The Chopal

बिहार में बिछेगी 4 नई रेल लाइनें, बनेंगे 10 नए स्टेशन, इन शहरों की होगी मौज

Bihar New Rail Line: नई रेल परियोजनाओं पर बिहार में हजारों करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। मुजफ्फरपुर-दरभंगा नई रेल लाइन, जमालपुर-भागलपुर रेल लाइन और गया से डाल्टनगंज रेल लाइन परियोजना का उद्घाटन होना है। ये सभी नए रेलवे ट्रैक बनने से राज्य में यात्री ट्रेनों की स्पीड में सुधार होगा और ट्रेनों की लेटलतीफी कम होगी। राज्य में नए स्टेशन कहां होंगे?

   Follow Us On   follow Us on
बिहार में बिछेगी 4 नई रेल लाइनें, बनेंगे 10 नए स्टेशन, इन शहरों की होगी मौज

Bihar New: बिहार में रेल यातायात में सुधार हुआ है। बिहार में रेल यातायात को मजबूत बनाने की दिशा में कदम बढ़ चुके हैं। राज्य में तीन नई रेलवे लाइनों और कुछ नए रेलवे स्टेशनों का निर्माण होगा। इन परियोजनाओं के शुरू होने से राज्य में यातायात में बदलाव देखने को मिलेगा। लंबी दूरी की यात्रा कराने वाली ट्रेनें अपने निर्धारित समय पर यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाएंगी, क्योंकि ट्रेनों की लेट लतीफी से छुटकारे के कारण उनकी गति भी बढ़ जाएगी। मुजफ्फरनगर-दरभंगा नई रेललाइन 67.7 किलोमीटर की होगी, जबकि जमालपुर-भागलपुर नई रेललाइन 53 किलोमीटर की होगी। साथ ही, गया से डाल्टनगंज और बांके बाजार, इमामगंज तक एक नई रेल लाइन भी जल्द बनाई जाएगी। इस परियोजना पर 426 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। नई रेल लाइनों का रूट मैप क्या है और किन स्थानों पर नए स्टेशन बनाए जाएंगे?

ये रेलमार्ग प्रस्तावित हैं

मुजफ्फरपुर-दरभंगा नई रेल लाइन, जमालपुर-भागलपुर नई रेल लाइन, गया-डाल्टनगंज नई रेल लाइन, गया-गढ़ना बाइपास रेल लाइन

मुजफ्फरनगर-दरभंगा नई रेल लाइन

नवंबर की शुरुआत में मुजफ्फरनगर-दरभंगा रेल लाइन का पूरा काम पूरा हो गया है। इस नव निर्मित रेल लाइन के अंतर्गत दस नए रेलवे स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा। हालाँकि, इस परियोजना को शुरू करने में लगभग 16 वर्ष लगे। यानी इस रेल परियोजना को 2007-08 में मंजूरी मिली थी। उस समय परियोजना का बजट 495 करोड़ रुपये था। लेकिन, रेलवे बोर्ड की नई नीति आने के बाद परियोजना का काम रुक गया। हालाँकि, परियोजना को 2023 में 20 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। इस रेलवे लाइन की स्थापना से दरभंगा से मुजफ्फरपुर की दूरी 24 किलोमीटर घट जाएगी।

मुजफ्फरनगर-दरभंगा रेलवे लाइन की निर्माण लागत 2514 करोड़ रुपये है। इस मार्ग को विकसित करने के लिए छह रेलवे ब्रिज और 27 क्रॉसिंग प्रस्तावित हैं। आज मुजफ्फरपुर से वाया समस्तीपुर होकर दरभंगा की दूरी करीब 91 किलोमीटर है, जबकि मुजफ्फरपुर जंक्शन से सीतामढ़ी होकर दरभंगा की दूरी करीब 133 किलोमीटर है। हालाँकि, मुजफ्फरपुर से समस्तीपुर जाने वाली ट्रेनों को दो घंटे का समय लगता है। नया रास्ता बनने से यात्रा लगभग डेढ़ घंटे की होगी।

मुजफ्फरनगर-दरभंगा रेलवे लाइन के नवनिर्मित स्टेशन 

लोहियासराय, डिलाही, कोहहंटा, पटोरी, माधोपुर, पंडौल, घोसहमा, विद्यारोज, सितौल, नारायणपुर, अनंत, मुजफ्फरनगर

जमालपुर-भागलपुर रेलवे लाइन का नवीकरण 

जमलपुर-भागलपुर तीसरी नई रेल परियोजना का काम शुरू हो गया है। रेल मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद 53 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन का निर्माण 1094 करोड़ रुपये का खर्च लेगा। नए साल से इस परियोजना का काम तेजी से शुरू होने की उम्मीद है। जमालपुर-भागलपुर के बीच वर्तमान में दोहरी लाइन और दो सुरंग हैं। नई रेलों को बिछाने के लिए एक अतिरिक्त रेल सुरंग बनाया जाएगा। इस परियोजना के पूरा होने से वाहनों की गति बढ़ेगी। साथ ही मालगाड़ियों की लोड़िंग-अनलोड़िंग की समस्या भी खत्म हो जाएगी। साथ ही ट्रेनों की लागत भी कम होगी। जानकारी के अनुसार, नई रेलवे लाइन राजधानी, मालगाड़ी और सुपर फास्ट ट्रेनों को तेज करेगी।

नई रेल लाइन के लाभ क्या हैं?

नई रेल लाइन की स्थापना से गाड़ी की लेटलतीफी कम होगी।
रेलवे को अधिक पैसा मिलेगा और ट्रेनों का परिचालन बेहतर होगा।
व्यापार-कारोबार एक नई ओर चलेगा।
मालगाड़ियों का संचालन तीसरी रेल लाइन से अलग होगा।
ट्रेनों और यात्रियों की संख्या दोनों बढ़ेगी।

नई गया-गढ़ना बाइपास रेल लाइन 

साथ ही गया-गढ़ना (वाया सोननगर) नई बाइपास रेल लाइन भी बनाई जानी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, चिरैला-पौथू और बगहा-बिशुनपुर तक 10 किलोमीटर की नई बाइपास ट्रेन बनाई जाएगी। निर्माण भी 224 करोड़ रुपये का होगा। इस काम के पूरा होने से गया और गढ़ना की दूरी कम होगी। साथ ही ट्रेनों की सुविधा और रफ्तार में भी सुधार होगा। नई बाइपास रेल लाइन के निर्माण से गया से गढ़वा जाने वाली ट्रेन सोननगर स्टेशन से नहीं जाएगी. इसके बजाय ट्रेन चिरैला-पौथू से गढ़वा की ओर बाइपास के माध्यम से जाएगी।
 

News Hub