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UP के इस शहर में 22 मीटर चौड़ा फोरलेन बनेगा, रोजाना हजारों वाहनों का आवागमन होगा बेहतर

UP News: शहर को सुंदर बनाने की कोशिश निरंतर जारी है। इसी क्रम में कोसी नदी के पास से शहर के अंदर रोडवेज बस अड्डा होकर पनवड़िया की ओर जाने वाला दिल्ली-लखनऊ पुराना हाईवे 22 मीटर चौड़ा होकर फोरलेन होगा।  इस पर डिवाइडर भी बनेगा। पूरे काम पर लगभग सत्तर करोड़ रुपये खर्च होंगे। 

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UP के इस शहर में 22 मीटर चौड़ा फोरलेन बनेगा, रोजाना हजारों वाहनों का आवागमन होगा बेहतर

Uttar Pradesh News: यह एक शानदार पहल है जो शहर के विकास और सुंदरीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। फोरलेन बनने से यातायात सुगम होगा, दुर्घटनाओं में कमी आएगी और शहर की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। साथ ही, डिवाइडर बनने से सड़क पर अनुशासन भी बना रहेगा। डब्ल्यूडी पहले 8 किमी लंबी राजमार्ग को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) से ले लेगा। इसके लिए आवश्यक कार्रवाई पूरी होनी चाहिए। शहरी क्षेत्र में रोड किनारे अतिक्रमण चिह्नित किया गया है। अब पीडब्ल्यूडी इस पुराने हाईवे को बढ़ाने के लिए एक समझौता बना रहा है।

चौड़ीकरण के लिए जमीन की आवश्यकता

पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड पुराने हाईवे को चौड़ी करने की योजना बना रहा है। चौड़ीकरण के लिए जमीन की आवश्यकता होती है। इसके लिए सिटी मजिस्ट्रेट संदीप वर्मा ने लेखपाल-कानूनगो की एक टीम ने पुराने हाईवे के किनारे की जमीन का सर्वे कराया है। रेलवे लाइन को कई कब्जे घेरते हैं। लोगों ने नाले पर पक्का निर्माण बनाया है। साथ ही, सर्वे में चिह्नित अवैध कब्जों को ढहाने का कार्य शुरू होने वाला है। वर्तमान में पुराना हाईवे 7–14 मीटर चौड़ा है। हाईवे की पनवड़िया 14 मीटर चौड़ी है, जबकि रामपुर जीरो प्वाइंट तक 10 या सात मीटर चौड़ी है। यह 22 मीटर चौड़ा होगा और डिवाइडर भी होगा। चार मीटर चौड़ाई का डिवाइडर बनाया जाएगा। दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे ने रामपुर शहर के बाहर एक बाईपास बनाया है, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड गौरव सिंह ने बताया। इसलिए, शहर के अंदर से गुजरने वाले पुराने हाईवे को चौड़ीकरण में शामिल नहीं किया गया है, इसलिए इस मार्ग को ट्रैफिक के अनुसार चौड़ा करना होगा। पुराना हाईवे शहर के अंदर 8 किमी है।

रेलवे अंडरपास भी चौड़े होंगे

पीडब्ल्यूडी अभियंता गौरव सिंह ने बताया कि कम चौड़ाई वाले रेलवे अंडरपास पुराने हाईवे पर रोडवेज बस अड्डा के आगे पनवड़िया फ्लाईओवर और रामपुर जीरो प्वाइंट के पास हैं। इनकी चौड़ाई बढ़ाने के लिए सेतु निगम से पत्राचार कर रहे हैं।

पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई अधिकारियों ने सर्वे कराया है

पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड के अधिशासी अभियंता ने कहा कि 16 दिसंबर 2024 को NHAI मुरादाबाद परिक्षेत्र के परियोजना प्रबंधक को पत्र लिखा गया था। इसमें उन्होंने कहा कि एनएच-24, यानी रामपुर शहर भाग, राज्य सरकार को दिया जाएगा। PD ने बताया कि आपने पूर्व एनएच-24 (रामपुर शहर भाग) के अंतर्गत आने वाली सड़कों को एनएचएआई से लोक निर्माण विभाग को सौंपने के लिए प्रांतीय डिवीजन को पत्र भेजा था। क्योंकि संबंधित मार्ग क्षेत्र पीडब्ल्यूडी के निर्माण डिवीजन में आता है पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई के अधिकारियों ने भी शहर क्षेत्र से जुड़े पुराने हाईवे को लोक निर्माण विभाग को सौंपने का निरीक्षण किया है। पीडब्ल्यूडी को शहरी क्षेत्र का पुराना रोड जल्द ही मिलेगा।

आबादी क्षेत्र के हाईवे से लिंक रोड, गांधी समाधि रोड, स्टार चौराहा, रामपुर-स्वार, बाजपुर रोड, शौकत अली रोड, मालगोदाम तिराहा, जौहर हॉस्पिटल रोड, रोडवेज बस अड्डा पनवड़िया तक

NHAI से पुरानी राजमार्ग की मांग की गई है। साथ ही इसके विस्तार के लिए सर्वे भी किया गया है। एस्टीमेट विकसित हो रहा है। इसमें लगभग सत्तर करोड़ रुपये का खर्च होगा। शहरी क्षेत्र में हाईवे चौड़ीकरण समय लेता है। यह कार्ययोजना डीएम से भी मंजूर है।

विद्युत विभाग ने पोल और तार शिफ्टिंग का एस्टीमेट नहीं दिया

पुराने राजमार्ग को चौड़ी करने के लिए बिजली पोल और तार को अन्य स्थानों पर स्थानांतरित करना आवश्यक है। इस मामले में, विद्युत वितरण खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता (यांत्रिकी खंड पीडब्ल्यूडी) मनीष सोनकर ने 31 दिसंबर 2024 को पत्र लिखा। उन्हें 8 किमी लंबी पुरानी सड़क से बिजली पोल और तार को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने का अनुरोध किया गया था। इसके अलावा, बिजली विभाग ने पीडब्ल्यूडी को इस पर आने वाले खर्च को भुगतान करने के लिए एक एस्टीमेट भी मांगा, जो अभी तक नहीं दिया गया है।

दिन भर 18 हजार से अधिक वाहनों का प्रवाह

पुराने हाईवे पर ट्रैफिक काउंट भी सहायक अभियंता हर्षित जैन ने किया है। उन्हें बताया कि इस सड़क पर प्रतिदिन 18 हजार से अधिक वाहन चलते हैं। वर्तमान और भविष्य दोनों में इस हाईवे का फोरलेन होना आवश्यक है क्योंकि यह इतना व्यस्त है।

दिल्ली-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग का बाईपास बनने के बाद से शहर के अंदर पुराने राजमार्ग को राज्य सरकार के पास कराया जा रहा है। साथ ही पीडब्ल्यूडी ने इसे बढ़ाने का काम शुरू किया है। इस मार्ग को बढ़ाना और अतिक्रमण हटाना जल्द ही शुरू करेंगे।