UP के इस जिले में बनेगा 29 किलोमीटर लंबा रिंग रोड, 3 रेलवे ब्रिज और 11 पुल भी बनेंगे
UP News : उत्तर प्रदेश के इस शहर के चारों ओर प्रस्तावित रिंग रोड के लिए कवायद ने तेजी पकड़ ली है। इस परियोजना तहत 29 किमी लंबी रिंग रोड और 3 रेलवे ब्रिज और 11 पुल बनाए जाएंगे। इसे योगी सरकार की तरफ से मंजूरी मिल गई है। सरकार द्वारा इस अहम प्रोजेक्ट पर 800 करोड़ रुपए खर्च किए जायेगे।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के बरेली में चारों ओर प्रस्तावित रिंग रोड की अड़चनें अब दूर हो गईं हैं। इस परियोजना के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की तरफ से अनुमति मिल गई है। 29 किलोमीटर लबी रिंग रोड के लिए भू-अधिग्रहण पर 800 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। करीब 300 करोड़ रुपये के अवॉर्ड का प्रस्ताव मंजूरी के लिए क्षेत्रीय कार्यालय को भेजा जाएगा। इस प्रोजेक्ट का मकसद बरेली के ट्रैफिक सिस्टम में सुधार करना है और अन्य राज्यों से बरेली की कनेक्टिविटी को बढ़ाना है, ताकि लोगों का सफर आरामदायक हो। जल्दी ही इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडरिंग शुरू होगी। एक महीने के अंदर जमीनों का अधिग्रहण किया जाएगा और उसके बाद रिंग रोड का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
परियोजना पर खर्च होने 2 हजार से अधिक
मिली जानकारी के मुताबिक 29.9 किलोमीटर लंबा रिंग रोड बनाया जाएगा। इसके साथ ही 3 रेलवे ब्रिज, 11 छोटे बड़े पुल बनाए जाएंगे। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने प्रति किलोमीटर 73 करोड़ रुपये इन्वेस्ट करने का टारगेट बनाया है। यह रिंग रोड झुमका को इनवर्टिस से भी जोड़ेगी। झुमका, चौबारी और इनवर्टिस यूनिवर्सिटी के पास इंटरचेंज बनाएं जाएंगे। रिंग रोड रामपुर रोड स्थित झुमका तिराहा से शुरू होकर शाहजहांपुर रोड स्थित इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी तक जाएगी। प्रोजेक्ट पर 2192.34 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 995.75 करोड़ रुपये सड़क बनाने के लिए और 863.86 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण के लिए दिए गए हैं।
30 गांवों से ली जाएगी भूमि
इस योजना के तहत रिंग रोड का निर्माण करने के लिए 30 गांवों की जमीन खरीदी जाएगी। 21 गांवों के 900 से ज़्यादा किसानों की भूमि खरीद ली गई है। अभी तक करीब 187 हेक्टेयर ज़मीन का अधिग्रहण हुआ है। 200 करोड़ रुपये मुआवजा वितरित किया जा चुका है। बाकी के 9 गांवों से जमीन का अधिग्रहण अगले एक महीने में किए जाने का टारगेट है। बरेली शहर में रेलवे क्रॉसिंग की वजह से जाम लगता है। इस जाम से लोगों को बचाने के लिए ही 3 जगहों पर रेलवे ओवरब्रिज बनाए जाने करा प्लान है। हाईवे और बाईपास के दोनों ओर 17 अंडरपास बनाने की भी योजना है।