UP में इन जिलों के 68 गांवों से निकलेगा 6 लेन चौड़ा एक्सप्रेसवे, एयरपोर्ट से होगा कनेक्ट
UP News : उत्तर प्रदेश में यातायात कनेक्टिविटी को आसान बनाने के लिए पिछले कुछ सालों में योगी सरकार की तरफ से बेहतरीन कदम उठाए गए है। उत्तर प्रदेश के में गंगा एक्सप्रेसवे को एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट से जोड़ने की तैयारी चल रही है। इसके लिए लिंक एक्सप्रेस वे 68 गांवों से होकर गुजरने वाला है। इस एक्सप्रेसवे को 6 लेन 44 किमी. लंबा बनाया जाएगा। इसके लिए गांवों के नाम के नाम फाइनल कर दिए गए हैं।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से चल रहा है। गंगा एक्सप्रेसवे को उत्तराखंड से जोड़ने को लेकर सीएम योगी ने संकेत दे दिए हैं। अब गंगा एक्सप्रेसवे को एशिया के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने की तैयारी है। गंगा एक्सप्रेसवे और जेवर एयरपोर्ट के बीच नया एक्सप्रेसवे न सिर्फ दूरी को कम करेगा, बल्कि यात्रा को भी आसान और सुगम बनाएगा। यह लिंक एक्सप्रेस वे प्रदेश के 68 गांवों से होकर गुजरगा। जिस वजह से इन 68 गवों की लाटरी लगने वाली है।
यह लिंक एक्सप्रेस वे बुलंदशहर और नोएडा के 68 गांवों से होकर गुजरने वाला है। इस लिंक एक्सप्रेस वे को 44 KM लंबा और 6 लेन बनाया जाएगा। प्रस्तावित एक्सप्रेस वे लिंक रोड जिन गांवों से निकलेगी, उन गांवों के नाम के नाम फाइनल कर दिए गए हैं। इससे बुलंदशहर और नोएडा के बीच और बेहतर कनेक्टिविटी रहेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार का अहम प्रोजेक्ट
CM योगी आदित्यनाथ के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में शामिल गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य ने रफ्तार पकड़ी हुई है। पहले चरण में एक्सप्रेसवे पर बनाए गए सभी फ्लाईओवर ,अंडरपास और ब्रिज बनाए जाने का कार्य लगभग 90 प्रतिशत काम पूरा चुका है। यूपीडा के अधिकारियों के अनुसार आने अगले महीने तक इस एक्सप्रेस-वे पर मेरठ से हापुड़, बुलदंशहर व अमरोहा तक यातायात शुरू हो जाएगा। यूपीडा के अधिकारी लगातार निर्माण कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं।
एक्सप्रेसवे के लिए जमीन चिन्हित
नोएडा और बुलंदशहर के 68 गांवों की जमीन इस प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेसवे के लिए चिन्हित की गई है। एक्सप्रेसवे के लिए 1000 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता होगी। यह जमीन किसानों से खरीदी जाएगी या अधिग्रहीत होगी।
दिल्ली एनसीआर की कनेक्टिविटी बढ़ेगी
यमुना एक्सप्रेसवे के साथ ही पूर्वांचल और आगरा–लखनऊ एक्सप्रेस-वे से भी जोड़ा जाएगा। प्रदेश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे का काम तेजी से चल रहा है। इसके तहत गंगा के किनारे बसे गांव शहरों से जुड़ जाएंगे।
इस एक्सप्रेसवे के किनारे 150 हेक्टेयर क्षेत्रफल में मेरठ, हापुड़, बरेली, मुरादाबाद, हरदोई, लखनऊ, कानपुर और प्रयागराज में औद्योगिक गलियारा भी बनाया जा रहा है। उद्योगों के साथ ही यहां लाजिस्टिक हब व वेयरहाउस बनेंगे।
इन जिलों से निकल रहा गंगा एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेसवे मेरठ से हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज में समाप्त होगा। 594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे के बनने से मेरठ से प्रयागराज तक का सफर 6 से 8 घंटे में पूरा हो सकेगा। अभी इसमें 10 से 12 घंटे का समय लगता है।
एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट से जोड़ने की तैयारी
गंगा एक्सप्रेसवे को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा। इसे 44 किमी लंबा बनाया जाएगा। इस लिंए एक्सप्रेसवे नोएडा व बुलंदशहर जिले के 68 गांव शामिल हैं। इनमें नोएडा की जेवर तहसील के 7 गांव शामिल हैं। वहीं नोएडा के जेवर तहसील के 3 गांव आ रहे हैं। बुलंदशहर की खुर्जा तहसील के 19 गांव आ रहे हैं। सिकंद्राबाद तहसील के तीन गांव, शिकारपुर तहसील के 3 गांव और बुलंदशहर तहसील के 21 गांव शामिल हैं। डिबाई तहसील का एक गांव शामिल है। स्याना तहसील के सेगाजगतपुर, खाद मोहनगर, थल समेत 12 गांव आ रहे हैं।