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Alwar News: जनवरी से शुरू होगा नहर निर्माण का कार्य, बोरिंग के जरिए लाया जाएगा पानी

Alwar News : सिंचाई विभाग ने जयसमंद बांध से नटनी के बारां तक कच्ची नहर को पक्का करने का काम शुरू कर दिया है। क्षेत्र में जल संरक्षण और सिंचाई प्रणाली को मजबूत करने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है। किसानों को सिंचाई के लिए बेहतर सुविधा मिलेगी और पानी की बर्बादी कम होगी। इससे न केवल जलसंचयन में सुधार होगा, बल्कि जमीन की उर्वरता में भी सुधार होगा।

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Alwar News: जनवरी से शुरू होगा नहर निर्माण का कार्य, बोरिंग के जरिए लाया जाएगा पानी

Rajasthan News : शहर को पानी देने के लिए जलदाय विभाग ने 35 बोरिंगों की टेंडर प्रक्रिया शुरू की है। तब बोरिंगों का काम शुरू होगा। शहर को एक करोड़ लीटर पानी मिल सकेगा। जलदाय विभाग ने शहर को पर्याप्त पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 35 नई बोरिंगों की स्थापना के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। शहर में पानी की बढ़ती मांग को पूरा करने और पानी की आपूर्ति को सुरक्षित रखने के लिए यह कदम उठाया गया है। इन बोरिंगों से पानी का अतिरिक्त स्रोत बनाया जाएगा, जिससे जल संकट कम होगा और शहरवासियों को सुरक्षित पानी की आपूर्ति मिलेगी।

32.84 करोड़ रुपये की लागत

सिंचाई विभाग ने नटनी के बारां से जयसमंद बांध तक एक कच्ची नहर बनाने का प्रयास किया है। 32.84 करोड़ रुपये की लागत से पक्का नहर बनाई जाएगी। निर्माण कार्य दो चरणों में पूरा किया जाएगा। जनवरी में पहला चरण (साढ़े पांच किलोमीटर) बनाया जाएगा। इस स्टेज को पूरा करने के बाद अगला स्टेज शुरू होगा। वहीं, शहर के निकट भाखेड़ा एनीकट भी पक्की नहर से बनाया जाएगा। इसके निर्माण में साढ़े पांच करोड़ रुपये खर्च होंगे।

नहर की ऊंचाई लगभग तीन मीटर है

भाखेड़ा एनीकट अलवर में 50 मीटर के दायरे में बनाया जाएगा। साथ ही सपोर्ट दीवार भी बनाई जाएगी। एनीकट का निर्माण आसपास के लोगों को राहत देगा। जयसमंद बांध से नटनी के बारां तक बनने वाली पक्की नहर की ऊंचाई साढे तीन मीटर होगी। सिंचाई विभाग के एक्सईएन संजय खत्री ने बताया कि पक्की नहर का निर्माण दो वर्ष में और भाखेड़ा एनीकट का निर्माण एक वर्ष में पूरा करना होगा। इससे पानी भी बचेगा।

35 बोरिंग टेंडर प्रक्रिया सिलीसेढ़ में शुरू

शहर को पानी देने के लिए जलदाय विभाग ने 35 बोरिंगों की टेंडर प्रक्रिया शुरू की है। तब बोरिंगों का काम शुरू होगा। शहर को एक करोड़ लीटर पानी मिल सकेगा। विभाग ने 20 पानी की बोरिंगों के मूल प्रस्ताव को 35 बोरिंगों में बदल दिया है।