतेहगढ़, ललितपुर, कौशांबी, अलीगढ़, एटा, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर,शाहजहांपुर, गोरखपुर, सीतापुर, हरदोई, रायबरेली, कानपुर नगर, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, इटावा, चंदौली, कासगंज, मेरठ, बुलंदशहर, रामपुर, बांदा, चित्रकूट, बिजनौर, उन्नाव, कन्नौज, बदायूं,  गाजीपुर, जालौन,   बरेली, फतेहपुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, भदोही, सोनभद्र, आगरा, बागपत, गाजियाबाद,  फिरोजाबाद, मुरादाबाद।