8th Pay Commission: 8वें वेतन आयोग में सरकारी कर्मचारियों के लिए HRA और सैलरी में क्या होंगे बदलाव

8th Pay Commission Salary: सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है। 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) के गठन के बाद उनके वेतन में काफी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। इसके साथ ही, HRA (House Rent Allowance) की दरों में भी संशोधन किया जा सकता है, जिससे कर्मचारियों की महीने की आमदनी और भी ज्यादा बढ़ सकती है। अभी तक जो चर्चाएं हो रही हैं, उनके मुताबिक, इस बार फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) को 1.92 गुना तक बढ़ाया जा सकता है, जिसका सीधा असर कर्मचारियों की बेसिक सैलरी पर देखने को मिलेगा। तो चलिए HRA की दरों में होने वाले इन बदलाव के बारे में विस्तार से जानने की कोशिश करते हैं इस रिपोर्ट के माध्यम से।
वेतन आयोग का गठन होने के बाद न सिर्फ बेसिक पे, बल्कि महंगाई भत्ता (DA), मकान किराया भत्ता (HRA) और अन्य भत्तों में भी बदलाव होता है। पिछले कुछ वर्षों में देखा गया है कि जब भी डीए 50% के पार होता है, तो HRA की दरों को भी रिवाइज किया जाता है। ऐसे में, इस बार भी यह उम्मीद की जा रही है कि सरकार 8वें वेतन आयोग में HRA की दरों को नए सिरे से तय करेगी। अगर ऐसा होता है, तो सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में काफी इजाफा देखने को मिल सकता है।
HRA की दरों में कितना हो सकता है बदलाव
अभी तक जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक 8वें वेतन आयोग में HRA की दरों को लेकर बड़ा फैसला हो सकता है। पिछले वेतन आयोगों में देखा गया है कि HRA की दरें शहरों के हिसाब से अलग-अलग होती हैं। 6वें वेतन आयोग में HRA की दरें अलग-अलग शहरों के अनुसार 30%, 20% और 10% थीं। वहीं, 7वें वेतन आयोग में इन्हें क्रमशः 24%, 16% और 8% कर दिया गया था। लेकिन फिलहाल जब डीए 50% के पार पहुंच गया, तो उम्मीद जताई जा रही है कि HRA की दरों को फिर से 30%, 20% और 10% किया जा सकता है। इसलिए इस बार भी यह संभावना है कि 8वें वेतन आयोग में HRA की दरों को डीए और बेसिक पे के आधार पर रिवाइज किया जाएगा। अगर ऐसा होता है, तो कर्मचारियों को HRA के रूप में मिलने वाली रकम में भी बढ़ोतरी होगी।
HRA बढ़ने से क्या होगा फायदा
जैसा कि आपको पता है कि HRA बढ़ने से कर्मचारियों की नेट सैलरी में इजाफा होगा, जिससे महंगाई का असर कुछ हद तक कम होगा। जिन कर्मचारियों को अभी किराए के मकान में रहना पड़ता है, उनके लिए बढ़ा हुआ HRA काफी मददगार साबित होगा। अगर HRA बढ़ता है, तो कर्मचारियों की बचत भी बढ़ेगी, क्योंकि उनकी इनकम ज्यादा होगी।
फिटमेंट फैक्टर कितना डालेगा असर
आपको बता दें कि फिटमेंट फैक्टर वह रेश्यो है जिसके आधार पर कर्मचारियों की नई बेसिक सैलरी तय की जाती है। 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, लेकिन इस बार 1.92 होने की चर्चा है। अगर ऐसा होता है, तो कर्मचारियों की सैलरी में काफी बढ़ोतरी होगी। अगर इसे आसान भाषा में समझा जाए तो फिटमेंट फैक्टर 1.92 का मतलब है कि अगर किसी कर्मचारी की वर्तमान बेसिक सैलरी 30,000 रुपए है, तो नई सैलरी होगी, 30,000 × 1.92 = 57,600 रुपए। इसका मतलब है कि सैलरी लगभग दोगुनी हो जाएगी। HRA, DA और अन्य भत्ते भी इस नए बेसिक पे के आधार पर लगेंगे, जिससे कुल सैलरी में भारी इजाफा होगा।