UP के इस जिले में बिछाई जाएगी 60 किमी. लंबी दूसरी रेल लाइन, 11 स्टेशनों की बदली जाएगी सूरत
UP News : उत्तर प्रदेश में इस रेल लाइन को डबल पटरी करने के लिए 60 किलोमीटर लंबी दूसरी नई रेल लाइन बिछाई जाएगी। इससे ट्रेनों की रफ़्तार बढ़ेगी जिस वजह से यात्रियों को सफर तय करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। इसके साथ ही जिले में 11 छोटे बड़े स्टेशनों की सूरत भी बदली जाएगी। यात्रियों को इन स्टेशनों पर अनेक प्रकार की आधुनिक सुविधा प्रदान की जाएगी।

Uttar Pradesh News : भारतीय रेलवे अपने रेल नेटवर्क में सुधार करने के लिए लगातार नहीं रेल लाइन बिछा रहा है, तो कहीं पर स्टेशनों का कायाकल्प किया जा रहा है। इसी कड़ी में शामिल उत्तर प्रदेश में फाफामऊ उन्नाव रेल लाइन के दोहरीकरण के लिए रायबरेली में करीबन 60 किलोमीटर लंबी दूसरी नई रेल लाइन बिछाई जाएगी। इस रेल लाइन का दोहरीकरण होने के बाद ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी। सिंगल पटरी होने की वजह से ट्रेनों को क्रॉसिंग के लिए रोकनी पड़ती है। जिस वजह से दोहरीकरण का फैसला लिया गया है। साथ ही रेल लाइन के डबल पटरी होने के बाद ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाने की भी आशंका जताई जा रही है।
प्रयागराज के फाफामऊ से रायबरेली जिले से होते हुए उन्नाव रेलवे स्टेशन तक 200 किमी. लंबी दूसरी रेल लाइन बिछनी है। इसमें रायबरेली जिले के भीतर की 60 किमी. रेल लाइन शामिल है। रायबरेली जिले में इस रेल लाइन पर ऊंचाहार, लालगंज और डलमऊ बड़े स्टेशन हैं, वहीं छोटे स्टेशनों एवं हाल्ट में अरखा, ईश्वरदासपुर, मंझलेपुर, जलालपुर धई, बरारा बुजुर्ग, बहाई, निहस्था और रघुराज सिंह शामिल है। इन छोटे-बड़े रेलवे स्टेशनों और हाल्ट को संवारने के साथ सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। बड़े स्टेशनों पर प्लेटफार्म भी बढ़ाए जाएंगे।
फाफामऊ-उन्नाव रेल लाइन पर ऊंचाहार में एनटीपीसी और लालगंज में मॉडर्न कोच फैक्टरी चलती है। एनटीपीसी में मालगाड़ियों का आवागमन फाफामऊ के रास्ते होता है। कोच फैक्टरी से नई बोगियों की रैक लालगंज स्टेशन से अलग-अलग स्टेशनों को भेजी जाती है। सिंगल ट्रैक होने से आवागमन में काफी असुविधा होती है। नियमित ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित होता है, जिससे यात्रियों को दिक्कत होती है। प्रयागराज के सहायक मंडल अभियंता पवन कुमार ने कहा कि दोहरीकरण से रास्ते के सभी स्टेशनों का कायाकल्प भी कराया जाएगा।
महाकुंभ के बाद शुरू होगा दोहरीकरण कार्य
फाफामऊ-उन्नाव रेल लाइन का दोहरीकरण कार्य महाकुंभ के बाद शुरू होगा। वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में 1600 करोड़ रुपये की इस परियोजना को स्वीकृति मिली थी। पहली किस्त के रूप में 50 करोड़ रुपये मिले थे, ताकि सर्वे कार्य कराने के बाद रूपरेखा तैयार की जा सके। फाफामऊ-जंघई दोहरीकरण का काम चल रहा था, जिससे फाफामऊ-उन्नाव का काम शुरू नहीं हो सका था। अब फाफामऊ-जंघई का काम पूरा हो गया है, लेकिन वर्तमान में महाकुंभ की वजह से ट्रेनों का आवागमन बढ़ा है। इसीलिए महाकुंभ के बाद फाफामऊ-उन्नाव रेल लाइन का दोहरीकरण शुरू कराया जाएगा। सर्वे कार्य पूरा हो चुका है। टेंडर प्रक्रिया चल रही है। पहले चरण में फाफामऊ से ऊंचाहार के बीच दोहरीकरण कराया जाएगा।
चल रही टेंडर प्रक्रिया
फाफामऊ-उन्नाव रेल लाइन के दोहरीकरण की स्वीकृति पहले मिल चुकी थी। बजट की पहली किस्त से सर्वे का काम पूरा कराया जा चुका है। टेंडर प्रक्रिया चल रही है। मार्च के बाद काम शुरू हो जाएगा। पहले चरण में फाफामऊ से ऊंचाहार के बीच दोहरीकरण कराया जाएगा।