UP में 1320 करोड़ से बिछेगी 82 किलोमीटर की नई रेल लाइन, 4 जिलों और 112 गांवों की मौज
UP News : उत्तर प्रदेश में 40 सालों से राजनीति का मुद्दा रही रेलवे लाइन को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। यह रेलवे लाइन 1320 करोड रुपए की लागत से 82 किलोमीटर लंबी होगी. इस नई रेलवे लाइन के लिए 112 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। रेलवे ट्रैक का निर्माण तीन चरणों में पूरा किया जाएगा।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में पिछले चार दशकों से राजनीति का प्रमुख मुद्दा बनी रेलवे लाइन परियोजना को लेकर अब बड़ी और निर्णायक अपडेट सामने आई है। राज्य सरकार और रेलवे मंत्रालय के संयुक्त प्रयास से अब यह सपना साकार होने की ओर बढ़ रहा है। इस प्रस्तावित रेलवे ट्रैक की लंबाई 82 किलोमीटर होगी और इसके निर्माण पर करीब ₹1320 करोड़ की लागत आने का अनुमान है।
बिहार के छपरा तक रेल यात्रा आसान होगी
रेलवे लाइन का निर्माण तीन चरणों में पूरा किया जाएगा, जिससे कार्य के प्रबंधन और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा सकेगा। हर चरण में स्थानीय स्तर पर रोज़गार के अवसर भी पैदा होंगे। 1320 करोड़ रुपये की लागत से उत्तर प्रदेश में सहजनवां से बांसगाव और न्यू दोहरीघाट तक 82 किमी लंबी नई रेल लाइन बिछाई जाएगी. इससे प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर और बिहार के छपरा तक रेल यात्रा आसान होगी। 40 साल से बहस का विषय रही सहजनवा-दोहरीघाट नई रेल लाइन को तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। मुख्य रूप से, 2027 तक सहजनवां से बांसगांव तक 33 किमी की रेल लाइन बनाई जाएगी।
2027 तक सहजनवां-बांसगांव के बीच रेल लाइन बिछाने का काम पूरा होने का लक्ष्य है। यह गोरखपुर से वाराणसी, छपरा और प्रयागराज के लिए एक नया रेलमार्ग होगा। इस परियोजना के लिए 1,320 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। 81.17 किमी लंबी रेल लाइन बनाने के लिए 403.29 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है।
112 गांवों की जमीन अधिग्रहण
इस रेल लाइन को बनाने के लिए 112 गांवों की जमीन अधिग्रहण किया जाएगा मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने यह जानकारी दी हैं। जिसमें लगभग 58 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की गई है। पहले चरण में सहजनवा और बांसगांव के बीच 44.37 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की गई है।
दूसरे चरण के लिए बांसगांव से बड़हलगंज के बीच 186 हेक्टेयर जमीन और तीसरे चरण के लिए लगभग 75 हेक्टेयर जमीन का गजट जारी किया गया है। इस ट्रेन लाइन पर कुल बारह स्टेशन होंगे। बांसगांव सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा। सहजनवा, पिपरौली, खजनी, उनवल, बैदौली बाबू, पुरवा बाजार, बनवापार, गोला बाजार, बरौली, बड़हलगंज और दोहरीघाट स्टेशन भी बनाए जाएंगे।
निर्माण कार्य को तीन चरणों में पूरा करना
पहले चरण में सहजनवां से बांसगांव, दूसरे चरण में बांसगांव से बड़हलगंज, और तीसरे चरण में बड़हलगंज से न्यू दोहरीघाट तक रेल लाइन बिछाई जाएगी. कुल 112 गांवों की भूमि अधिग्रहित होनी है. अब तक 57.19 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण हो चुका है. बाकी जमीन के लिए प्रक्रियाएं तेजी से जारी है. और किसानों को मुआवजे भी दिया जा रहा है.
बांसगांव का मुख्य रेलवे स्टेशन
नई रेल लाइन पर बारह स्टेशन बनाए जाएंगे, बांसगांव एक महत्वपूर्ण क्रासिंग स्टेशन होगा। सहजनवां, पिपरौली, खजनी, गोला बाजार और दोहरीघाट अन्य स्टेशन हैं।सहजनवां और दोहरीघाट के वर्तमान स्टेशनों का विस्तार और आधुनिकीकरण किया जाएगा। शेष सभी स्टेशनों का भी निर्माण शुरू हो गया है।
सबसे लंबी सरयू नदी पुल
1200 मीटर लंबा रेलवे पुल सरयू नदी पर बनेगा। इसके अलावा, 15 अंडरपास, 11 बड़े पुल, 47 छोटे पुल और दो उपरिगामी पुल बनाए जाएंगे। दक्षिणांचल में इस रेल परियोजना से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा।
परियोजना की शुरुआत और सरकारी अनुमोदन
17 दिसंबर 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस रेल लाइन को मंजूरी दी गई। निर्माण कार्य को तेजी से पूरा करने के लिए निरंतर प्रयास जारी है।